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संडे मार्केट व्यापारियों के लिए 'विलेन' बना नगर निगम, खड़ा हुआ रोजी-रोटी का संकट

संडे मार्केट व्यापारियों की मांग पर नगर निगम प्रशासन ने अब एक बार फिर व्यापारियों को सहस्त्रधारा रोड के पास जगह उपलब्ध करवाई है. लेकिन व्यापारी इस नई जगह से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है इस जगह मार्केट लगाने से उनके व्यापार पर बुरा असर पडे़गा.

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Published : Feb 17, 2019, 9:21 PM IST

sunday market

देहरादून: राजधानी की मुख्य सड़कों के किनारे लगने वाले अवैध मार्केट को हटाने के लिए नगर निगम प्रशासन कई दावे करता आया है. लेकिन धरातल पर हालत कुछ और ही बयां करते हैं. देहरादून शहर में कई जगह अवैध बाजार खूब फल-फूल रहे हैं. लेकिन नगर निगम सिर्फ संडे मार्केट पर कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपा रहा है. वहीं संडे मार्केट लगाने वाले व्यापारी भी लगातार निगम से शहर के बीच में जमीन मुहैया करवाने की मांग कर रहे हैं. जिसे प्रशासन हर बार अनसुना कर रहा है.

परेशान हैं संडे मार्केट के व्यापारी
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बता दें कि मौखिक तौर पर नगर निगम प्रशासन ने 2 सप्ताह पहले इन व्यापारियों को कारगी चौक के पास संडे मार्केट लगाने की इजाजत दी थी. लेकिन व्यापारियों के यहां बाजार लगाने से पहले ही एमडीडीए ने रोक लगा दी, क्योंकि यह जमीन एमडीडीए के अधिकार क्षेत्र में आती है.

वहीं संडे मार्केट व्यापारियों की मांग पर नगर निगम प्रशासन ने अब एक बार फिर व्यापारियों को सहस्त्रधारा रोड के पास जगह उपलब्ध करवाई है. लेकिन व्यापारी इस नई जगह से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है इस जगह मार्केट लगाने से उनके व्यापार पर बुरा असर पडे़गा.

संडे मार्केट व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष मरगूब अली का कहना है कि शहर में कई स्थानों पर अवैध बाजार लगता है, लेकिन नगर निगम को सिर्फ संडे मार्केट से ही परेशानी है. जिस स्थान पर नगर निगम ने अब उन्हें जगह उपलब्ध करवाई है, वहां बजार लगाने से उनके व्यापार पर खासा असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन उन्हें शहर के बीचों-बीच संडे मार्केट लगाने के लिए जमीन मुहैया करवाए.

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उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद नगर निगम प्रशासन ने संडे मार्केट व्यापारियों को शिफ्ट तो कर दिया है. लेकिन आज भी इस स्थान के आस-पास और शहर में कई जगह हर रोज सड़क किनारे अवैध बाजार लगता है. जिससे यातायात व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ता है. लेकिन बावजूद इन सबके नगर निगम प्रशासन आंखें मूंदे बैठा हुआ है.

देहरादून: राजधानी की मुख्य सड़कों के किनारे लगने वाले अवैध मार्केट को हटाने के लिए नगर निगम प्रशासन कई दावे करता आया है. लेकिन धरातल पर हालत कुछ और ही बयां करते हैं. देहरादून शहर में कई जगह अवैध बाजार खूब फल-फूल रहे हैं. लेकिन नगर निगम सिर्फ संडे मार्केट पर कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपा रहा है. वहीं संडे मार्केट लगाने वाले व्यापारी भी लगातार निगम से शहर के बीच में जमीन मुहैया करवाने की मांग कर रहे हैं. जिसे प्रशासन हर बार अनसुना कर रहा है.

परेशान हैं संडे मार्केट के व्यापारी
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बता दें कि मौखिक तौर पर नगर निगम प्रशासन ने 2 सप्ताह पहले इन व्यापारियों को कारगी चौक के पास संडे मार्केट लगाने की इजाजत दी थी. लेकिन व्यापारियों के यहां बाजार लगाने से पहले ही एमडीडीए ने रोक लगा दी, क्योंकि यह जमीन एमडीडीए के अधिकार क्षेत्र में आती है.

वहीं संडे मार्केट व्यापारियों की मांग पर नगर निगम प्रशासन ने अब एक बार फिर व्यापारियों को सहस्त्रधारा रोड के पास जगह उपलब्ध करवाई है. लेकिन व्यापारी इस नई जगह से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है इस जगह मार्केट लगाने से उनके व्यापार पर बुरा असर पडे़गा.

