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नर्सों का 9 सूत्रीय मांगों को लेकर सांकेतिक आंदोलन शुरू - uttarakhand government

अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन ने काली पट्टी बांधकर सांकेतिक आंदोलन शुरू कर दिया है. सरकार को पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करने की भी चेतावनी दी गई है.

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सांकेतिक आंदोलन शुरू
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Published : Sep 22, 2020, 1:38 PM IST

देहरादून: अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन ने काली पट्टी बांधकर सांकेतिक आंदोलन शुरू कर दिया है. संघ ने चेतावनी दी है कि शासनादेश जारी न होने पर पूरे प्रदेश में नर्सेज पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करेंगी.

नर्सों का 9 सूत्रीय मांगों को लेकर सांकेतिक आंदोलन शुरू.
इस दौरान नर्सेज एसोसिएशन के संरक्षक लक्ष्मी पुनेठा ने कहा कि, एक संरक्षक होने के नाते वह कहना चाहती हैं कि स्वास्थ्य विभाग में अन्य संपर्क के लोगों की सुनवाई जल्दी हो जाती है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ की हड्डी कही जाने वाली नर्सेज की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि बिना नर्सेज के बोर्ड में कार्य नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले सरकार को कोरोना की रोकथाम में आगे बढ़कर कार्य कर रही नर्सेज की वेतन कटौती नहीं करनी चाहिए.

पढ़ें: पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री का नहीं छूट रहा कांग्रेस के प्रति मोह, ये क्या बोल गए !

बता दें कि, नर्सेज एसोसिएशन ने सांकेतिक आंदोलन शुरू कर दिया है. संघ की मांग है कि उनका ग्रेड वेतन 5,400 किया जाए. इसके अलावा अन्य संपर्कों की तर्ज पर नर्सेज को संयुक्त निदेशक, अपर निदेशक पर पदोन्नत किया जाए. नर्सेज एसोसिएशन चेतावनी दी है कि शासनादेश जारी न होने पर नर्सेज बड़े आंदोलन को बाध्य हो जाएंगी.

देहरादून: अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन ने काली पट्टी बांधकर सांकेतिक आंदोलन शुरू कर दिया है. संघ ने चेतावनी दी है कि शासनादेश जारी न होने पर पूरे प्रदेश में नर्सेज पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करेंगी.

नर्सों का 9 सूत्रीय मांगों को लेकर सांकेतिक आंदोलन शुरू.
इस दौरान नर्सेज एसोसिएशन के संरक्षक लक्ष्मी पुनेठा ने कहा कि, एक संरक्षक होने के नाते वह कहना चाहती हैं कि स्वास्थ्य विभाग में अन्य संपर्क के लोगों की सुनवाई जल्दी हो जाती है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ की हड्डी कही जाने वाली नर्सेज की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि बिना नर्सेज के बोर्ड में कार्य नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले सरकार को कोरोना की रोकथाम में आगे बढ़कर कार्य कर रही नर्सेज की वेतन कटौती नहीं करनी चाहिए.

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बता दें कि, नर्सेज एसोसिएशन ने सांकेतिक आंदोलन शुरू कर दिया है. संघ की मांग है कि उनका ग्रेड वेतन 5,400 किया जाए. इसके अलावा अन्य संपर्कों की तर्ज पर नर्सेज को संयुक्त निदेशक, अपर निदेशक पर पदोन्नत किया जाए. नर्सेज एसोसिएशन चेतावनी दी है कि शासनादेश जारी न होने पर नर्सेज बड़े आंदोलन को बाध्य हो जाएंगी.

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