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ये क्या! उत्तराखंड के मंत्री ने हथिया ली MLA की 'बेशकीमती' चीज, ऐसे हुआ खुलासा

Kishore Upadhyay Rayban Glasses टिहरी से बीजेपी विधायक किशोर उपाध्याय ने अपने महंगे Rayban के चश्मों को लेकर कैबिनेट मंंत्री सुबोध उनियाल को याद किया है. इसके लिए किशोर उपाध्याय ने पुराने दिनों का एक फोटो शेयर किया है, जिसकी भी उन्होंने पूरी स्टोरी बताई है...

Kishore Upadhyay tweet
सुबोध उनियाल ने हथिया ली किशोर उपाध्याय की बेशकीमती चीज.
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 7, 2023, 5:50 PM IST

Updated : Sep 7, 2023, 6:17 PM IST

देहरादून: बीजेपी नेता, टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक फोटो पोस्ट किया है. इस पोस्ट में किशोर उपाध्याय ने वर्तमान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को लेकर मजाकिया टिप्पणी की है. टिहरी से बीजेपी विधायक किशोर उपाध्याय ने अपने पुराने दिनों का एक फोटो ट्वीट किया है, जिसमें वो सनग्लासेस लगाए नजर आ रहे हैं. इन्ही सनग्लासेस को लेकर किशोर उपाध्याय ने सुबोध उनियाल को याद किया है.

टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने अपने पुराने दिनों का एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा है...'तब rayban के चश्मों का बड़ा क्रेज था. तिलोई के राजा मोहन सिंह जी मेरे दोस्त मेरे लिये अमेरिका से इस चश्मे को लाये थे. बाद में, मेरे मित्र सुबोध उनियाल ने इसे मुझसे हथिया लिया था, उस समय ये चश्में भारत में उपलब्ध नहीं थे.'

बता दें कि, किशोर उपाध्याय उत्तराखंड के वरिष्ठ नेताओं में से एक है. किशोर उपाध्याय वो नेता हैं जिन्होंने राज्य आंदोलन की लड़ाई थी. अलग राज्य का मांग को लेकर किशोर उपाध्याय ने 13 दिनों की भूख हड़ताल की थी. साथ ही उन्होंने लंबे चल राज्य आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था.

  • तब #rayban के चश्मों का बड़ा क्रेज़ था।
    तिलोई के राजा मोहन सिंह जी मेरे दोस्त मेरे लिये अमेरिका से इस चश्मे को लाये।
    बाद में, मेरे मित्र श्री सुबोध उनियाल ने इसे मुझसे हथिया लिया था, उस समय ये चश्में भारत में उपलब्ध न थे।#उत्तराखण्ड#आन्दोलन pic.twitter.com/0UfXiYrEEq

    — Kishore Upadhyay (@KishorePitamber) September 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें- हरदा ने किशोर को बताया हनुमान, बोले- 'लंका विजय के समय वो रावण के कक्ष में बैठे थे'

राजनीतिक जीवन की बात करें तो किशोर उपाध्याय लंबे अरसे तक कांग्रेस में रहे. कांग्रेस में रहते हुए भी किशोर उपाध्याय लगातार जमीन से जुड़े मुद्दों को उठाते रहे, मगर पार्टी में तवज्जों न मिलने की वजह से किशोर उपाध्याय ने भाजपा ज्वाइन की. आजकल किशोर उपाध्याय टिहरी से विधायक हैं. वो अभी भी मूल से जुड़े मुद्दों को उठाते रहते हैं. किशोर उपाध्याय इन दिनों मीडिया से दूर हैं. अब वो सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार खबरों में बने हुए हैं.

  • यह इसी माह 1994 का चित्र है, जब मैंने उत्तराखण्ड राज्य के लिये 13 दिनों की भूख हड़ताल तोड़ी थी। pic.twitter.com/XuTogfDvJ0

    — Kishore Upadhyay (@KishorePitamber) September 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें- गांधी परिवार के इस करीबी नेता से क्यों रूठी कांग्रेस, चुनाव से पहले पार्टी के इस कदम से हैरत में लोग

किशोर उपाध्याय का राजनैतिक सफर: किशोर उपाध्याय के गांधी परिवार के बेहद करीबी थे. किशोर उपाध्याय ने 2002 के पहले विधानसभा चुनाव में टिहरी से चुनाव जीते. उन्होंने भाजपा के रतन सिंह गुनसोला को हराया. 2007 में उन्होंने बीजेपी के खेम सिंह चौहान को शिकस्त दी. इसके बाद साल 2012 में वे चुनाव हार गए. इस बार टिहरी से निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश धनै चुनाव जीते. इसके बाद किशोर उपाध्याय को उत्तराखंड कांग्रेस की कमान सौंपी गई. 2017 तक वे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहे. साल 2017 में उन्होंने सहसपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा. जहां से वे चुनाव हार गये. इसके बाद 2022 विधानसभा चुनाव से पहले किशोर उपाध्याय बीजेपी में शामिल हो गये. इसके बाद उन्होंने टिहरी से चुनाव लड़ा. जहां ने बड़े अंतर से जीते.

