देहरादून: भारत नेपाल मैत्री बस सेवा (Bharat Nepal Maitri Bus Sewa) के अंतर्गत उत्तराखंड में संचालन करने वाली नेपाल की दो बस कंपनियों को रोडवेज मुख्यालय की ओर से नोटिस जारी किया गया है. बताया जा रहा कि दोनों कंपनियां न केवल निर्धारित शर्तों का उल्लंघन कर रहीं थी, रोजाना दो बसों की अनुमति के बजाए 10 से 12 बसे संचालन करने पर रोडवेज मुख्यालय ने दोनों कंपनियों को नोटिस जारी किया है.
बता दें कि, 11 नवंबर को रोडवेज मुख्यालय ने नेपाल की पवनदूत और महाकाली कंपनी को बस संचालन की अनुमति दी थी. रोडवेज मुख्यालय द्वारा दोनों कंपनियों के सामने शर्त रखी गई थी. जिसमें दोनों कंपनियों की एक-एक बस रोज रात दून आईएसबीटी से 8:15 और 8:30 बजे महेंद्र नगर के लिए निर्धारित काउंटर से प्रस्थान करेगी और दून आईएसबीटी से महेंद्र नगर के बीच किसी भी स्टॉपेज के यात्री इन बसों में नहीं उठाई जाएंगे. इनमें केवल देहरादून से महेंद्र नगर जबकि, महेंद्र नगर से सीधे देहरादून के यात्री ही बिठाए जाएंगे. साथ ही दोनों कंपनी की बसें रोडवेज की कार्यशाला में खड़ी होगी और निर्धारित समय से एक घंटा पहले आईएसबीटी प्लेटफॉर्म पर आएगी.
रोडवेज मुख्यालय की शर्तों के अनुसार बस कंपनियों को केवल उन बसों के संचालन की अनुमति थी, जो बस नंबर रोडवेज उपलब्ध किए थे, लेकिन बस कंपनियां अपने हिसाब से दूसरी बसों का संचालन कर रही थी.
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रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि नेपाल स्थित महेंद्र नगर की पवनदूत बस में व्यवसायी कंपनी और महा काली यातायात बस व्यवसायी कंपनी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को नोटिस जारी किया गया है. साथ ही नोटिस में चेतावनी दी गई है कि शर्तों के तहत संचालन नहीं किया गया तो करार को निरस्त कर दिया जाएगा.