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मसूरी: फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ छात्रों ने मांगी भीख, कॉलेज में जड़ा ताला

गढ़वाल विवि की परीक्षा फीस बढ़ोत्तरी को लेकर छात्र पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही है. ऐसे में उन्होंने हाथों में कटोरा थामकर अपना विरोध दर्ज कराया है.

फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ छात्रों ने मांगी भीख
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Published : Nov 13, 2019, 9:33 PM IST

मसूरीः परीक्षा फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ एमपीजी कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज में तालाबंदी कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने हाथों में कटोरा लेकर लोगों से भीख मांगकर अपना विरोध जताया.

फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ छात्रों ने मांगी भीख

इस मौके पर छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस ने बताया कि गढ़वाल विवि की परीक्षा फीस बढ़ोत्तरी को लेकर छात्र पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही है. ऐसे में उन्होंने हाथों में कटोरा थामकर अपना विरोध दर्ज कराया है.

वहीं, छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पंवार, सुमित भंडारी, जगपाल गुसाईं और मनीष नौटियाल ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन अपना फैसला वापस नहीं लेता वह कॉलेज को नहीं खुलने देंगे और उनका आंदोलन जारी रहेगा.

ये भी पढ़ेंःबदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 17 नवंबर को होंगे बंद, आज होगी गणेश जी की पूजा

प्रदर्शकारियों का कहना है कि इस मामले में ना तो सरकार ध्यान दे रही है, ना ही कुलपति और ना ही उच्च शिक्षा मंत्री. उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा के लिए के स्तर को बढ़ाने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत गरीब छात्र- छात्राओं को शिक्षा देने पर जोर दे रही है. वहीं, दिनोंदिन उच्च शिक्षा में लगातार फीस में इजाफा किया जा रहा है.

उधर, कॉलेज प्राचार्य ने साफ तौर पर कहा कि छात्रों के आंदोलन से पढ़ाई प्रभावित हो रही है. वहीं, कॉलेज का काम भी नहीं हो पा रहा है, इसको लेकर गुरुवार को पुलिस प्रोटेक्शन के बीच कॉलेज को खोला जाएगा.

मसूरीः परीक्षा फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ एमपीजी कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज में तालाबंदी कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने हाथों में कटोरा लेकर लोगों से भीख मांगकर अपना विरोध जताया.

फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ छात्रों ने मांगी भीख

इस मौके पर छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस ने बताया कि गढ़वाल विवि की परीक्षा फीस बढ़ोत्तरी को लेकर छात्र पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही है. ऐसे में उन्होंने हाथों में कटोरा थामकर अपना विरोध दर्ज कराया है.

वहीं, छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पंवार, सुमित भंडारी, जगपाल गुसाईं और मनीष नौटियाल ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन अपना फैसला वापस नहीं लेता वह कॉलेज को नहीं खुलने देंगे और उनका आंदोलन जारी रहेगा.

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प्रदर्शकारियों का कहना है कि इस मामले में ना तो सरकार ध्यान दे रही है, ना ही कुलपति और ना ही उच्च शिक्षा मंत्री. उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा के लिए के स्तर को बढ़ाने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत गरीब छात्र- छात्राओं को शिक्षा देने पर जोर दे रही है. वहीं, दिनोंदिन उच्च शिक्षा में लगातार फीस में इजाफा किया जा रहा है.

उधर, कॉलेज प्राचार्य ने साफ तौर पर कहा कि छात्रों के आंदोलन से पढ़ाई प्रभावित हो रही है. वहीं, कॉलेज का काम भी नहीं हो पा रहा है, इसको लेकर गुरुवार को पुलिस प्रोटेक्शन के बीच कॉलेज को खोला जाएगा.

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मसूरी एम पी जी कॉलेज में छात्रों का गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा कॉलेजों में फीस वृद्धि को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है इसको लेकर बुधवार को मसूरी एम पी जी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार के नेतृत्व में कॉलेज में तालाबंदी कर कॉलेज को अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दिया गया वहीं कॉलेज में तालाबंदी के दौरान छात्रों और प्राचार्य एसपी जोशी के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई वही छात्रों ने भीख मांगकर और कुलपति व उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत किबशव यात्रा निकालकर अपना विरोध विरोध प्रदर्शन जाहिर किया वह शव को आग के हवाले कर जमकर नारेबाजी की


Body:छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार, सुमित भंडारी ,जगपाल गुसाईं और मनीष नौटियाल ने कहा कि कॉलेज को जब तक नहीं खुलने देंगे जब तक गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा बढ़ाई गई फीस को वापस नहीं लिया जाता तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा वह कॉलेज में को भी अनिश्चितकालीन के लिए बंद रखा जाएगा उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में छात्र बढ़ी हुई फीस को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं परंतु ना तो इस ओर सरकार ध्यान दे रही है और ना ही कुलपति और उच्च शिक्षा मंत्री उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा के लिए के स्तर को बढ़ाने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत गरीब छात्र छात्राओं को शिक्षा देने पर जोर दे रही है वहीं उच्च शिक्षा में लगातार फीस में वृद्धि की जा रही है जिससे गरीब छात्र देने में असमर्थ है उन्होंने कहा कि अगर जल्दी ही बढ़ी हुई फीस को वापस नहीं लिया जाता तो कॉलेज को खोलने नहीं दिया जाएगा वहीं अगर कॉलेज को जबरदस्ती खोलने का प्रयास किया जाएगा तो आंदोलन को और उग्र कर आत्मादाह जैसे कदम भी उठाए जाएंगे


Conclusion:कॉलेज प्राचार्य ने साफ तौर पर कहा कि छात्रों के आंदोलन से कई छात्रों का पढ़ाई प्रभावित हो रही है वहीं कॉलेज का काम भी नहीं हो पा रहा है इसको लेकर गुरुवार को पुलिस प्रोटेक्शन के बीच कॉलेज को खोला जाएगा
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