ऋषिकेश: चमोली जिले में करंट हादसे में घायलों से मिलने एम्स पहुंचे समाजसेवी सुरेंद्र सिंह नेगी और उनके साथियों का सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ विवाद हो गया. सुरेंद्र सिंह नेगी ने आरोप लगाया है कि गार्ड्स ने उनको व साथियों को डंडों से पीटा है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
करंट हादसे में घायलों से मिलने वाले लोगों का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में शिवाजी नगर निवासी सुरेंद्र सिंह नेगी अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर घायलों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे. लेकिन मुलाकात के दौरान सिक्योरिटी गार्डस के साथ उनका विवाद हो गया. सुरेंद्र सिंह नेगी ने आरोप लगाया कि सिक्योरिटी गार्ड्स घायलों से मिलने के दौरान वीडियो बनाने से मना करने लगे. इस दौरान सिक्योरिटी गार्डस उनको व उनके साथियों को अपनी बातों में उलझा कर अंधेरे में ले गए. जहां दर्जनभर सिक्योरिटी गार्ड्स ने डंडों से उन्हें और उनके साथियों को जमकर पीटा. डंडों से पीटने के निशान उनकी पीठ पर आसानी से देखे जा सकते हैं. घटना के दौरान उनके प्राइवेट पार्ट पर लात लगने की वजह से वह बेहोश होकर एम्स परिसर में गिर पड़े. उन्होंने मामले में एम्स पुलिस चौकी को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है.
पढ़ें- Chamoli Inside Story: महज 4 मिनट में तड़प-तड़पकर हुई 16 लोगों की मौत, शरीर पर मिले खौफनाक निशान दे रहे गवाही
मामले में एसएसआई दर्शन सिंह काला ने बताया कि तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है. जल्दी ही मामले में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. इस घटना के बाद समाजसेवी सुरेंद्र सिंह नेगी और उनके समर्थकों में गुस्सा देखने को मिल रहा है.
पढ़ें- चमोली नमामि गंगे प्रोजेक्ट में बड़ा हादसा, करंट लगने से 16 लोगों की मौत, मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
बता दें बीती 2 मई को सुरेंद्र सिंह नेगी के साथ वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मारपीट की थी. मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और उनके गनर सुरेंद्र नेगी को बुरी तरह से पीटा था. . मारपीट प्रकरण के बाद प्रेमचंद अग्रवाल ने सुरेंद्र नेगी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था. उसके बाद सुरेंद्र सिंह नेगी ने भी वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, पीआरओ कौशल बिजल्वाण और गनर विनोद राणा सहित अन्य के खिलाफ धारा 147, 323 और 504 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया था. इस मामले में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की काफी छिछालेदर हुई थी. कांग्रेस ने भी इस मामले में प्रेमचंद अग्रवाल को घेरा था.