देहरादूनः खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले मिलावट खोरों के खिलाफ देहरादून जिलाधिकारी सोनिका सिंह ने टास्क फोर्स (Task force against adulterants in Dehradun) बनाकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने ये निर्देश जिला स्तरीय सलाहकार समिति (खाद्य सुरक्षा विभाग) की बैठक में दिए हैं.
जिलाधिकारी सोनिका सिंह ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि जिले में संचालित छोटे-बड़े रेस्टोरेंट, दुकानें, आउटलेट जिनमें खाद्य सामग्री विक्रय की जा रही है, ऐसी सभी आउटलेट का पंजीकरण (Registration of Dehradun outlet is mandatory) करवाया जाए. इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाए. साथ ही पंजीकरण न करवाने वाले रेस्टोरेंट, दुकानों पर नियम के अनुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. इसके अलावा पंजीकरण कराने के लिए समय निर्धारित किया जाए.
बैठक में खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि होटल और रेस्टोरेंट में इस्तेमाल तेल को 25 रुपए लीटर की दर पर प्राप्त कर तेल का बायो डीजल बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. इस पर जिलाधिकारी सोनिका सिंह ने प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए, ताकि होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों आदि द्वारा एक बार इस्तेमाल किए गए खाद्य तेल को दोबारा इस्तेमाल न किया जाए.
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जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि मुकदमों के निस्तारण और पैरवी के लिए वकील नामित करने के लिए अपर जिलाधिकारी प्रशासन को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अपर जिलाधिकारी वित्त सहित राजस्व को अपने न्यायालय में खाद्य सुरक्षा वादों को जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा साल 2021-2022 में 247 नमूने प्राप्त किए गए, जिनमें 111 की रिपोर्ट प्राप्त हुई है. इसमें 82 मानकों के अनुरूप पाए गए, 16 सब स्टैंडर्ड, 2 मिसब्रांड और 11 असुरक्षित मिले हैं.