ऋषिकेश: आवारा पशु लोगों के लिए सिर दर्द बने हुए हैं. ऋषिकेश बैराज पुल पार चीला मार्ग पर सैकड़ों आवारा पशु सड़क हादसों को न्योता दे रहे हैं. कई बार दोपहिया वाहन इसकी चपेट में आकर चोटिल भी हो चुके हैं. बावजूद इसके आवारा पशुओं को सड़क से हटाने की मुहिम चलती नहीं दिखाई दे रही है. ऐसे में बड़ी सड़क दुर्घटनाओं के होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता. मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले साइकिल राइडर्स ने प्रशासन से आवारा गोवंश को सड़को से हटाने की मांग की है.
ऋषिकेश मुनिकी रेती और यमकेश्वर के स्वर्गाश्रम क्षेत्र के बाद अब को कुनाऊ के पास चीला मार्ग पर भी आवारा पशुओं का झुंड देखने को मिल रहा है. लगातार आवारा पशुओं की वजह से सड़क हादसे हो रहे हैं, फिर भी जिम्मेदार मामले को गंभीरता से लेने के लिए तैयार दिखाई नहीं दे रहे हैं. चीला मार्ग पर सैकड़ों आवारा पशुओं का झुंड सड़कों पर हादसे को न्योता दे रहा हैं.
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रोजाना सैकड़ों वाहन चीला मार्ग से होकर गुजरते हैं. जबकि यमकेश्वर और डाडा मंडल के वाहन भी इसी मार्ग से अपने गंतव्य की ओर जाते हैं. दोपहिया वाहन चालक कई बार आवारा गोवंश की चपेट में आकर चोटिल भी हो चुके हैं. सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले लोग आवारा पशुओं की लड़ाई के बीच फंसकर अस्पताल पहुंच चुके है.
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ऐसे में जल्दी ही आवारा पशुओं को यदि सड़कों से हटाया नहीं गया तो बड़े हादसे होने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. गौहरी रेंज के क्षेत्राधिकारी धीर सिंह ने बताया कि आवारा पशुओं को हटाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है. मामला वन विभाग के संज्ञान में आया है. उन्होंने इस संबंध में एक पत्र भी जिला प्रशासन को भेजा है.