देहरादून: पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव इसी साल होना है. 6 नवंबर तक नामांकन दाखिल करने की तिथि है. 25 नवम्बर को मतदान, और 28 को मतगणना होनी है. इस सीट को लेकर प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियां भाजपा और कांग्रेस जीत का दावा कर रही हैं. राज्य गठन के बाद इन 19 सालों में उत्तराखंड राज्य में किसी विधायक के निधन के बाद उपचुनाव का यह चौथा मामला है.
राज्य गठन के बाद इन 19 सालों में चौथी बार प्रदेश की विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा. पहली बार 2004 में द्वाराहाट के विधायक विपिन त्रिपाठी के निधन के बाद इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे. इस सीट पर उनके पुत्र पुष्पेश त्रिपाठी उत्तराखंड क्रांति दल से विजयी हुए. दूसरी बार साल 2014 में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र राकेश के निधन के बाद भगवानपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे. इस सीट पर उनकी पत्नी ममता राकेश कांग्रेस पार्टी से इस सीट पर विजयी हुईं थीं.
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तीसरी बार साल 2018 में थराली के विधायक मगनलाल शाह के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ था. इस सीट पर मगनलाल शाह की पत्नी मुन्नी लाल शाह बीजेपी पार्टी से चुनाव जीती थीं. अब दिवंगत वित्त मंत्री प्रकाश पंत के बाद खाली हुई पिथौरागढ़ सीट पर उपचुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है. इस बार बीजेपी ने उनकी पत्नी चंद्रा पंत को चुनावी मैदान पर उतारा है. इस सीट पर 25 नवंबर को मतदान होना है.