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अघोषित बिजली कटौती से जनता परेशान, ऊर्जा निगम के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन, भ्रष्टाचार का भी लगाया आरोप - थाली बजाकर जोरदार प्रदर्शन

सुराज सेवादल के कार्यकर्ताओं ने अघोषित बिजली कटौती, बिजली के दामों में बढ़ोतरी और भ्रष्टाचार को लेकर ऊर्जा भवन का घेराव किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने थाली बजाकर जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने यूपीसीएल एमडी अनिल कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की.

Suraj Seva Dal protest
सुराज सेवादल का ऊर्जा भवन कूच
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Published : May 9, 2022, 3:46 PM IST

Updated : May 9, 2022, 4:25 PM IST

देहरादून/पौड़ी: उत्तराखंड में बिजली कटौती और बिल में बढ़ोतरी को लेकर सुराज सेवादल के कार्यकर्ताओं ने आज 9 मई को ऊर्जा भवन कूच किया, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को ऊर्जा भवन के गेट पर ही रोक दिया. रोके जाने से नाराज प्रदर्शनकारी भवन के अंदर जाने की जिद पर अड़ गए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने थाली बजाते हुए ऊर्जा विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और अपना विरोध दर्ज कराया.

प्रदर्शनकारियों ने अघोषित बिजली कटौती, बिजली के दामों में बेतहाशा वृद्धि और ऊर्जा विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की. सुराज सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यूपीसीएल (Uttarakhand Power Corporation Limited) और पिटकुल (Power Transmission Corporation of Uttarakhand Ltd) के एमडी अनिल कुमार ने विभिन्न पदों पर रहते हुए कई भ्रष्टाचार किए. ऐसे में इस मामले की जांच एसआईटी (SIT) या सीबीआई (CBI) से कराई जाए.

ऊर्जा निगम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन.

यूपीसीएल प्रबंध निदेशक को बताया जिम्मेदारः दल के मीडिया प्रभारी राजेंद्र पंत का कहना है कि अनिल कुमार प्रबंध निदेशक यूपीसीएल बिजली प्रबंधन में विफल होने के कारण अघोषित बिजली कटौती और महंगी बिजली की जनता को मार दे रहे हैं. उन्होंने ऊर्जा विभाग में फैली तमाम अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सजा दिलाए जाने की मांग की.
ये भी पढ़ेंः करोड़ों के बकाए पर UPCL का 'सरेंडर', सरकार से बजट की गुहार

बिना अधिकृत कंपनियों कैसे दिए टेंडर?: उन्होंने कहा कि कैग यानी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (Comptroller and Auditor General) की ओर से पिटकुल का ऑडिट करने पर अपनी जांच रिपोर्ट में 50 करोड़ रुपए का घोटाले का खुलासा हुआ था. जबकि, यह घोटाला लगभग 125 करोड़ का है. उन्होंने कहा कि जो कंपनियां ट्रांसफार्मरों के लिए अधिकृत नहीं थी. उनको कैसे टेंडर दे दिए गए.

दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो चंपावत जाकर करेंगे प्रदर्शनः प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री से तमाम मामलों पर कार्रवाई करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. सुराज सेवादल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो उन्हें मजबूरन चंपावत जाकर प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा.

पौड़ी में पहली बारिश में ही बिजली गुल, लोगों ने अंधेरे में गुजारी रातः पौड़ी में पहली बारिश ने ऊर्जा निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी. पौड़ी जिला मुख्यालय के आधा दर्जन मोहल्लों और गांवों में लोगों को रात भर अंधेरे के साये में रात गुजारनी पड़ी. महकमे की मानें तो तकनीकी खराबी के कारण लाइन में दिक्कत आई. इन दिनों बोर्ड परिक्षाएं संचालित हो रही हैं. ऐसे में लाइट नहीं होने से छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बोर्ड परीक्षार्थी साहिल कुमार, आस्था, सूरज आदि ने बताया कि शनिवार को पूरी रात लाइट नहीं रही. जिससे उनका पठन पाठन भी प्रभावित रहा.
ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा में अव्यवस्था! गौरीकुंड में तीन दिनों से बिजली गुल, दोगुने रेट से यात्री परेशान

उधर, ऊर्जा निगम के पौड़ी उपखंड अधिकारी आरपी नौटियाल ने बताया कि तूफानी मौसम के चलते रांसी पावर हाउस से लाइन पर पेड़ की टहनियां गिर गई थी. जिसके कारण शट डाउन लेना पड़ा. हालांकि, ऊर्जा निगम के कर्मचारी रात में कई ट्रांसफामर्स पर लाइन चेक करने में जुटे रहे, लेकिन फॉल्ट बड़ा होने के चलते रात को लाइट सुचारू नहीं हो सकी. काफी मशक्कत के बाद रविवार को सुबह करीब 10 बजे विद्युत आपूर्ति बहाल हो सकी.