संडे मार्केट व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष मरगूब अली का कहना है कि शहर में कई स्थानों पर अवैध बाजार लगता है, लेकिन नगर निगम को सिर्फ संडे मार्केट से ही परेशानी है. जिस स्थान पर नगर निगम ने अब उन्हें जगह उपलब्ध करवाई है, वहां बजार लगाने से उनके व्यापार पर खासा असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन उन्हें शहर के बीचों-बीच संडे मार्केट लगाने के लिए जमीन मुहैया करवाए.

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उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद नगर निगम प्रशासन ने संडे मार्केट व्यापारियों को शिफ्ट तो कर दिया है. लेकिन आज भी इस स्थान के आस-पास और शहर में कई जगह हर रोज सड़क किनारे अवैध बाजार लगता है. जिससे यातायात व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ता है. लेकिन बावजूद इन सबके नगर निगम प्रशासन आंखें मूंदे बैठा हुआ है.

Intro:देहरादून- राजधानी की मुख्य सड़को के किनारे लगने वाले अवैध मार्केट को हटाने के नगर निगम प्रशासन लाख दावे तो जरूर करता है । लेकिन वास्तविक स्थिति कुछ ये है कि राजधानी के पलटन बाजार से लेकर डिस्पेंसरी रोड और लैंसडाउन चौक तक आज भी आए दिन फुटपाथ पर अवैध बाजार लगता है। लेकिन इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन आंखें मूंदे बैठा हुआ है ।

इस स्थिति को देखकर यही लगता है कि नगर निगम प्रशासन को शहर में सिर्फ संडे मार्केट व्यापारियों द्वारा महज संडे को लगने वाला बाज़ार ही नजर आता है । क्योंकि यदि ऐसा नही होता तो शहर से सिर्फ संडे मार्केट को ही नही हटाया गया होता ।




Body:आज स्थिति कुछ यह है की पिछले लंबे समय से संडे मार्केट व्यापारी नगर निगम प्रशासन से व्यापार के लिए कोई नया स्थान दिए जाने की मांग कर रहे है । लेकिन नगर निगम प्रशासन के तरफ से उन्हें स्थान उपलब्ध कराने के लिए केवल मौखिक आश्वासन ही दिए जा रहे हैं ।

बता दें कि मौखिक तौर पर नगर निगम प्रशासन ने 2 सप्ताह पहले इन व्यापारियों को कारगी चौक के पास संडे मार्केट लगाने की इजाजत दी थी । लेकिन इससे पहले की व्यापारी यहां बाजार लगा पाते एमडीडीए ने इन्हें रोक दिया । दरअसल यह जमीन एमडीडीए के अधिकार क्षेत्र में आती थी ।

वहीं संडे मार्केट व्यापारियों की मांग पर नगर निगम प्रशासन ने अब एक बार फिर व्यापारियों को संडे मार्केट लगाने के लिए सहसधारा रोड के पास जगह उपलब्ध कराई है। लेकिन व्यापारी इस नई जगह से बिल्कुल संतुष्ट नहीं है ।सन्डे मार्केट व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष मरगूब अली का कहना है की शहर में और भी कई स्थानों पर अवैध बाजार लगता है लेकिन नगर निगम को सिर्फ उनसे ही परेशानी है जिस स्थान पर नगर निगम ने अब उन्हें जगह उपलब्ध कराई है उस स्थान पर बजार लगाने से उनके व्यापार पर खासा असर पड़ेगा। ऐसे में नगर निगम प्रशासन उन्हें शहर के बीचो-बीच किसी स्थान पर संडे मार्केट लगाने की अनुमति प्रदान करें।

बाइट- मरकूब अली अध्यक्ष
बाइट- व्यापारी




Conclusion:बहरहाल उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद नगर निगम प्रशासन ने संडे मार्केट व्यापारियों को तो जरूर शिफ्ट कर दिया है । लेकिन आज भी इस स्थान के पास हर दिन सड़क किनारे बाजार लगता है । जिससे यातायात पर खासा प्रभाव पड़ता । लेकिन अफसोस नगर निगम प्रशासन को सड़क किनारे लगने वाला ये बाजार नजर नही आता या यूं कहें कि देखकर भी निगम प्रशासन अनजान बना बैठा हुआ है।
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