मसूरी: एमपीजी कॉलेज मसूरी में स्नातक स्तर पर पहले सेमेस्टर के लिए ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और एमपीजी कॉलेज छात्र संगठन ने ऑनलाइन फॉर्म लिए जाने का विरोध किया है. इस संबंध में उन्होंने मसूरी एमपीजी कॉलेज प्रधानाचार्य को ज्ञापन देकर ऑनलाइन प्रक्रिया को बंद करने की मांग की है. उनका कहना है कि मसूरी एमपी कॉलेज में 80% छात्र-छात्राएं पहाड़ी क्षेत्रों से आते हैं, ऐसे में उनको ऑनलाइन प्रवेश लेने में खासी दिक्कत पेश आ रही है.
छात्र नेता मनीष नौटियाल का कहना है कि मसूरी में साइबर कैफे संचालक ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए मोटी रकम वसूल रहे हैं, जिससे छात्रों को काफी परेशानी हो रही हैं. क्योंकि कोरोना काल में सभी लोगों की आर्थिक स्थिति काफी खराब है. ऐसे में छात्र संगठन की मांग है कि प्रथम सेमेस्टर के फॉर्म ऑफलाइन करवाए जाएं, जिसके लिए कॉलेज में ही व्यवस्था की जाए. वहीं प्रवेश के लिए कॉलेज में ही कैंप लगाया जाए. मनीष नौटियाल का कहना है कि अगर उनकी मांग जल्द ही पूरी नहीं होती, तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे.
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कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. सुनील पंवार ने कहा कि उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी कॉलेजों में ऑनलाइन प्रवेश को लेकर ही अनुमति दी है. ऐसे में अगर पहाड़ी क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को प्रवेश लेने में दिक्कत आ रही है, तो वो उच्च शिक्षा निदेशालय से बात कर समस्याओं का निराकरण करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सोशल-डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाना है, ऐसे में अगर कॉलेज में ऑफलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू कराई जाती है, तो उससे दिक्कत पैदा हो सकती है.