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फीस बढ़ोतरी मामला: एसडीएम के आश्वासन पर छात्रों ने 7 दिनों के लिए आंदोलन किया स्थगित

फीस बढ़ोतरी के खिलाफ के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज में तालाबंदी की और जोरदर प्रदर्शन किया. इससे पूर्व कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पंवार के नेतृत्व में कॉलेज में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और कुलपति गढ़वाल विश्वविद्यालय के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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Published : Nov 15, 2019, 10:13 PM IST

Updated : Nov 16, 2019, 12:00 AM IST

छात्रों ने फूंका पुतला

मसूरी: फीस बढ़ोतरी के विरोध में कई दिन से आंदोलन कर रहे छात्रों ने एसडीएम मसूरी के आश्वासन के बाद प्रदर्शन खत्म कर दिया. जिसके बाद एमपीजी कॉलेज को भी खोल दिया गया. छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पंवार ने कहा कि एसडीएम मसूरी के माध्यम से उनके द्वारा केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री और उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर बढ़ी हुई फीस को जल्द वापस लेने की मांग की है. एसडीएम द्वारा आश्वासन दिया गया कि वह उनके ज्ञापन को संबंधित मंत्रियों तक पहुंचाने के साथ उच्च अधिकारियों से वार्ता कर छात्र-छात्राओं द्वारा फीस वृद्धि के बाद हो रही समस्या के बारे में अवगत कराएंगे. वहीं, मामले में छात्रसंघ ने अब सात दिनों तक अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया है.

छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार ने कहा कि सरकार शिक्षा को व्यवसायिक रूप दे रही है. फीस को 750 रुपए से बढ़ाकर 2150 और फिर 3150 रुपए कर दी दिया. फीस बढ़ाने से छात्र परेशान हैं. सरकार बढ़ाई हुई फीस वापस नहीं लेती तो उग्र आंदोलन करेंगे. मसूरी एसडीएम वरुण चौधरी ने कहा कि छात्रों के आश्वासन के बाद फीस वृद्धि को लेकर किए गए आंदोलन को स्थगित कर दिया है.

प्रदर्शन करते छात्र

ये भी पढ़ें:प्राइवेट स्कूटी संचालन से टैक्सी संचालकों में आक्रोश, प्रदर्शन की दी चेतावनी

उन्होंने छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वह अपनी आने वाली परीक्षाओं के लिए तैयारी करें. जिससे परीक्षा में बेहतर परिणाम आएं. फीस वृद्धि को लेकर दिए गए ज्ञापन को उच्च अधिकारियों के माध्यम से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड को भिजवाने का काम करेंगे. जिससे की छात्रों के हितों में निर्णय हो सके.

मसूरी: फीस बढ़ोतरी के विरोध में कई दिन से आंदोलन कर रहे छात्रों ने एसडीएम मसूरी के आश्वासन के बाद प्रदर्शन खत्म कर दिया. जिसके बाद एमपीजी कॉलेज को भी खोल दिया गया. छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पंवार ने कहा कि एसडीएम मसूरी के माध्यम से उनके द्वारा केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री और उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर बढ़ी हुई फीस को जल्द वापस लेने की मांग की है. एसडीएम द्वारा आश्वासन दिया गया कि वह उनके ज्ञापन को संबंधित मंत्रियों तक पहुंचाने के साथ उच्च अधिकारियों से वार्ता कर छात्र-छात्राओं द्वारा फीस वृद्धि के बाद हो रही समस्या के बारे में अवगत कराएंगे. वहीं, मामले में छात्रसंघ ने अब सात दिनों तक अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया है.

छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार ने कहा कि सरकार शिक्षा को व्यवसायिक रूप दे रही है. फीस को 750 रुपए से बढ़ाकर 2150 और फिर 3150 रुपए कर दी दिया. फीस बढ़ाने से छात्र परेशान हैं. सरकार बढ़ाई हुई फीस वापस नहीं लेती तो उग्र आंदोलन करेंगे. मसूरी एसडीएम वरुण चौधरी ने कहा कि छात्रों के आश्वासन के बाद फीस वृद्धि को लेकर किए गए आंदोलन को स्थगित कर दिया है.

प्रदर्शन करते छात्र

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उन्होंने छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वह अपनी आने वाली परीक्षाओं के लिए तैयारी करें. जिससे परीक्षा में बेहतर परिणाम आएं. फीस वृद्धि को लेकर दिए गए ज्ञापन को उच्च अधिकारियों के माध्यम से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड को भिजवाने का काम करेंगे. जिससे की छात्रों के हितों में निर्णय हो सके.

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मसूरी एमपीजी कॉलेज में गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा फीस वृद्धि करने पर छात्र-छात्राओं द्वारा किए जा रहे आंदोलन को शुक्रवार को एसडीएम मसूरी वरुण चौधरी के उच्च अधिकारियों से वार्ता कर जल्द हल निकालने के आश्वासन के बाद खत्म कर दिया गया एम पी जी कॉलेज को भी खोल दिया गया इससे पूर्व कॉलेज के छात्र छात्राओं ने छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार के नेतृत्व में कॉलेज में ताला लगाकर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और कुलपति गढ़वाल विश्वविद्यालय के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर दोनों के पुतले को आग के हवाले किया


Body:छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार ने कहा कि सरकार शिक्षा को व्यवसायिक रूप दे रही है जिसके तहत 750 रुपए से बढ़ाकर 2150 की गई और फिर उसको 3150 रुपए कर दी गई जिससे छात्र छात्राएं काफी परेशान है उन्होंने कहा कि अगर जल्द सरकार बढ़ाई हुई फीस के निर्णय को लेकर कदम नहीं उठाती तो छात्र-छात्राएं का आंदोलन जारी रहेगा प्रिंस पवार ने कहा कि एसडीएम मसूरी के माध्यम से उनके द्वारा केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री और उत्तराखंड उच्च शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर बढ़ी हुई फीस को जल्द वापस लेने की मांग की है इस पर एसडीएम मसूरी द्वारा आश्वासन दिया गया कि वह उनके ज्ञापन को संबंधित मंत्रियों तक पहुंचाने के साथ उच्च अधिकारियों से वार्ता कर छात्र-छात्राओं द्वारा फीस वृद्धि के बाद हो रही समस्या के बारे में अवगत कराएंगे वहीं फीस को पुराने दर पर लाने की कोशिश करेंगे जिस पर छात्र संघ द्वारा 7 दिनों तक अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है और कॉलेज को खोल दिया गया है


Conclusion:मसूरी एसडीएम वरुण चौधरी ने कहा कि छात्रों को आश्वासन के बाद उनके द्वारा फीस वृद्धि को लेकर किए गए आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है उन्होंने छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वह अपनी आने वाली परीक्षाओं के लिए तैयारी करें क्योंकि अगर छात्र छात्राएं परीक्षा में बेहतर परिणाम लाएंगे तो उसका असर उनके भविष्य को बनाने पर होगा वहीं उन्होंने कहा कि फीस वृद्धि को लेकर दिए गए ज्ञापन को उच्च अधिकारियों के माध्यम से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड को भिजवाने के काम करेंगे जिससे के छात्रों के हितों में निर्णय लिया जा सके
Last Updated : Nov 16, 2019, 12:00 AM IST
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