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उत्तराखंड में बनेगा 'लैंड बैंक', जल्द निपटाए जाएंगे वन भूमि हस्तांतरण के मामले - वन भूमि हस्तांतरण न्यूज

राज्य के वन भूमि हस्तांतरण के लम्बित पड़े मामलों में तेजी आएगी. जिलाधिकारी, डीएफओ और समाज कल्याण अधिकारी बैठक कर उनका निस्तारण करेंगे.

वन भूमि हस्तांतरण
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Published : Sep 25, 2019, 9:40 AM IST

देहरादूनः उत्तराखंड राज्य के वन भूमि हस्तांतरण के लम्बित पड़े मामले अब तेजी से निपटाए जाएंगे. इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हाल ही में बैठक आयोजित की गयी. जिसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को वन भूमि हस्तांतरण के लम्बित मामलों के निस्तारण के लिए नियमित समीक्षा किये जाने के निर्देश दिए. साथ ही जनपद स्तर पर जिलाधिकारी, डीएफओ व समाज कल्याण अधिकारी द्वारा महीने में एक बार बैठकर लम्बित मामलों का निस्तारण किया जाएगा.

वन भूमि हस्तांतरण के लम्बित पड़े मामलों का जल्द होगा निपटारा.

जिलों में लैंड बैंक बनाने के निर्देश

यही नहीं मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसी ब्लॉक में वनाधिकार से संबंधित यदि कोई मामला है, तो उसे चिन्हित करने के भी निर्देश दिए हैं और प्रदेश के सभी जिलों में लैंड बैंक बनाने के निर्देश दिये हैं, ताकि भविष्य में प्रदेश के भीतर शुरू होने वाली योजनाओं-परियोजनाओं में लैंड बैंक का इस्तेमाल किया जा सके.

546 मामले लंबित पड़े हैं
भारत सरकार द्वारा बनाए गए पोर्टल 'परिवेश' में ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया की जा रही है. राज्य निर्माण के बाद अभी तक वन भूमि के 42,479.47 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण हुआ है, जिसमें कुल 3,691 प्रकरण शामिल हैं.

यह भी पढ़ेंः पंचायत चुनाव 2019: नामांकन करने की प्रक्रिया पूरी, 27 तक चलेगी स्क्रूटनी

यही नहीं राज्य में अभी वन भूमि के 546 केस विभिन्न स्तरों पर लंबित पड़े हैं. लंबित पड़े इन मामलों में लोक निर्माण विभाग के 270, एनएचएआई के 14, पीएमजीएसवाई के 169, रोड सेक्टर के 7, पेयजल के 22, खनन का 1, हाईडिल के 2, ट्रांसमिशन लाइन के 5 और 56 अन्य मामले शामिल हैं.

देहरादूनः उत्तराखंड राज्य के वन भूमि हस्तांतरण के लम्बित पड़े मामले अब तेजी से निपटाए जाएंगे. इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हाल ही में बैठक आयोजित की गयी. जिसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को वन भूमि हस्तांतरण के लम्बित मामलों के निस्तारण के लिए नियमित समीक्षा किये जाने के निर्देश दिए. साथ ही जनपद स्तर पर जिलाधिकारी, डीएफओ व समाज कल्याण अधिकारी द्वारा महीने में एक बार बैठकर लम्बित मामलों का निस्तारण किया जाएगा.

वन भूमि हस्तांतरण के लम्बित पड़े मामलों का जल्द होगा निपटारा.

जिलों में लैंड बैंक बनाने के निर्देश

यही नहीं मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसी ब्लॉक में वनाधिकार से संबंधित यदि कोई मामला है, तो उसे चिन्हित करने के भी निर्देश दिए हैं और प्रदेश के सभी जिलों में लैंड बैंक बनाने के निर्देश दिये हैं, ताकि भविष्य में प्रदेश के भीतर शुरू होने वाली योजनाओं-परियोजनाओं में लैंड बैंक का इस्तेमाल किया जा सके.

546 मामले लंबित पड़े हैं
भारत सरकार द्वारा बनाए गए पोर्टल 'परिवेश' में ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया की जा रही है. राज्य निर्माण के बाद अभी तक वन भूमि के 42,479.47 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण हुआ है, जिसमें कुल 3,691 प्रकरण शामिल हैं.

यह भी पढ़ेंः पंचायत चुनाव 2019: नामांकन करने की प्रक्रिया पूरी, 27 तक चलेगी स्क्रूटनी

यही नहीं राज्य में अभी वन भूमि के 546 केस विभिन्न स्तरों पर लंबित पड़े हैं. लंबित पड़े इन मामलों में लोक निर्माण विभाग के 270, एनएचएआई के 14, पीएमजीएसवाई के 169, रोड सेक्टर के 7, पेयजल के 22, खनन का 1, हाईडिल के 2, ट्रांसमिशन लाइन के 5 और 56 अन्य मामले शामिल हैं.

Intro:नोट - फीड ftp से भेजी गई है.....
uk_deh_04_forest_land_transfer_vis_7205803


उत्तराखंड राज्य के वन भूमि हस्तांतरण के लम्बित पड़े मामले के निस्तारण को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी। जिसमे मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को वन भूमि हस्तान्तरण के लम्बित मामलों के निस्तारण के लिए नियमित समीक्षा किये जाने के निर्देश दिए। साथ ही जनपद स्तर पर जिलाधिकारी, डीएफओ व समाज कल्याण अधिकारी द्वारा महीने में एक बार बैठकर लम्बित मामलों पर बैठककर उनका निस्तारण करेंगे। 





Body:जिलो में लैंड बैंक बनाने के निर्देश.....

यही नही वन भूमि हस्तातरण को लेकर हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसी ब्लाॅक में वनाधिकार से संबंधित यदि कोई मामला है तो उसे चिन्हित करने के भी निर्देश दिए है। और प्रदेश के सभी जिले में लैंड बैंक बनाने के निर्देश दिये है ताकि भविष्य मे प्रदेश के भीतर शुरू होने वाले योजनाओं-परियोजनाओं में लैंड बैंक का इस्तेमाल किया जा सके।


लंबित पड़े है वन भूमि हस्तांतरण के 546 मामले.....

भारत सरकार द्वारा बनाए गए पोर्टल 'परिवेश' में ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया की जा रही है। राज्य निर्माण के बाद अभी तक वन भूमि के 42479.47 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण हुआ है। जिसमें कुल 3691 प्रकरण शामिल हैं। यही नही राज्य में अभी वन भूमि के 546 केस विभिन्न स्तरों पर लंबित पड़े हैं। लंबित पड़े इन मामलों में लोक निर्माण विभाग के 270, एनएचएआई के 14, पीएमजीएसवाई के 169, रोड सेक्टर के 07, पेयजल के 22, खनन का 01, हाईडिल के 02, ट्रासमिशन लाईन के 05 और 56 अन्य मामले शामिल हैं। 

बाइट - हरक सिंह रावत, वन मंत्री


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