देहरादून: प्रदेश में इस साल 14 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. जिसे देखते हुए उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड, अभी से ही व्यवस्थाएं मुकम्मल करने में जुट गया है. इस साल चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को सही ढंग से मुकम्मल करना राज्य सरकार के लिए भी एक बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि इस साल महाकुंभ का भी आयोजन उत्तराखंड में हो रहा है. अप्रैल महीने के आखिरी दिनों तक कुंभ मेला चलने वाला है. ऐसे में 14 मई से शुरू हो रही चारधाम की यात्रा की व्यवस्थाओं को बनाने के लिए राज्य सरकार के पास मात्र 14 से 17 दिन का ही समय बचेगा.
जिसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार अभी से ही चारधाम से जुड़ी तमाम व्यवस्थाओं पर होमवर्क कर रही है. ताकि महाकुंभ संपन्न होने के बाद, समय से चारधाम की व्यवस्थाओं को मुकम्मल कर लिया जाए. इसी क्रम में केदारनाथ और बदरीनाथ में अति आवश्यक निर्माण कार्यों की रूपरेखा तय हो रही है. केदारनाथ में रावल एवं पुजारी निवास, भोगमंडी, निर्माण कार्य शुरू किये जाने के लिए कार्ययोजना बन रही है. इसके साथ ही देवस्थानम बोर्ड का एक दल चारों धाम की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किए जाने को लेकर स्थलीय निरीक्षण भी कर रहा है.
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वहीं, चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं के सवाल पर शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि पिछले साल, कोविड-19 का प्रकोप होने की वजह से चारधाम की यात्रा काफी प्रभावित हुई थी. इस सीजन कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए तैयारियां की जा रही हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इस सीजन की चारधाम यात्रा काफी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि अप्रैल अंत में जहां एक ओर महाकुंभ का समापन होगा, तो वहीं उसके 2 हफ़्ते बाद ही चारधाम की यात्रा शुरू हो जाएगी. लिहाजा इस साल का मई-जून का महीना काफी अच्छा रहने की संभावना है. जिसे देखते हुए उसी के स्तर की तैयारियां की जा रही हैं. यही नहीं, यात्रा के दौरान केंद्र की गाइडलाइन का पूर्ण रूप से पालन भी कराया जाएगा.
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11 मार्च का शाही स्नान होगा भव्य
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि महाकुंभ को लेकर जल्द नोटिफिकेशन जारी हो सकता है. हालांकि, केंद्र सरकार ने जो एसओपी भेजी थी उसके अनुसार सरकार ने एसओपी भी जारी कर दी है. इसके साथ ही केंद्र सरकार और नैनीताल हाईकोर्ट के मार्गदर्शन में महाकुंभ को लेकर तैयारियां चल रही हैं. 11 मार्च को होने वाली शाही स्नान की तैयारियां लगभग पूरी हैं. ऐसे में राज्य सरकार की कोशिश है कि 11 मार्च को होने वाला शाही स्नान भव्य और दिव्य हो.