देहरादूनः प्रधानमंत्री लोन योजना (prime minister loan scheme) के नाम पर करोड़ों की साइबर ठग गिरोह का उत्तराखंड एसटीएफ (Uttarakhand STF) ने पर्दाफाश किया है. एसटीएफ ने हरिद्वार से गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में ठगी का नेटवर्क फैला हुआ है. गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है.
एसटीएफ ने इस मामले में गिरोह के एक सदस्य को हरिद्वार कांगड़ी से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ की गिरफ्त में आया आरोपी संजय कुमार पुत्र अयोध्या प्रसाद मूल रूप से थाना लहरपुर जिला सीतापुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है. देहरादून साइबर क्राइम पुलिस के मुताबिक अभियुक्त संजय कुमार द्वारा दून में रहने वाले एक शिकायकर्ता को पीएम लोन योजना के नाम पर झांसा देकर फाइल इंश्योरेंस चार्जिंग के जरिए ₹1लाख 22 हजार की ठगी की घटना को अंजाम दिया था.
मोबाइल की दुकान चलाता है आरोपी
उत्तराखंड STF और साइबर क्राइम पुलिस इस गिरोह के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की जांच पड़ताल कर उनकी तलाश में जुटी है. हरिद्वार कांगड़ी से गिरफ्तार किया गया गिरोह का सदस्य संजय कुमार हरिद्वार में एक मोबाइल की दुकान पर कार्य करने के दौरान गुपचुप तरीके से गिरोह के नेटवर्क से जुड़ कर साइबर अपराध को अंजाम दे रहा था.
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सोशल मीडिया व समाचार पत्र पर फर्जी विज्ञापन
उत्तराखंड STF के मुताबिक आरोपी उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी जैसे तमाम राज्यों में दैनिक समाचार पत्र और फेसबुक सहित सोशल मीडिया पर 1% ब्याज में प्रधानमंत्री लोन योजना का विज्ञापन देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था. देहरादून के नालापानी निवासी शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने एक विज्ञापन के जरिए लोन दिलाने वाले लोगों से संपर्क किया. लोन स्वीकृत करने के नाम पर फाइल चार्ज, इंश्योरेंस जैसे अन्य शुल्क के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों में ₹1,22,000 जमा करा कर धोखाधड़ी की गई.
दिल्ली, यूपी के मोबाइल नंबरों की इस्तेमाल
एसटीएफ के मुताबिक इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही गिरोह के सदस्य को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया. जांच पड़ताल में पता चला है कि उत्तराखंड में इस साइबर गिरोह द्वारा जो फोन नंबर इस्तेमाल किया गया. वह दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों के हैं. इतना ही नहीं, जानकारी में पता चला कि इस गिरोह के साइबर अपराधियों द्वारा दिल्ली, नोएडा, सीतापुर के बैंक खातों का प्रयोग कर धोखाधड़ी वाली रकम ट्रांसफर की जाती है.
अपराध का तरीका
उत्तराखंड STF व साइबर क्राइम पुलिस के मुताबिक पीएम लोन योजना के नाम पर लोगों को ठगने वाला यह साइबर गिरोह उत्तरभारत के दैनिक समाचार पत्रों के अलावा फेसबुक और सोशल मीडिया के जरिए देश के कई राज्यों के लोगों तक विज्ञापन पहुंचाता है. 1% ब्याज में कर्जा देने जैसे लोभ लुभावन योजना का झांसा देकर इस गिरोह के पास जो फोन कॉल आते हैं. उनसे कुछ दिन बाद ग्राहक का लोन स्वीकृत होने के नाम पर फाइल चार्ज इंश्योरेंस व अन्य तरह के शुल्क अलग-अलग बैंकों में जमा कराने का जाल बिछाया जाता है. इतना ही नहीं, इस गिरोह द्वारा जनता को ठगने की नियत से अपनी फर्जी आईडी और मोबाइल सिम का नंबर देकर बैंक खाता खोलकर उसमें धनराशि जमा कराई जाती है.
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ठगी के बाद बंद कर देते हैं नंबर
किसी भी ग्राहक का पैसा जमा होने के बाद यह गिरोह अपने मोबाइल सिम नंबर और संपर्क सूत्र को नष्ट कर देते हैं. इससे पहले यह झांसे में आए ग्राहकों को विश्वास दिलाने के लिए फर्जी लोन अप्रूवल लेटर, सर्टिफिकेट, आईडी जैसे दस्तावेज भेजकर लाखों रुपये की साइबर धोखाधड़ी अपराध को अंजाम देते है
सस्ते लोन के झांसे में ना आए: एसटीएफ
STF SSP अजय सिंह के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ में पता चला है कि उसके नेटवर्क के कई साथी उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, उत्तराखंड के लोगों से ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में इस गिरोह से जुड़े लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाकर उनकी धरपकड़ जारी है. इतना ही नहीं, उत्तराखंड के साथ-साथ अन्य राज्य में इस प्रकार की धोखाधड़ी से संबंधित पीड़ितों से संपर्क कर इस धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सदस्यों के संबंध में जानकारी जुटाकर प्रभावी कार्रवाई को तेज कर दिया गया है.
STF ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि सरकारी योजनाओं के नाम पर सस्ता लोन दिलाने जैसे अन्य तरह से लोभ लुभावन बातें करने वाले लोगों के झांसे में ना आए. वरना बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है.