देहरादून: उत्तरकाशी के पूर्व भाजपा नेता सूरत राम नौटियाल ने आज घर वापसी की है. उन्होंने आज प्रदेश पार्टी कार्यालय में चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी की मौजूदगी में वापसी की. इस दौरान उनके कई समर्थकों ने भी भाजपा का दामन थामा. बता दें सूरत राम नौटियाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर बगावत की थी. जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था.
भाजपा के पुराने नेता सूरत राम नौटियाल की घर वापसी से भाजपा और मजबूत हो गई है. सूरत राम नौटियाल के साथ उत्तरकाशी उनके गृह क्षेत्र से जुड़े तकरीबन दर्जन भर से ज्यादा लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली. सदस्यता के बाद सूरत राम नौटियाल ने कहा उन्होंने 14 जनवरी 1969 से भारतीय जनसंघ के साथ जुड़कर काम किया है. इसके बाद भारतीय जनसंघ भारतीय जनता पार्टी के रूप में तब्दील हुई. इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ निरंतर काम किया.
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लगातार पार्टी का एक तटस्थ सिपाही होकर काम किया, लेकिन कुछ परिस्थितियों के चलते वह पिछले चुनाव में पार्टी से अलग हो गए थे. उनका मन और ध्येय हमेशा पार्टी के साथ ही रहा. जिसके कारण वे एक बार फिर से पार्टी में घर वापसी कर रहे हैं.
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बता दें कि सूरत राम नौटियाल चार धाम परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने 2017 में पार्टी के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था. जिसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. सूरत राम नौटियाल भाजपा के पुराने सिपाहियों में से एक हैं, जो उत्तरकाशी जिले के बड़े नेताओं में से एक माने जाते हैं. सूरत राम नौटियाल उत्तराखंड में पिछड़ा वर्ग समाज के साथ-साथ राम मंदिर आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.