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प्याज के बढ़े दामों ने बिगाड़ा जायका, मंडियों में दाम 60 रुपये किलो के पार - देहरादून न्यूज

इन दिनों प्याज के दाम अचानक बढ़ने से इसका असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है. राजधानी देहरादून की सब्जी मंडियों में भी प्याज 60 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है.

देहरादून में 60 रुपये किलों बिक रहा प्याज.
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Published : Sep 23, 2019, 2:49 PM IST

देहरादून: इन दिनों प्याज बिना कटे ही लोगों को रूला रही है. राजधानी देहरादून की सब्जी मंडियों में भी प्याज 60 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है. जिससे लोगों की रसोई का जायका बिगड़ रहा है. वहीं आने वाले दिनों में प्याज के दाम और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है.

गौर हो कि प्याज के प्रमुख उत्पादक प्रदेश जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश , राजस्थान और दक्षिण भारत में इस साल मानसून सीजन में भारी बारिश के चलते प्याज की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है. जिसकी वजह से वर्तमान में मंडियों में प्याज की ज्यादा मांग है. वहीं प्याज की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि पिछले एक महीने से लगातार प्याज महंगी होती जा रही है. जहां सामान्य तौर पर 20 रुपए किलो की दर पर प्याज बेचा जा रहा था. वहीं अब प्याज की कीमत बढ़कर 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गयी है. जिससे लोग अब कम मात्रा में प्याज खरीद रहे हैं.

देहरादून में 60 रुपये किलों बिक रहा प्याज.

पढ़ें-उत्तराखंड में शराबबंदी का उमा भारती ने किया समर्थन, कहा- राजस्व के लिए तलाशें अन्य विकल्प

जो लोग पहले एक किलो प्याज खरीदा करते थे. वह लोग अब आधा किलो या महज पावभर प्याज खरीद रहे हैं. बहरहाल केंद्र की मोदी सरकार देश में प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने और कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए व्यापारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. इसके लिए जल्दी प्याज की भंडारण सीमा तय की जा सकती है. जिसके बाद ही प्याज ही बढ़ी हुई कीमतें कुछ सामान्य होने की उम्मीद है.

देहरादून: इन दिनों प्याज बिना कटे ही लोगों को रूला रही है. राजधानी देहरादून की सब्जी मंडियों में भी प्याज 60 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है. जिससे लोगों की रसोई का जायका बिगड़ रहा है. वहीं आने वाले दिनों में प्याज के दाम और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है.

गौर हो कि प्याज के प्रमुख उत्पादक प्रदेश जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश , राजस्थान और दक्षिण भारत में इस साल मानसून सीजन में भारी बारिश के चलते प्याज की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है. जिसकी वजह से वर्तमान में मंडियों में प्याज की ज्यादा मांग है. वहीं प्याज की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि पिछले एक महीने से लगातार प्याज महंगी होती जा रही है. जहां सामान्य तौर पर 20 रुपए किलो की दर पर प्याज बेचा जा रहा था. वहीं अब प्याज की कीमत बढ़कर 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गयी है. जिससे लोग अब कम मात्रा में प्याज खरीद रहे हैं.

देहरादून में 60 रुपये किलों बिक रहा प्याज.

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जो लोग पहले एक किलो प्याज खरीदा करते थे. वह लोग अब आधा किलो या महज पावभर प्याज खरीद रहे हैं. बहरहाल केंद्र की मोदी सरकार देश में प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने और कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए व्यापारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. इसके लिए जल्दी प्याज की भंडारण सीमा तय की जा सकती है. जिसके बाद ही प्याज ही बढ़ी हुई कीमतें कुछ सामान्य होने की उम्मीद है.

Intro:देहरादून- प्याज के बढ़े हुए दामों ने आम उपभोक्ताओं की आंखों में आंसू लाना शुरू कर दिया है। राजधानी देहरादून की सब्जी मंडियों में भी प्याज़ 60 रुपए प्रति किलो की दर पर बेचा जा रहा है ।वहीं आगे प्याज़ के दामों में और अधिक उछाल आने की पूरी संभावना है ।




Body:बता दें की प्याज के प्रमुख उत्पादक प्रदेशों जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश , राजस्थान और दक्षिण भारत में इस साल मानसून सीजन में भारी बारिश के चलते प्याज की फसल को खासा नुकसान पहुचा है । जिसकी वजह से वर्तमान में मंडियों में प्याज की आवक के मुकाबले खपत ज्यादा हो रही है ।

वहीं प्याज़ की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि पिछले 1 महीने से लगातार प्याज़ महंगा होता जा रहा है । जहां सामान्य तौर पर 20 रुपए किलो की दर पर प्याज़ बेचा जा रहा था । वहीं अब प्याज़ की कीमत बढ़कर 60 रुपए प्रति किलो तक पहुचं गयी है । जिसके लोग अब कम मात्रा में प्याज खरीद रहे हैं । जो लोग पहले 1 किलो प्याज़ खरीदा करते थे ।वह लोग अब आधा किलो या महज पाव भर प्याज़ खरीद रहे हैं ।


Conclusion:बहरहाल केंद्र की मोदी सरकार देश में प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने और कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए व्यापारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है । इसके लिए जल्दी प्याज की भंडारण सीमा तय की जा सकती है । जिसके बाद ही प्याज ही बढ़ी हुई कीमतें कुछ सामान हो पाएंगी ।
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