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फटकार के बाद भी सड़कों से फुटपाथ 'गायब', आखिर कब बहुरेंगे दिन? - CM Tirath Singh Rawat

नैनीताल हाईकोर्ट की फटकार के बाद भी राजधानी देहरादून की सड़कों के हालात जस के तस हैं. साल 2018 में 4 हफ्ते तक अतिक्रमण हटाने के बाद भी शहर की सड़कें अभी तक चौड़ी नहीं हुईं और ना ही इंडियन रोड काउंसिल के मानकों के अनुसार सड़कों पर फुटपाथ हैं.

Dehradun Road Pavement News
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Published : May 14, 2021, 6:59 PM IST

Updated : May 14, 2021, 8:49 PM IST

देहरादून: पूरी रफ्तार से विकसित होते उत्तराखंड के शहरों में अतिक्रमण हमेशा से ही बड़ी समस्या रही है. विगत कुछ सालों से अतिक्रमण को लेकर सरकार काफी सख्त नजर आई है. इसके पीछे नैनीताल हाईकोर्ट की एक बड़ी भूमिका रही है. साल 2018 में नैनीताल हाईकोर्ट ने शहरों के अतिक्रमण हटाने के लिए केवल 4 हफ्ते का समय दिया था, जिसके बाद देहरादून जैसे बड़े शहरों में शासन का पंजा चला और बड़े स्तर पर अतिक्रमण अभियान चलाया गया. जिसके बाद उम्मीद थी कि शहर की सड़कें चौड़ी होंगी और सड़कों के किनारे पर्याप्त फुटपाथ मिलेंगे. लेकिन अतिक्रमण हटने के बाद भी सड़कों और फुटपाथ के हालात जस के तस हैं.

फटकार के बाद भी सड़कों से फुटपाथ 'गायब'

क्या हैं IRC के मानक?

IRC यानी इंडियन रोड काउंसिल के मानकों की बात करें, तो जिस सड़क पर 1200 व्यक्ति प्रति घंटे में आवागमन होता है. उस सड़क पर फुटपाथ की चौड़ाई तकरीबन 1.5 मीटर होनी चाहिए और जिस सड़क पर 2400 व्यक्ति प्रति घंटे की रफ्तार से आवाजाही करते हैं. वहां, पर फुटपाथ कम से कम 2 मीटर चौड़ा होना चाहिए. केंद्रीय एजेंसी इंडियन रोड काउंसिल ने यहां मानक निर्धारित किए हैं. लेकिन ये मानक उत्तराखंड में कहीं भी नजर नहीं आते हैं.

अतिक्रमण हटाने के बाद भी नही चौड़ी हुई सड़क

नैनीताल हाईकोर्ट के निर्देश पर हटाए गए अतिक्रमण के बाद भी देहरादून में सड़कें चौड़ी नहीं हो पाई हैं, जिसके पीछे अधिकारियों ने कई तकनीकी खामियां बताई हैं. बात अगर रिस्पना पुल से शहर की तरफ जाने वाली सड़क की करें, तो यहां पर अतिक्रमण को हटाया गया है. लेकिन सड़कों किनारे लगे फुटपाथ अभी तक नहीं बन पाए हैं. सड़क पर पुराने बिजली के पोल अभी जगह घेरे बैठे हैं.

पढ़ें- देहरादून में भी एंबुलेंस का किराया होगा निर्धारित, परिवहन विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव

फुटपाथ घेरे बैठे हैं पटरी व्यापारी

देहरादून के तमाम बाजारों में पटरी व्यापारी फुटपाथ घेरे बैठे हैं. जिनमें धरमपुर चौक, पलटन बाजार, आढ़त बाजार सहित शहर भर की कई सड़कों पर फुटपाथ घेरे पटरी व्यापारियों को आसानी से देखा जा सकता है, जिसको लेकर कभी-कभी ट्रैफिक पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है. उसके बाद अमूमन यह देखने को मिलता है कि अक्सर पैदल यात्री सड़क पर और पटरी व्यापारी अपनी ठेला फुटपाथ पर लगाए हुए हैं.

पढ़ें- कुमाऊं मंडल में लगेंगे तीन ऑक्सीजन प्लांट, सतपाल महाराज का ऐलान

कई बड़े फ्लाईओवर पर नहीं फुटपाथ

सड़क पर छोड़िए फ्लाई ओवरों पर भी यह देखने को मिला है कि कई बार बजट की तंगी के चलते इन फ्लाईओवर को काफी संकरा और बिना फुटपाथ के बनाया गया है. ऐसे फ्लाईओवर अक्सर दुर्घटना को आमंत्रण देते हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण बल्लीवाला फ्लाईओवर है, जहां पर अब तक दर्जनों दुर्घटनाएं हो चुकीं हैं. इस फ्लाईओवर पर पैदल चलने के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है.

राजपुर रोड पर बेहतर फुटपाथ

देहरादून पूरे शहरभर में सभी जगह पर फुटपाथों की बुरी स्थिति है. लेकिन एक जगह है जहां पर सड़क भी अच्छी है और फुटपाथ भी बेहतर हैं. वह है देहरादून की राजपुर रोड जो घंटाघर से दिलाराम चौक तक है. इसके बाद दिलाराम चौक के बाद जाखन तक फुटपाथ थोड़ी बेहतर स्थिति में है.

