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10 महीने बाद खुले स्कूल तो खुश नजर आए छात्र - school opened in uttarakhand

आज से प्रदेश में कक्षा 6 से लेकर 11वीं तक के छात्रों के लिए भी स्कूल खोल दिए गए हैं. राजधानी देहरादून के स्कूलों में पहले दिन ही छात्रों की अच्छी खासी संख्या देखने को मिली. वहीं नैनीताल जिले में करीब 1200 स्कूल आज से खुल गए हैं और करीब 10 महीने बाद जब स्कूल खुले तो स्कूलों में खासी रौनक दिखी.

class 6 to 11th opend in uttarakhand
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Published : Feb 8, 2021, 6:26 PM IST

Updated : Feb 8, 2021, 7:39 PM IST

देहरादूनः लगभग 10 महीनों के बाद आज से प्रदेश में कक्षा 6 से लेकर 11वीं तक के छात्रों के लिए भी स्कूल खोल दिए गए हैं. ऐसे में राजधानी देहरादून के स्कूलों में आज पहले दिन ही छात्रों की अच्छी खासी संख्या देखने को मिली. विशेषकर अगर निजी स्कूलों की बात करें तो सरकारी स्कूलों की तुलना में निजी स्कूलों में अभिभावकों की रजामंदी से 60 से 70% बच्चे आज स्कूल पहुंचे. इस दौरान छात्र भी स्कूल पहुंचकर काफी उत्साहित नजर आए.

वहीं, ईटीवी भारत से बात करते हुए जोगीवाला स्थित विवेकानंद स्कूल के प्राचार्य एके सिंह ने बताया कि छात्र स्कूल खुलने पर काफी उत्साहित हैं. वहीं कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूल में छात्रों की सुरक्षा के लिए सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. साथ ही क्लास रूम में बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जा रहा है. आगे जैसे-जैसे छात्रों की संख्या में और इजाफा देखने को मिलेगा, उसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हए स्कूल को दो पालियों में चलाया जाएगा.

वहीं, दूसरी ओर अगर बात सरकारी स्कूलों की करें तो शहर के सरकारी स्कूलों में भी आज पहले दिन छात्रों की संख्या 40 से 50% के आसपास देखने को मिली. वहीं ईटीवी भारत से बात करते हुए राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड की प्राचार्य प्रेमलता बौड़ाई ने बताया कि आज पहले दिन ही कक्षा 6 से लेकर 11वीं तक के छात्र काफी अच्छी संख्या में स्कूल पहुंचे हैं. वहीं उम्मीद की जा सकती है कि अगले कुछ दिनों में छात्रों की संख्या में और अधिक इजाफा देखने को मिलेगा.

ये भी पढ़ेंः काशीपुर: चंचल फाउंडेशन ने लॉन्च किया टेक केयर सेनेटरी पैड

वहीं, लंबे इंतजार के बाद स्कूल पहुंचे छात्र-छात्राओं से जब ईटीवी भारत ने बात कर उनके अनुभव जाने, तो इस दौरान छात्र छात्राएं स्कूल आने पर काफी खुश नजर आए. छात्र-छात्राओं ने बताया कि हालांकि लंबे समय से वह ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई में कई बार नेटवर्क की समस्या के चलते वह अपने अध्यापकों से सही ढंग से संपर्क नहीं कर पा रहे थे. वहीं अब स्कूल खुल चुके हैं तो अध्यापक उनके सामने हैं, जिससे वह अपनी समस्याएं उनसे पूछ पा रहे हैं. साथ ही उन्हें अपने दोस्तों से लंबे इंतजार के बाद मिलकर भी काफी अच्छा महसूस हो रहा है.

बहरहाल, शासन-प्रशासन की ओर से स्कूलों के लिए जारी की गई एसओपी में यह साफ किया गया है कि सभी छात्र-छात्राएं अभिभावकों की लिखित रजामंदी के बाद ही स्कूल भेजे जाएंगे. ऐसे में आज पहले दिन कई बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे, लेकिन स्कूल संचालकों को उम्मीद है कि निकट भविष्य में एक बार फिर सभी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने लगेंगे.

नैनीताल जिले में आज से खुले करीब 1200 स्कूल

नैनीताल जिले में करीब 1200 स्कूल आज से खुल गए हैं. करीब 10 महीने बाद जब स्कूल खुले तो स्कूलों में खासी रौनक दिखी. छात्र-छात्राओं ने भी लंबे समय बाद स्कूल खुलने पर खुशी जताई. उनके मुताबिक स्कूल खुलने के बाद काफी अच्छा महसूस हो रहा है. दसवीं, बारहवीं क्लास के बच्चे तो पहले से ही स्कूल आ रहे थे, जो लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग कर रहे हैं और कोविड नियमों के प्रति जागरूक भी हैं.

