देहरादूनः उत्तराखंड पुलिस की ओर से आयोजित पहली देवभूमि साइबर हैकाथॉन (Devbhoomi Cyber Hackathon) का सफल समापन हो गया है. जिसमें विभिन्न राज्यों के आईटी क्षेत्र से जुड़े 326 युवाओं ने प्रतिभाग किया. जिनमें से 15 छात्रों को चुना गया और उन्हें साइबर हैकिंग समेत 12 टॉपिक दिए गए. वहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने विजेता छात्रों को सम्मानित किया.
बता दें कि देवभूमि साइबर हैकाथॉन के माध्यम से देश के युवा छात्रों से विभिन्न प्रकार की तकनीकी सॉफ्टवेयर (software) को तैयार करना है, जो पुलिस को जांच एवं विवेचनाओं में सहायता प्रदान कर सकती है. सॉफ्टवेयर के माध्यम से विभिन्न अभियोगों को जल्द अनावरण करने के लिए एक अहम प्रयास किया गया. बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और प्रभावी कार्रवाई के लिए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (DGP Ashok Kumar) के निर्देशन में देवभूमि साइबर हैकाथॉन के मुख्य चरण का शुंभारम्भ किया गया.
ये भी पढ़ेंः Devbhoomi Cyber Hackathon होगी 'लाख तालों की एक चाभी', चुटकी में सुलझेंगे साइबर क्राइम
देवभूमि साइबर हैकाथॉन (Devbhoomi Cyber Hackathon) में उत्तराखंड के अलावा तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब और दिल्ली के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के छात्रों और आईटी प्रोफेशनल (IT professional) की 326 टीमों ने प्रतिभाग किया. प्रतियोगिता के प्रथम चरण में प्रतिभागियों को वर्तमान में साइबर क्राइम (Cyber Crime) के क्षेत्र में चल रही जटिल समस्याओं (मोबाइल/कम्प्यूटर और नेटवर्किंग सुरक्षा संबंधित) को हल करने का टास्क दिया गया. जिसे सभी प्रतिभागियों ने समस्याओं के निकारण के लिए जो टेक्नोलॉजी पेश की, वो सराहनीय थी.
प्रतियोगिता के प्रथम चरण में प्रतिभागियों ने साइबर क्राइम के अपराधों के रोकथाम के लिए 50 महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए. प्रतिभागियों की ओर से प्रस्तुत टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर भविष्य में किसी भी प्रकार के साइबर अपराध को रोकने में सहायता मिल सकती है.
टॉप तीन प्रतिभागीः
- सौम्य श्रीवास्तव और कार्तिक सेतिया (Saumya Srivastava & Kartik Setia), विजेता.
- संयम जैन और मनजोत सिंह (Sanyam Jain & Manjot Singh), फर्स्ट रनर अप.
- मीत बिष्ट (Meet Bisht), द्वितीय उपविजेता.
सांत्वना पुरस्कार (Consolation Prize) टीमः
- शिवंकर कुमार सिंह (Shivankar Kumar Singh).
- अभिनव सिंह (Abhinav Singh), सचिन सिंह (Sachin Singh), अक्षय श्रीवास्तव (Akshay Srivastava) और आर्य केशरवानी (Arya Kesharwani).
ये भी पढ़ेंः क्यों साइबर क्रिमिनल्स के झांसे में आ रहा पढ़ा-लिखा आदमी? साइकोलॉजी स्टडी करेगी पुलिस
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि भारत के प्रथम गृह मंत्री स्व. सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति दिवस पर देवभूमि साइबर हैकाथॉन के प्रथम चरण का परिणाम घोषित किया गया. प्रथम चरण के परिणाम घोषित होने पर कुल 15 टीमें अगले चरण में पहुंची. हैकाथॉन में सफल 15 टीमों को प्रतिभाग करने के लिए बुलाया गया. जिन्होंने 36 घटें तक IBM बैंगलोर की एक्सपर्ट टीम के साथ पुलिस की समस्याओं के लिए टूल्स की प्रोग्रामिंग की. सफल टीमों ने टूल्स की प्रोग्रामिंग से साइबर अपराधों की रोकथाम में पुलिस को जांच और विवेचनाओं में काफी लाभ प्राप्त होगा.