देहरादूनः चर्चित सिडकुल घोटाले की एसआईटी जांच अभी तक आगे नहीं बढ़ पाई है. छह महीने बीते जाने के बाद भी एसआईटी केवल पूछताछ तक ही सीमित है. वहीं, मामले पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है.
बता दें कि उत्तराखंड में कथित सिडकुल घोटाले पर त्रिवेंद्र सरकार ने इसी साल जनवरी महीने में एसआईटी जांच के आदेश दिए थे. मामले पर सरकार ने एसआईटी को साल 2012 से 2017 तक के निर्माण कार्य और नियुक्तियों की जांच के आदेश भी दिए हैं, लेकिन करीब 6 महीने बीते जाने के बाद भी मामले पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है.
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सिडकुल में करीब 80 फीसदी से ज्यादा के काम अकेले उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को ही आवंटित किए गए थे, जो जांच का मुख्य पहलू है. इस घोटाले में खासतौर पर उधम सिंह नगर सिडकुल में सबसे ज्यादा गड़बड़ी होने की आशंका जताई जा रही है.
वहीं, मामले पर एसआईटी ने अभी सिटी पार्क टॉयलेट, सिडकुल क्षेत्र में सड़क निर्माण, चारदीवारी, वृक्षारोपण समेत दूसरे मामलों में प्राथमिक दृष्टया गड़बड़ी पाई है, लेकिन अभी अधिकतर मामलों में एसआईटी पूछताछ तक ही सीमित है.