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STF की रिमांड पर काशीपुर मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाश, होगी पूछताछ - काशीपुर मुठभेड़

उत्तराखंड एसटीएफ चारों बदमाशों को रिमांड पर लेकर कई राज उगलवाएगी. उत्तराखंड एसटीएफ सबसे पहले इन बदमाशों के उत्तराखंड कनेक्शन के बारे में जानकारी जुटागी. साथ ही पता लगाएगी की ये गिरोह उत्तराखंड में तो कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में नहीं था. इसके अलावा उत्तराखंड में इन बदमाशों को कौन-कौन पनाह देता था. ये वो सवाल है, जिनका जवाब रिमांड पर उत्तराखंड एसटीएफ बदमाशों से लेगी.

काशीपुर मुठभेड़
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Published : Jul 20, 2021, 10:43 PM IST

काशीपुर/देहरादून: उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में सोमवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए पंजाब के तीन गैंगस्टरों सहित चारों लोगों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने अदालत में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. पुलिस को पेशी के दौरान गैंगवार की आशंका थी. पुलिस की गिरफ्त में आए चारों बदमाश पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर कुलवीर निरवाना और एक अन्य व्यक्ति की हत्या के मामले में फरार चल रहे थे. कोर्ट ने चारों आरोपियों की दो दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है.

काशीपुर के गुलजारपुर गांव में सोमवार को एसटीएफ की कुमाऊं रीजन और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने कई घंटे की मुठभेड़ के बाद पंजाब के कुख्यात देवेंद्र बमभय्या गैंग के सदस्य संदीप सिंह उर्फ भल्ला शेखू, फतेह सिंह उर्फ युवराज और अमनदीप और अन्य को दबोचा था.

पढ़ें- उत्तराखंड STF की पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर्स से मुठभेड़, 4 गिरफ्तार, विदेशी ऑटोमेटिक वेपन बरामद

पुलिस ने बताया कि संदीप सिंह और फतेह सिंह ने 22 जून 2020 को अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर पंजाब के नंबर एक गैंगस्टर कुलवीर निरवाना पर ताबड़तोड़ गोली चला दी थी. बुलेटप्रूफ कार में बैठे होने के कारण निरवाना उस वक्त बच गया, लेकिन इस घटना के 10 दिन बाद निरवाना को दोबारा शिकार बनाया गया और उसकी हत्या हो गई. निरवाना की हत्या में देवेंद्र बमभय्या गैंग का नाम सामने आया था. तब से संदीप और फतेह सिंह, निरवाना गैंग के निशाने पर थे.

इसके कुछ समय बाद संदीप और फतेह सिंह ने पंजाब के बठिंडा के नरुआना निवासी कुलवीर सिंह उर्फ वीरा पर गोली चला दी और फरार हो गये थे. आरोपियों के खिलाफ बठिंडा थाने में धारा 307, 427, 336, 341 और 120बी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया था.

पुलिस की सख्ती के बाद संदीप और फतेह सिंह अपने दो अन्य साथियों और अमनदीप के साथ पंजाब से उत्तराखंड के काशीपुर पहुंच गया था. सभी बदमाश यहां एक फार्म हाउस में छिपे हुये थे. सोमवार शाम को पंजाब पुलिस की टीम और उत्तराखंड एसटीएफ की कुमाऊं यूनिट संयुक्त रूप से बदमाशों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी. दोनों तरफ से करीब 15 से ज्यादा राउंड फायरिंग हुई थी. इसके बाद पुलिस ने तीन बदमाशों और बदमाशों को शह देने के मामले में एक अन्य शख्स को गिरफ्तार किया है.

जानकारी के मुताबिक पुलिस रिमांड पर उत्तराखंड एसटीएफ और पंजाब पुलिस आरोपी से कई अमह सवाल करेगी. साथ ही उत्तराखंड एसटीएफ ये पता लगाने की भी कोशिस करेगी की, ये बदमाश उत्तराखंड में तो कोई बड़ी बारदात को अंजाम देने की फिराक में नहीं थे. साथ ये गिरोह विदेश हथियार कहा से लाया था, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी.

काशीपुर/देहरादून: उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में सोमवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए पंजाब के तीन गैंगस्टरों सहित चारों लोगों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने अदालत में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. पुलिस को पेशी के दौरान गैंगवार की आशंका थी. पुलिस की गिरफ्त में आए चारों बदमाश पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर कुलवीर निरवाना और एक अन्य व्यक्ति की हत्या के मामले में फरार चल रहे थे. कोर्ट ने चारों आरोपियों की दो दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है.

काशीपुर के गुलजारपुर गांव में सोमवार को एसटीएफ की कुमाऊं रीजन और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने कई घंटे की मुठभेड़ के बाद पंजाब के कुख्यात देवेंद्र बमभय्या गैंग के सदस्य संदीप सिंह उर्फ भल्ला शेखू, फतेह सिंह उर्फ युवराज और अमनदीप और अन्य को दबोचा था.

पढ़ें- उत्तराखंड STF की पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर्स से मुठभेड़, 4 गिरफ्तार, विदेशी ऑटोमेटिक वेपन बरामद

पुलिस ने बताया कि संदीप सिंह और फतेह सिंह ने 22 जून 2020 को अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर पंजाब के नंबर एक गैंगस्टर कुलवीर निरवाना पर ताबड़तोड़ गोली चला दी थी. बुलेटप्रूफ कार में बैठे होने के कारण निरवाना उस वक्त बच गया, लेकिन इस घटना के 10 दिन बाद निरवाना को दोबारा शिकार बनाया गया और उसकी हत्या हो गई. निरवाना की हत्या में देवेंद्र बमभय्या गैंग का नाम सामने आया था. तब से संदीप और फतेह सिंह, निरवाना गैंग के निशाने पर थे.

इसके कुछ समय बाद संदीप और फतेह सिंह ने पंजाब के बठिंडा के नरुआना निवासी कुलवीर सिंह उर्फ वीरा पर गोली चला दी और फरार हो गये थे. आरोपियों के खिलाफ बठिंडा थाने में धारा 307, 427, 336, 341 और 120बी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया था.

पुलिस की सख्ती के बाद संदीप और फतेह सिंह अपने दो अन्य साथियों और अमनदीप के साथ पंजाब से उत्तराखंड के काशीपुर पहुंच गया था. सभी बदमाश यहां एक फार्म हाउस में छिपे हुये थे. सोमवार शाम को पंजाब पुलिस की टीम और उत्तराखंड एसटीएफ की कुमाऊं यूनिट संयुक्त रूप से बदमाशों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी. दोनों तरफ से करीब 15 से ज्यादा राउंड फायरिंग हुई थी. इसके बाद पुलिस ने तीन बदमाशों और बदमाशों को शह देने के मामले में एक अन्य शख्स को गिरफ्तार किया है.

जानकारी के मुताबिक पुलिस रिमांड पर उत्तराखंड एसटीएफ और पंजाब पुलिस आरोपी से कई अमह सवाल करेगी. साथ ही उत्तराखंड एसटीएफ ये पता लगाने की भी कोशिस करेगी की, ये बदमाश उत्तराखंड में तो कोई बड़ी बारदात को अंजाम देने की फिराक में नहीं थे. साथ ये गिरोह विदेश हथियार कहा से लाया था, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी.

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