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प्रवासियों से कोरोना संक्रमण का खतरा, पड़ सकती है 500 वेंटिलेटर की जरूरत

प्रदेश में हजारों की संख्या में अबतक प्रवासियों ने घर वापसी की है और लाखों लोगों ने पंजीकरण कराया है. वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि करीब 25 हजार लोगों में संक्रमण हो सकता है, जिसके लिए करीब 500 वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है.

dehradun
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत
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Published : May 11, 2020, 4:52 PM IST

Updated : May 11, 2020, 6:43 PM IST

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन लागू है. हालांकि, लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा दिए गए छूट की वजह से प्रवासियों का उत्तराखंड वापस आना शुरू हो गया है. वहीं, अभी तक अन्य राज्यों से आने के लिए करीब 2 लाख लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं, जिसमें से करीब 25,000 से अधिक लोग उत्तराखंड वापस आ चुके हैं. जिसको लेकर सूबे के सीएम त्रिवेंद्र रावत ने चिंता जताते हुए कहा कि प्रवासियों में करीब 25 हजार मरीज संक्रमित हो सकते हैं, जिनके लिए 500 वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है.

करीब 2 लाख प्रवासियों के रजिस्ट्रेशन कराने से प्रदेश सरकार के सामने बड़ी चुनौती है. इन प्रवासियों को उत्तराखंड लाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. वहीं, एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इन प्रवासियों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इन 2 लाख प्रवासियों में से करीब 25 हजार प्रवासी कोरोना इनफेक्टेड हो सकते हैं. जिसमें से करीब 5 हजार प्रवासियों को हॉस्पिटल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ सकती है, यही नहीं इन 5 हजार में से करीब 500 लोगों को वेंटिलेटर की भी जरूरत पड़ सकती है. हालांकि, अभी तक राज्य में किसी भी मरीज के लिए वेंटिलेटर की जरूरत नहीं पड़ी है.

प्रवासियों से कोरोना संक्रमण का खतरा

ये भी पढ़े: कल से शुरू होंगी 15 यात्री ट्रेनें, इन दिशानिर्देशों का करना होगा पालन

वहीं, सीएम के बयान पर शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा है कि जो प्रवासी आ रहे हैं. वह उत्तराखंड सरकार के लिए बड़ी चुनौती हैं. अगर प्रवासी के आने की संख्या लगातार बढ़ती है तो उसके लिए सरकार लगातार व्यवस्थाओं को बनाने में जुटी हुई है. डॉक्टर के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं की पूरी व्यवस्था मुकम्मल है.

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन लागू है. हालांकि, लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा दिए गए छूट की वजह से प्रवासियों का उत्तराखंड वापस आना शुरू हो गया है. वहीं, अभी तक अन्य राज्यों से आने के लिए करीब 2 लाख लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं, जिसमें से करीब 25,000 से अधिक लोग उत्तराखंड वापस आ चुके हैं. जिसको लेकर सूबे के सीएम त्रिवेंद्र रावत ने चिंता जताते हुए कहा कि प्रवासियों में करीब 25 हजार मरीज संक्रमित हो सकते हैं, जिनके लिए 500 वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है.

करीब 2 लाख प्रवासियों के रजिस्ट्रेशन कराने से प्रदेश सरकार के सामने बड़ी चुनौती है. इन प्रवासियों को उत्तराखंड लाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. वहीं, एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इन प्रवासियों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इन 2 लाख प्रवासियों में से करीब 25 हजार प्रवासी कोरोना इनफेक्टेड हो सकते हैं. जिसमें से करीब 5 हजार प्रवासियों को हॉस्पिटल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ सकती है, यही नहीं इन 5 हजार में से करीब 500 लोगों को वेंटिलेटर की भी जरूरत पड़ सकती है. हालांकि, अभी तक राज्य में किसी भी मरीज के लिए वेंटिलेटर की जरूरत नहीं पड़ी है.

प्रवासियों से कोरोना संक्रमण का खतरा

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वहीं, सीएम के बयान पर शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा है कि जो प्रवासी आ रहे हैं. वह उत्तराखंड सरकार के लिए बड़ी चुनौती हैं. अगर प्रवासी के आने की संख्या लगातार बढ़ती है तो उसके लिए सरकार लगातार व्यवस्थाओं को बनाने में जुटी हुई है. डॉक्टर के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं की पूरी व्यवस्था मुकम्मल है.

Last Updated : May 11, 2020, 6:43 PM IST
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