देहरादून: उत्तराखंड के छात्र संगठनों ने अंकिता हत्याकांड मामले (ankita murder case) में सरकार से सीबीआई जांच कराने की मांग उठाई थी. छात्रों ने सरकार को इसके लिए 1 हफ्ते का समय दिया था, लेकिन उनकी मांग पर सुनवाई नहीं होने से नाराज छात्र संगठनों ने तिरंगा यात्रा निकालने का निर्णय लिया है. यह तिरंगा यात्रा अंकिता के आवास से शुरू होगी, जिसका समापन आरोपी के रिजॉर्ट पर किया जाएगा.
छात्र संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि इस तिरंगा यात्रा का मकसद अंकिता भंडारी हत्याकांड के उन वीआईपी आरोपी के नाम उजागर करवाकर उनको सजा दिलवाना है. जिनकी वजह से इस अपराध को अंजाम दिया गया. सत्यम शिवम छात्र संगठन से जुड़े नरेंद्र शर्मा और वंदे मातरम छात्र संगठन के जितेंद्र पाल पाठी ने कहा कि अंकिता हत्याकांड की जांच सीबीआई से नहीं कराई जा रही है. जिससे छात्र संगठनों में आक्रोश व्याप्त है.
उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटना किसी बहन-बेटी के साथ घटित ना हो, इसको लेकर तमाम छात्र संगठन तिरंगा यात्रा में भाग लेंगे. छात्र संगठनों की ओर से अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर तिरंगा यात्रा निकाले जाने का निर्णय लिया गया है. यह यात्रा सोमवार की सुबह 9 बजे अंकिता की आवास से शुरू होकर श्रीनगर से होते हुए आरोपी के रिजॉर्ट पर जाकर समाप्त होगी.