क्या कहते हैं अधिकारी

प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग देहरादून के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के बाद कई जगहों पर फुटपाथ के लिए काफी जगह बनी है. इनको लेकर विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. हालांकि, इसमें कई अन्य विभागों द्वारा भी कार्य किए जाने हैं, जो कि लंबित है. इस वक्त कोविड काल चल रहा है और पूरा डिपॉर्टमेंट अन्य व्यवस्थाओं में जुटा है. जैसे ही स्थिति सामान्य होती है एक बार फिर से शहर की साज सज्जा का काम शुरू कर दिया जाएगा.

देहरादून: पूरी रफ्तार से विकसित होते उत्तराखंड के शहरों में अतिक्रमण हमेशा से ही बड़ी समस्या रही है. विगत कुछ सालों से अतिक्रमण को लेकर सरकार काफी सख्त नजर आई है. इसके पीछे नैनीताल हाईकोर्ट की एक बड़ी भूमिका रही है. साल 2018 में नैनीताल हाईकोर्ट ने शहरों के अतिक्रमण हटाने के लिए केवल 4 हफ्ते का समय दिया था, जिसके बाद देहरादून जैसे बड़े शहरों में शासन का पंजा चला और बड़े स्तर पर अतिक्रमण अभियान चलाया गया. जिसके बाद उम्मीद थी कि शहर की सड़कें चौड़ी होंगी और सड़कों के किनारे पर्याप्त फुटपाथ मिलेंगे. लेकिन अतिक्रमण हटने के बाद भी सड़कों और फुटपाथ के हालात जस के तस हैं.

फटकार के बाद भी सड़कों से फुटपाथ 'गायब'

क्या हैं IRC के मानक?

IRC यानी इंडियन रोड काउंसिल के मानकों की बात करें, तो जिस सड़क पर 1200 व्यक्ति प्रति घंटे में आवागमन होता है. उस सड़क पर फुटपाथ की चौड़ाई तकरीबन 1.5 मीटर होनी चाहिए और जिस सड़क पर 2400 व्यक्ति प्रति घंटे की रफ्तार से आवाजाही करते हैं. वहां, पर फुटपाथ कम से कम 2 मीटर चौड़ा होना चाहिए. केंद्रीय एजेंसी इंडियन रोड काउंसिल ने यहां मानक निर्धारित किए हैं. लेकिन ये मानक उत्तराखंड में कहीं भी नजर नहीं आते हैं.

अतिक्रमण हटाने के बाद भी नही चौड़ी हुई सड़क

नैनीताल हाईकोर्ट के निर्देश पर हटाए गए अतिक्रमण के बाद भी देहरादून में सड़कें चौड़ी नहीं हो पाई हैं, जिसके पीछे अधिकारियों ने कई तकनीकी खामियां बताई हैं. बात अगर रिस्पना पुल से शहर की तरफ जाने वाली सड़क की करें, तो यहां पर अतिक्रमण को हटाया गया है. लेकिन सड़कों किनारे लगे फुटपाथ अभी तक नहीं बन पाए हैं. सड़क पर पुराने बिजली के पोल अभी जगह घेरे बैठे हैं.

पढ़ें- देहरादून में भी एंबुलेंस का किराया होगा निर्धारित, परिवहन विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव

फुटपाथ घेरे बैठे हैं पटरी व्यापारी

देहरादून के तमाम बाजारों में पटरी व्यापारी फुटपाथ घेरे बैठे हैं. जिनमें धरमपुर चौक, पलटन बाजार, आढ़त बाजार सहित शहर भर की कई सड़कों पर फुटपाथ घेरे पटरी व्यापारियों को आसानी से देखा जा सकता है, जिसको लेकर कभी-कभी ट्रैफिक पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है. उसके बाद अमूमन यह देखने को मिलता है कि अक्सर पैदल यात्री सड़क पर और पटरी व्यापारी अपनी ठेला फुटपाथ पर लगाए हुए हैं.

पढ़ें- कुमाऊं मंडल में लगेंगे तीन ऑक्सीजन प्लांट, सतपाल महाराज का ऐलान

कई बड़े फ्लाईओवर पर नहीं फुटपाथ

सड़क पर छोड़िए फ्लाई ओवरों पर भी यह देखने को मिला है कि कई बार बजट की तंगी के चलते इन फ्लाईओवर को काफी संकरा और बिना फुटपाथ के बनाया गया है. ऐसे फ्लाईओवर अक्सर दुर्घटना को आमंत्रण देते हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण बल्लीवाला फ्लाईओवर है, जहां पर अब तक दर्जनों दुर्घटनाएं हो चुकीं हैं. इस फ्लाईओवर पर पैदल चलने के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है.

राजपुर रोड पर बेहतर फुटपाथ

देहरादून पूरे शहरभर में सभी जगह पर फुटपाथों की बुरी स्थिति है. लेकिन एक जगह है जहां पर सड़क भी अच्छी है और फुटपाथ भी बेहतर हैं. वह है देहरादून की राजपुर रोड जो घंटाघर से दिलाराम चौक तक है. इसके बाद दिलाराम चौक के बाद जाखन तक फुटपाथ थोड़ी बेहतर स्थिति में है.

क्या कहते हैं अधिकारी

प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग देहरादून के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के बाद कई जगहों पर फुटपाथ के लिए काफी जगह बनी है. इनको लेकर विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. हालांकि, इसमें कई अन्य विभागों द्वारा भी कार्य किए जाने हैं, जो कि लंबित है. इस वक्त कोविड काल चल रहा है और पूरा डिपॉर्टमेंट अन्य व्यवस्थाओं में जुटा है. जैसे ही स्थिति सामान्य होती है एक बार फिर से शहर की साज सज्जा का काम शुरू कर दिया जाएगा.

Last Updated : May 14, 2021, 8:49 PM IST
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