देहरादूनः ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. बीते दिनों धार्मिक संस्था शांतिकुंज ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये ड्राफ्ट के रूप में देने की घोषणा की थी, लेकिन सरकार का कोई नुमाइंदा ड्राफ्ट लेने शांतिकुंज नहीं पहुंचा. वहीं, खबर दिखाने के बाद शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक सीधे शांतिकुंज पहुंचे और यह राशि ड्राफ्ट के रूप में ली.
दरअसल, बीते 23 मार्च को हरिद्वार के धार्मिक संस्था शांतिकुंज के प्रमुख प्रणव पांड्या ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात कर मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी. साथ ही यह राशि ड्राफ्ट के रूप में देने की बात कही. लिहाजा, उन्होंने सरकार से आग्रह किया था कि वो यह ड्राफ्ट शांतिकुंज से प्राप्त कर लें, लेकिन 6 दिनों तक ना तो सरकार का कोई नुमाइंदा शांतिकुंज पहुंचा ना ही जिला प्रशासन का कोई अधिकारी.
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जब मामले को लेकर ईटीवी भारत ने शांतिकुंज प्रमुख प्रणव पांड्या से बातचीत की तो पता चला कि अभी तक कोई भी सरकार का नुमाइंदा नहीं आया है. जिसके बाद ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया. खबर दिखाने के बाद जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मामले को संज्ञान लिया. साथ ही शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक तत्काल शांतिकुंज भेजा.
वहीं, ईटीवी भारत की खबर दिखाने के बाद एक घंटे के भीतर ही शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक शांतिकुंज पहुंचे. जहां पर मंत्री मदन कौशिक ने शांतिकुंज प्रमुख प्रणव पांड्या मुलाकात कर ड्राफ्ट हासिल किया. अब माना जा रहा है कि हरिद्वार के अन्य धार्मिक स्थलों से भी सरकार को सहायता राशि प्राप्त होगी.