देहरादून/पौड़ी: उत्तराखंड में बिजली कटौती और बिल में बढ़ोतरी को लेकर सुराज सेवादल के कार्यकर्ताओं ने आज 9 मई को ऊर्जा भवन कूच किया, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को ऊर्जा भवन के गेट पर ही रोक दिया. रोके जाने से नाराज प्रदर्शनकारी भवन के अंदर जाने की जिद पर अड़ गए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने थाली बजाते हुए ऊर्जा विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और अपना विरोध दर्ज कराया.

प्रदर्शनकारियों ने अघोषित बिजली कटौती, बिजली के दामों में बेतहाशा वृद्धि और ऊर्जा विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की. सुराज सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यूपीसीएल (Uttarakhand Power Corporation Limited) और पिटकुल (Power Transmission Corporation of Uttarakhand Ltd) के एमडी अनिल कुमार ने विभिन्न पदों पर रहते हुए कई भ्रष्टाचार किए. ऐसे में इस मामले की जांच एसआईटी (SIT) या सीबीआई (CBI) से कराई जाए.

ऊर्जा निगम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन.

यूपीसीएल प्रबंध निदेशक को बताया जिम्मेदारः दल के मीडिया प्रभारी राजेंद्र पंत का कहना है कि अनिल कुमार प्रबंध निदेशक यूपीसीएल बिजली प्रबंधन में विफल होने के कारण अघोषित बिजली कटौती और महंगी बिजली की जनता को मार दे रहे हैं. उन्होंने ऊर्जा विभाग में फैली तमाम अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सजा दिलाए जाने की मांग की.
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बिना अधिकृत कंपनियों कैसे दिए टेंडर?: उन्होंने कहा कि कैग यानी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (Comptroller and Auditor General) की ओर से पिटकुल का ऑडिट करने पर अपनी जांच रिपोर्ट में 50 करोड़ रुपए का घोटाले का खुलासा हुआ था. जबकि, यह घोटाला लगभग 125 करोड़ का है. उन्होंने कहा कि जो कंपनियां ट्रांसफार्मरों के लिए अधिकृत नहीं थी. उनको कैसे टेंडर दे दिए गए.

दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो चंपावत जाकर करेंगे प्रदर्शनः प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री से तमाम मामलों पर कार्रवाई करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. सुराज सेवादल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो उन्हें मजबूरन चंपावत जाकर प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा.

पौड़ी में पहली बारिश में ही बिजली गुल, लोगों ने अंधेरे में गुजारी रातः पौड़ी में पहली बारिश ने ऊर्जा निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी. पौड़ी जिला मुख्यालय के आधा दर्जन मोहल्लों और गांवों में लोगों को रात भर अंधेरे के साये में रात गुजारनी पड़ी. महकमे की मानें तो तकनीकी खराबी के कारण लाइन में दिक्कत आई. इन दिनों बोर्ड परिक्षाएं संचालित हो रही हैं. ऐसे में लाइट नहीं होने से छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बोर्ड परीक्षार्थी साहिल कुमार, आस्था, सूरज आदि ने बताया कि शनिवार को पूरी रात लाइट नहीं रही. जिससे उनका पठन पाठन भी प्रभावित रहा.
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उधर, ऊर्जा निगम के पौड़ी उपखंड अधिकारी आरपी नौटियाल ने बताया कि तूफानी मौसम के चलते रांसी पावर हाउस से लाइन पर पेड़ की टहनियां गिर गई थी. जिसके कारण शट डाउन लेना पड़ा. हालांकि, ऊर्जा निगम के कर्मचारी रात में कई ट्रांसफामर्स पर लाइन चेक करने में जुटे रहे, लेकिन फॉल्ट बड़ा होने के चलते रात को लाइट सुचारू नहीं हो सकी. काफी मशक्कत के बाद रविवार को सुबह करीब 10 बजे विद्युत आपूर्ति बहाल हो सकी.

Last Updated : May 9, 2022, 4:25 PM IST
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