देहरादून: रविवार को देहरादून में आरएसएस क्षेत्र कार्यवाहक शशिकांत दीक्षित के बेटे की शादी में शामिल हुए संगठन के सभी पदाधिकारियों की अचानक मिशन 2022 को लेकर बैठक हुई. जिसमें उत्तराखंड के अहम मुद्दों पर चर्चा करते हुए आगामी चुनाव को लेकर आरएसएस ने कुछ जरूरी मुद्दों पर चर्चा करते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
बैठक में आरएसएस के सभी शाखाओं के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी शामिल हुए. आरएसएस की हुई इस बैठक को आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
बताया जा रहा है कि आरएसएस लगातार प्रदेश में नजर बनाए हुए है. वहीं, प्रदेश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी आरएसएस लगातार अंदर खाने जनता का फीडबैक ले रही है. इन्हीं सारे फीडबैक के तहत सरकार और संगठन की कमियों को लेकर आरएसएस ने सरकार और संगठन के लोगों के साथ कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक की. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में उत्तराखंड में लैंड जिहाद के अलावा देवस्थानम बोर्ड सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई है.
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सूत्रों से मिली जानकारी, यह बैठक क्षेत्र कार्यवाहक शशिकांत दीक्षित के पुत्र के शादी के बाद अचानक आयोजित की गई. दरअसल, आरएसएस क्षेत्र कार्यवाहक शशिकांत दीक्षित के पुत्र की शादी में संगठन से जुड़े सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था. वहीं, शादी में मौजूद सभी पदाधिकारियों की तत्काल ही बैठक बुलाई गई.
गुपचुप तरीके से हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी शामिल हुए. साथ ही संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी मौजूद थे. बताया जा रहा है संघ के क्षेत्र प्रचारक महेंद्र इस बैठक में खासतौर पर भाजपा एवं संघ के लोगों से फीडबैक ले रहे थे.
इस बैठक के बारे में जब ईटीवी भारत ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से जानकारी लेनी चाही, तो उन्होंने कुछ भी बताने से से इनकार कर दिया. इससे साफ पता चलता है कि यह हाई लेवल बैठक निश्चित तौर से भाजपा की सियासी रणनीति लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण थी. जिसमें पार्टी की कई कमियों के साथ-साथ आगामी रणनीति को लेकर जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.