वहीं, स्कूल प्रबंधक भी कोविड-19 के प्रति जागरूक हैं और सुबह से ही सैनिटाइजर और मास्क के प्रयोग के प्रति बच्चों को जागरूक कर रहे हैं. साथ ही बिना मास्क स्कूल में प्रवेश करने वाले छात्र-छात्राओं पर कड़ी नजर रख रहे हैं. उनके मुताबिक प्रदेश सरकार ने जो एसओपी जारी की है, उसका पूरी तरह पालन कराया जाएगा.

देहरादूनः लगभग 10 महीनों के बाद आज से प्रदेश में कक्षा 6 से लेकर 11वीं तक के छात्रों के लिए भी स्कूल खोल दिए गए हैं. ऐसे में राजधानी देहरादून के स्कूलों में आज पहले दिन ही छात्रों की अच्छी खासी संख्या देखने को मिली. विशेषकर अगर निजी स्कूलों की बात करें तो सरकारी स्कूलों की तुलना में निजी स्कूलों में अभिभावकों की रजामंदी से 60 से 70% बच्चे आज स्कूल पहुंचे. इस दौरान छात्र भी स्कूल पहुंचकर काफी उत्साहित नजर आए.

वहीं, ईटीवी भारत से बात करते हुए जोगीवाला स्थित विवेकानंद स्कूल के प्राचार्य एके सिंह ने बताया कि छात्र स्कूल खुलने पर काफी उत्साहित हैं. वहीं कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूल में छात्रों की सुरक्षा के लिए सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. साथ ही क्लास रूम में बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जा रहा है. आगे जैसे-जैसे छात्रों की संख्या में और इजाफा देखने को मिलेगा, उसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हए स्कूल को दो पालियों में चलाया जाएगा.

वहीं, दूसरी ओर अगर बात सरकारी स्कूलों की करें तो शहर के सरकारी स्कूलों में भी आज पहले दिन छात्रों की संख्या 40 से 50% के आसपास देखने को मिली. वहीं ईटीवी भारत से बात करते हुए राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड की प्राचार्य प्रेमलता बौड़ाई ने बताया कि आज पहले दिन ही कक्षा 6 से लेकर 11वीं तक के छात्र काफी अच्छी संख्या में स्कूल पहुंचे हैं. वहीं उम्मीद की जा सकती है कि अगले कुछ दिनों में छात्रों की संख्या में और अधिक इजाफा देखने को मिलेगा.

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वहीं, लंबे इंतजार के बाद स्कूल पहुंचे छात्र-छात्राओं से जब ईटीवी भारत ने बात कर उनके अनुभव जाने, तो इस दौरान छात्र छात्राएं स्कूल आने पर काफी खुश नजर आए. छात्र-छात्राओं ने बताया कि हालांकि लंबे समय से वह ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई में कई बार नेटवर्क की समस्या के चलते वह अपने अध्यापकों से सही ढंग से संपर्क नहीं कर पा रहे थे. वहीं अब स्कूल खुल चुके हैं तो अध्यापक उनके सामने हैं, जिससे वह अपनी समस्याएं उनसे पूछ पा रहे हैं. साथ ही उन्हें अपने दोस्तों से लंबे इंतजार के बाद मिलकर भी काफी अच्छा महसूस हो रहा है.

बहरहाल, शासन-प्रशासन की ओर से स्कूलों के लिए जारी की गई एसओपी में यह साफ किया गया है कि सभी छात्र-छात्राएं अभिभावकों की लिखित रजामंदी के बाद ही स्कूल भेजे जाएंगे. ऐसे में आज पहले दिन कई बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे, लेकिन स्कूल संचालकों को उम्मीद है कि निकट भविष्य में एक बार फिर सभी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने लगेंगे.

नैनीताल जिले में आज से खुले करीब 1200 स्कूल

नैनीताल जिले में करीब 1200 स्कूल आज से खुल गए हैं. करीब 10 महीने बाद जब स्कूल खुले तो स्कूलों में खासी रौनक दिखी. छात्र-छात्राओं ने भी लंबे समय बाद स्कूल खुलने पर खुशी जताई. उनके मुताबिक स्कूल खुलने के बाद काफी अच्छा महसूस हो रहा है. दसवीं, बारहवीं क्लास के बच्चे तो पहले से ही स्कूल आ रहे थे, जो लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग कर रहे हैं और कोविड नियमों के प्रति जागरूक भी हैं.

वहीं, स्कूल प्रबंधक भी कोविड-19 के प्रति जागरूक हैं और सुबह से ही सैनिटाइजर और मास्क के प्रयोग के प्रति बच्चों को जागरूक कर रहे हैं. साथ ही बिना मास्क स्कूल में प्रवेश करने वाले छात्र-छात्राओं पर कड़ी नजर रख रहे हैं. उनके मुताबिक प्रदेश सरकार ने जो एसओपी जारी की है, उसका पूरी तरह पालन कराया जाएगा.

Last Updated : Feb 8, 2021, 7:39 PM IST
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