देहरादून: बीजेपी नेता, टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक फोटो पोस्ट किया है. इस पोस्ट में किशोर उपाध्याय ने वर्तमान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को लेकर मजाकिया टिप्पणी की है. टिहरी से बीजेपी विधायक किशोर उपाध्याय ने अपने पुराने दिनों का एक फोटो ट्वीट किया है, जिसमें वो सनग्लासेस लगाए नजर आ रहे हैं. इन्ही सनग्लासेस को लेकर किशोर उपाध्याय ने सुबोध उनियाल को याद किया है.

टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने अपने पुराने दिनों का एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा है...'तब rayban के चश्मों का बड़ा क्रेज था. तिलोई के राजा मोहन सिंह जी मेरे दोस्त मेरे लिये अमेरिका से इस चश्मे को लाये थे. बाद में, मेरे मित्र सुबोध उनियाल ने इसे मुझसे हथिया लिया था, उस समय ये चश्में भारत में उपलब्ध नहीं थे.'

बता दें कि, किशोर उपाध्याय उत्तराखंड के वरिष्ठ नेताओं में से एक है. किशोर उपाध्याय वो नेता हैं जिन्होंने राज्य आंदोलन की लड़ाई थी. अलग राज्य का मांग को लेकर किशोर उपाध्याय ने 13 दिनों की भूख हड़ताल की थी. साथ ही उन्होंने लंबे चल राज्य आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था.

  • तब #rayban के चश्मों का बड़ा क्रेज़ था।
    तिलोई के राजा मोहन सिंह जी मेरे दोस्त मेरे लिये अमेरिका से इस चश्मे को लाये।
    बाद में, मेरे मित्र श्री सुबोध उनियाल ने इसे मुझसे हथिया लिया था, उस समय ये चश्में भारत में उपलब्ध न थे।#उत्तराखण्ड#आन्दोलन pic.twitter.com/0UfXiYrEEq

    — Kishore Upadhyay (@KishorePitamber) September 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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राजनीतिक जीवन की बात करें तो किशोर उपाध्याय लंबे अरसे तक कांग्रेस में रहे. कांग्रेस में रहते हुए भी किशोर उपाध्याय लगातार जमीन से जुड़े मुद्दों को उठाते रहे, मगर पार्टी में तवज्जों न मिलने की वजह से किशोर उपाध्याय ने भाजपा ज्वाइन की. आजकल किशोर उपाध्याय टिहरी से विधायक हैं. वो अभी भी मूल से जुड़े मुद्दों को उठाते रहते हैं. किशोर उपाध्याय इन दिनों मीडिया से दूर हैं. अब वो सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार खबरों में बने हुए हैं.

  • यह इसी माह 1994 का चित्र है, जब मैंने उत्तराखण्ड राज्य के लिये 13 दिनों की भूख हड़ताल तोड़ी थी। pic.twitter.com/XuTogfDvJ0

    — Kishore Upadhyay (@KishorePitamber) September 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें- गांधी परिवार के इस करीबी नेता से क्यों रूठी कांग्रेस, चुनाव से पहले पार्टी के इस कदम से हैरत में लोग

किशोर उपाध्याय का राजनैतिक सफर: किशोर उपाध्याय के गांधी परिवार के बेहद करीबी थे. किशोर उपाध्याय ने 2002 के पहले विधानसभा चुनाव में टिहरी से चुनाव जीते. उन्होंने भाजपा के रतन सिंह गुनसोला को हराया. 2007 में उन्होंने बीजेपी के खेम सिंह चौहान को शिकस्त दी. इसके बाद साल 2012 में वे चुनाव हार गए. इस बार टिहरी से निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश धनै चुनाव जीते. इसके बाद किशोर उपाध्याय को उत्तराखंड कांग्रेस की कमान सौंपी गई. 2017 तक वे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहे. साल 2017 में उन्होंने सहसपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा. जहां से वे चुनाव हार गये. इसके बाद 2022 विधानसभा चुनाव से पहले किशोर उपाध्याय बीजेपी में शामिल हो गये. इसके बाद उन्होंने टिहरी से चुनाव लड़ा. जहां ने बड़े अंतर से जीते.

Last Updated : Sep 7, 2023, 6:17 PM IST
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