देहरादूनः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए गए आम बजट पर आम जनता के साथ ही जानकारों की भी मिली-जुली राय सामने आ रही है. आखिर इस बजट में आम जनता के साथ ही पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड के लिए क्या है खास? इन सभी सवालों को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने वरिष्ठ स्तंभकार डॉ. सुशील कुमार से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से बात करते हुए वरिष्ठ स्तंभकार डॉ. सुशील कुमार ने केंद्र आम बजट 2021-22 आम जनता के लिहाज से एक मिला-जुला बजट करार दिया. उनके मुताबिक इस बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर सरकार ने अच्छा खासा बजट निर्धारित किया है. लेकिन मध्यम वर्गीय परिवारों या फिर देश के आम नागरिकों को राहत देने वाली इस बजट में कोई ऐसी बात नहीं है. वहीं, दूसरी तरफ पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड को भी इस बजट से कुछ खास नहीं मिला. कुल मिलाकर इस बजट में सरकार ने उन राज्यों पर ज्यादा फोकस करने का प्रयास किया है, जहां हाल ही में चुनाव होने प्रस्तावित हैं.
वहीं, दूसरी तरफ इस बजट के तहत आम नागरिकों को क्या कुछ लाभ होने जा रहा है? इस सवाल का जवाब देते हुए वरिष्ठ स्तंभकार डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि इस बजट के तहत बढ़ती महंगाई पर किसी तरह की कोई लगाम लगने नहीं जा रही है, जिससे आम नागरिक पहले ही परेशान हैं. जहां एक तरफ मोबाइल उपकरण पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाकर 2.5 फ़ीसदी कर दी गई है. ऐसे में इसका सीधा असर मोबाइल फोन के दाम पर पड़ेगा, यानी मोबाइल फोन महंगे होने जा रहे हैं.
पढ़ेंः CM त्रिवेंद्र बोले आत्मनिर्भर भारत के सपने की नींव मजबूत करने वाला बजट
दूसरी तरफ जो थोड़ी बहुत राहत लोगों को मिलने जा रही है, वह राहत सोने चांदी के आभूषणों की खरीदारी में लोगों को मिलेगी. भारत सरकार ने सोने में कस्टम ड्यूटी को 12.50 % से घटाकर 7.5 % कर दिया है. ऐसे में जो लोग सोने चांदी की खरीदारी करने का विचार कर रहे थे, उन लोगों को अब सोना चांदी कुछ सस्ते दामों में मिल सकेगा.
इसके अलावा पेट्रोल-डीजल के दामों में किसी तरह की कोई गिरावट नहीं आने वाली है. संभवत: आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल के दाम काफी तेजी से बढ़ते हुए नजर आएंगे. इसका सीधा असर अन्य वस्तुओं के दामों पर पड़ेगा, चाहे वह खाद्य सामग्रियां हो या फिर कोई अन्य सामान.
बहरहाल, कुल मिलाकर जानकारों के नजरिए से देखें तो इस बजट से मध्यमवर्गीय परिवारों को कुछ खास राहत मिलती नजर नही आ रही है. लेकिन वहीं दूसरी तरफ अपर क्लास सोसायटी के लोगों के साथ ही निवेशक में रुचि रखने वाले लोगों के लिए इस बजट से नई राहें जरूर खुलेंगी.