देहरादून: उत्तराखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं पर कोरोना का संकट गहराने लगा है. इसका सबसे ज्यादा असर उन बेरोजगार युवाओं पर पड़ रहा है, जो लंबे अरसे से इन परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहे थे. एक दिन पहले ही सहायक अध्यापक पद पर परीक्षा स्थगित होने के बाद अब स्नातक स्तर के 854 पदों और इंटरमीडिएट स्तर के 746 पदों की आगामी परीक्षाओं पर भी संकट गहराने लगा है.
राज्य में रिक्त पदों पर तेजी से भर्ती करने को लेकर आयोग के प्रयास की लाल धराशाई होते दिखाई दे रहे हैं. हाल ही में सहायक अध्यापक पद के लिए 25 अप्रैल को होने वाली परीक्षा को मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद स्थगित किया गया है, तो अब मई और जून में प्रस्तावित सैकड़ों पदों के लिए होने वाली परीक्षाओं पर भी कोरोना का संकट गहराने लगा है. वहीं, स्नातक स्तर के 13 पदों पर 854 पदों के लिए परीक्षा मई में प्रस्तावित है. जिसमें 220000 परीक्षार्थियों को शामिल होना है.
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इतनी बड़ी संख्या में परीक्षार्थियों का परीक्षा देना आयोग के लिए बड़ी चुनौती है. मौजूदा स्थितियों में इन परीक्षाओं को कराना मुश्किल लग रहा है. लिहाजा यह तय माना जा रहा है कि यह परीक्षाएं आने वाले दिनों में स्थगित की जा सकती है. स्नातक स्तर पर सहायक समाज कल्याण अधिकारी, छात्रावास अधीक्षक, सहायक समीक्षा अधिकारी, सहायक चकबंदी अधिकारी ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ग्राम विकास अधिकारी के पदों पर परीक्षा होनी थी.
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वहीं, कनिष्ठ सहायक के 746 पदों के लिए परीक्षा होनी है, जो इंटरमीडिएट स्तर की है. इसमें कर संग्रह करता के 144 पद अमीन के 12 सर्वे लेखापाल के 56, पेशकार, रिकॉर्ड कीपर समेत कई पदों पर प्रतियोगी परीक्षा होनी है. इस परीक्षा में करीब 119000 परीक्षार्थियों को शामिल होना है. लेकिन अब यह दोनों ही परीक्षाएं संकट में हैं और आने वाले दिनों में यह स्थगित हो सकती है. इंटरमीडिएट स्तर की इस परीक्षा को जून में किया जाना प्रस्तावित है.