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वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वन महकमे ने गठित की स्पेशल टीमें, चप्पे-चप्पे पर रहेगी पैनी नजर

राज्य में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. खास तौर पर नेशनल पार्क में सुरक्षा को चाक-चौबंद करने की कोशिश की जा रही है.

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देहरादून
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Published : Jan 5, 2021, 7:02 AM IST

देहरादून: वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वन महकमे ने कमर कस ली है. उत्तराखंड में वन्यजीवों की सुरक्षा को मुकम्मल करने के लिए वन विभाग ने 16 टीमों का गठन कर दिया है. यूपी में राष्ट्रीय पार्कों में वन्यजीवों के खिलाफ अपराधियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए वन महकमा तैयार है. प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी के जिम्मेदारी लेने के बाद अब वनों में सुरक्षा के लिए स्पेशल 16 टीमों को गठित किया गया है. जिनकी जिम्मेदारी वन्यजीवों की सुरक्षा करना है.

गौर हो कि प्रदेश में वन्यजीवों की सुरक्षा हमेशा से ही चुनौती रही है. इसका कारण यहां की भौगोलिक परिस्थितियां है. राज्य में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. खास तौर पर नेशनल पार्क में सुरक्षा को चाक-चौबंद करने की कोशिश की जा रही है. बीते दिनों नेशनल पार्क में कैमरे चोरी हो हो गए थे और तमाम दूसरे गंभीर मामले भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में अब वन विभाग ने इन क्षेत्रों को सुरक्षित करने के लिए कुछ खास निर्देश दिए हैं. इसमें 16 टीमों का गठन किया गया है. इन टीमों में उन लोगों को लिया गया है जो लोग स्वेच्छा से वन क्षेत्रों में वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर कोई अनुभव रखते हैं.

पढ़ें- जिलासू में अलकनंदा नदी पर बनेगा एलिवेटेड ग्लास प्लेटफॉर्म, रिवर बीच होगा विकसित

वन क्षेत्रों में रेगुलर गश्त हो इसके लिए पहले से ही कोशिश की जाती रही है. साथ ही भारत सरकार की गाइडलाइन के तहत भी वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रयास किये जाते हैं. ऐसे में डेडीकेटेड टीम स्थापित करने पर चिंतन किया गया था. जिसके बाद 16 टीमों का गठन किया गया. इनका फोकस खासतौर पर राजाजी और कॉर्बेट नेशनल पार्क में होगा.

देहरादून: वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वन महकमे ने कमर कस ली है. उत्तराखंड में वन्यजीवों की सुरक्षा को मुकम्मल करने के लिए वन विभाग ने 16 टीमों का गठन कर दिया है. यूपी में राष्ट्रीय पार्कों में वन्यजीवों के खिलाफ अपराधियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए वन महकमा तैयार है. प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी के जिम्मेदारी लेने के बाद अब वनों में सुरक्षा के लिए स्पेशल 16 टीमों को गठित किया गया है. जिनकी जिम्मेदारी वन्यजीवों की सुरक्षा करना है.

गौर हो कि प्रदेश में वन्यजीवों की सुरक्षा हमेशा से ही चुनौती रही है. इसका कारण यहां की भौगोलिक परिस्थितियां है. राज्य में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. खास तौर पर नेशनल पार्क में सुरक्षा को चाक-चौबंद करने की कोशिश की जा रही है. बीते दिनों नेशनल पार्क में कैमरे चोरी हो हो गए थे और तमाम दूसरे गंभीर मामले भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में अब वन विभाग ने इन क्षेत्रों को सुरक्षित करने के लिए कुछ खास निर्देश दिए हैं. इसमें 16 टीमों का गठन किया गया है. इन टीमों में उन लोगों को लिया गया है जो लोग स्वेच्छा से वन क्षेत्रों में वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर कोई अनुभव रखते हैं.

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वन क्षेत्रों में रेगुलर गश्त हो इसके लिए पहले से ही कोशिश की जाती रही है. साथ ही भारत सरकार की गाइडलाइन के तहत भी वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रयास किये जाते हैं. ऐसे में डेडीकेटेड टीम स्थापित करने पर चिंतन किया गया था. जिसके बाद 16 टीमों का गठन किया गया. इनका फोकस खासतौर पर राजाजी और कॉर्बेट नेशनल पार्क में होगा.

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