देहरादूनः प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है. ऐसे में अब राज्य सरकार ने कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षााओं को लेकर विचार करना शुरू कर दिया है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि एक ओर स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां पड़ने से सभी स्कूल स्टाफ इधर-उधर जा चुके हैं. दूसरी ओर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में कई स्कूल ऐसे भी हैं, जिन्हें क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. इस स्थिति में आखिर सरकार किस तरह 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन कराएगी? यह सवाल शिक्षक संगठनों की ओर से उठाए जा रहे हैं.
बता दें कि सोमवार को ही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की ओर से विभागीय अधिकारियों के साथ कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर एक अहम बैठक की गई. इसमें जून माह के अंतिम सप्ताह या जुलाई माह में 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने पर चर्चा की गई. हालांकि, बोर्ड परीक्षाएं कब तक आयोजित की जाएंगी, इसका अंतिम फैसला मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर से लिया जाएगा.
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वहीं, मामले पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि वर्तमान में जो स्कूल क्वॉरंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, वे ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में हैं. ऐसे में यदि आने वाले समय में सरकार 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कोई फैसला लेती है, तो इससे पहले स्कूलों को खाली कराकर सैनिटाइज कराया जाएगा. जिसके बाद ही यहां बोर्ड परीक्षा आयोजित कराई जाएंगी.