देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो गया है. सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई. सदन में सबसे पहले नियम 315 में प्रस्ताव रखा गया है. जिसके बाद प्रश्नकाल स्थगित कर दिवंगत मंत्री प्रकाश पंत को श्रद्धाजलि दी गई. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिवंगत मंत्री प्रकाश पंत के जीवन पर प्रकाश डाला. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने प्रकाश पंत के साथ बिताए पलों को याद किया. इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र भावुक हो गए थे.
सीएम ने कहा कि प्रकाश पंत राजनीति, साहित्य, खेल सहित कई विधाओं के ज्ञाता थे. सीएम त्रिवेंद्र ने बताया कि उत्तराखंड की पहली विधानसभा में अध्यक्ष के लिए उन्होंने ही प्रकाश पंत का नाम आगे किया था. सदन में प्रकाश पंत को याद करते हुए सीएम त्रिवेंद्र भावुक हो गए थे. सीएम ने कहा कि प्रकाश की बीमारी के बारे में जब पता चला तो बहुत देर हो चुकी थी. प्रकाश पंत हमेशा यादों में जिंदा रहेंगे. सदन में नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा हृदयेश भी मौजूद थीं.
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सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा पहुंचे संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि सोमवार शाम को दोबारा कार्यमंत्रणा की बैठक होगी. अगर मंगलवार या इसके बाद सदन चलता है तो उसका बिजनेस तय किया जाएगा. वहीं विपक्ष के विधायी कार्य को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विधायी कार्य आता थोड़े ही है. विधायी कार्य आवश्यकता के अनुरुप सदन में लाया जाता है.
रविवार को हुई थी सर्वदलीय बैठक
विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर रविवार को स्पीकर प्रेम चंद्र अग्रवाल की अध्यक्षता में पहले सर्वदलीय बैठक और फिर कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई थी.
विपक्ष का हमलावर रूख
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दो दिन के सत्र को मजाक बताते हुए त्रिवेंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा कि वे जल्द ही सीएम आवास पर अनशन करेंगे, फिलहाल वे अपने घाव सहला रहे हैं.
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हरीश रावत ने कहा कि सरकार ने विधानसभा सत्र को मजाक बना दिया है. दो दिन के विधानसभा सत्र में आखिर जनता से जुड़े मसले कैसे उठ पाएंगे? उन्होंने कहा कि सत्र अगर 2 दिन भी चलता तो भी ठीक था, लेकिन एक दिन दिवंगत प्रकाश पंत को श्रद्धांजलि देने में बीत जाएगा. ऐसे में इतनी कम अवधि में जन आकांक्षाओं और जनता से जुड़े सवाल नहीं उठ पाएंगे.