देहरादून: मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से आज मंगलवार को भी चारधाम रूट और अन्य जिलों में लोगों और चारधाम यात्रियों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है. दूसरी तरफ राज्य आपदा कंट्रोल रूम भी अलर्ट मोड पर है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार मुख्य सचिव की ओर से राज्य आपदा कंट्रोल रूम को निर्देशित किया गया है कि सभी जिलों के कंट्रोल रूम और विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर पल-पल की जानकारी ली जाए. जिससे कि चारधाम यात्रा और आम जनता को बारिश के दौरान किसी प्रकार का दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
वहीं, मुख्य सचिव ने राज्य आपदा कंट्रोल रूम को निर्देशित किया है कि जिस प्रकार से मॉनसून के दौरान किसी भी आपदा से निपटने के लिए समन्वय स्थापित किया जाता है उसे मजबूत किया जाए. क्योंकि अभी प्रदेश में चारधाम यात्रा पीक पर है. मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि दो-तीन दिन तक प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश देखने को मिलेगी और इसके साथ ही 60 से 70 किमी प्रति घंटे के हिसाब से हवाएं चलेंगी. इससे पेड़ टूटने का खतरा बन सकता है. विक्रम सिंह ने कहा पहाड़ों में कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी देखने को मिल सकती है. हालांकि, 24 मई शाम से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा और 25 मई से मौसम साफ होने की उम्मीद है.
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राज्य आपदा कंट्रोल रूम के प्रभारी मेजर राहुल जुगरान ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद कंट्रोल रूम अलर्ट मोड पर है. बारिश के कारण बंद सड़कों को खोलने के लिए सभी जिलों के अधिकारियों और विभागों के साथ समन्वय स्थापित किए गए हैं. इसके साथ ही विद्युत पानी आदि मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली जा रही है. उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा रूटों पर बारिश को देखते हुए कुछ देर सुरक्षा के अंतर्गत यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर रोका जा रहा है. स्थिति सामान्य होने के बाद यात्रियों को आगे जाने की इजाजत दी जा रही है. बता दें कि सोमवार को केदारघाटी के बारिश के बाद करीब 3 घंटे तक यात्रा रोक दी गई थी.