देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में प्रवर समिति की तीसरी बैठक संपन्न हुई. इसमें प्रवर समिति के अध्यक्ष डॉ प्रेमचंद अग्रवाल और अन्य सदस्य भी मौजूद रहे. बैठक के बाद प्रवर समिति के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि प्रवर समिति में अब तकरीबन अपने अंतिम नतीजे पर पहुंच चुकी है.
प्रवर समिति की बैठक में फिर टला क्षैतिज आरक्षण का मामला: प्रेमचंद अग्रवाल ने इसके लिए समिति के सभी सदस्यों का आभार भी व्यक्त किया है. उन्होंने आगे बताया कि अब बहुत जल्द एक महत्वपूर्ण एडॉप्शन बैठक 3 नवंबर को आहूत की जाएगी. उसमें एक बार फिर से समिति के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इस बैठक के बाद फाइनल ड्राफ्ट को विधानसभा स्पीकर को सौंप दिया जायेगा. इसके बाद समिति की जिम्मेदारी एक तरह से पूरी मानी जाएगी.
अब 3 नवंबर को होगी प्रवर समिति की बैठक: वहीं इसके अलावा प्रवर समिति में विपक्ष की ओर से सदस्य जो कि सदन में उपनेता प्रतिपक्ष भी हैं, खटीमा विधायक भुवन कापड़ी ने मीडिया को जानकारी दी है कि सभी फाइनल बिंदुओं पर आज चर्चा हो चुकी है. अब सिर्फ एक एडॉप्शन बैठक शेष रह गई है. उन्होंने यह भी बताया कि हम विपक्षियों का यह मत है कि किसी का भी अहित न हो. वर्ष 2004 से सीधी भर्ती या फिर अन्य किसी भी तरह से नियुक्ति पाने वाले लोगों को भी इसका लाभ मिले.
क्षैतिज आरक्षण में नई चीज: भुवन कापड़ी ने प्रवर समिति द्वारा किए गए महत्वपूर्ण संशोधन के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अब राज्य आंदोलनकारी आरक्षण में तलाकशुदा और परित्यक्ता पुत्री को भी शामिल किया गया है, ताकि महिलाएं किसी भी तरह से इसमें वंचित ना रहें.
ये भी पढ़ें: राज्य आंदोलनकारियों के क्षैतिज आरक्षण का मुद्दा फिर लटका, प्रवर समिति की बैठक में नहीं आए विपक्षी विधायक