देहरादून: प्रवासियों के घर वापसी के साथ ही उत्तराखंड में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है. ऐसे में राज्य सरकार वापस आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन कर रही है. इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन के डर से प्रवासियों को डर लगने लगा है, जिसकी वजह से घर वापसी का सिलसिला रुकता हुआ नजर आ रहा है.
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से सरकार अब होम क्वारंटाइन की जगह लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन कर रही है. जिसके चलते अधिकांश प्रवासियों ने घर वापसी का रजिस्ट्रेशन कैंसिल करा दिया है. डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार के मुताबिक दूसरे राज्यों से लोगों का उत्तराखंड आने का दौर लगभग समाप्ति की ओर है. लोग घर वापसी के कराए गए रजिस्ट्रेशन को रद्द करा रहे हैं. पहले की तरह अब लोग वापसी के लिए इच्छुक नजर नहीं आ रहे हैं.
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डीजी अशोक कुमार के मुताबिक संक्रमित शहरों से आने वाले सभी लोगों को होम क्वारंटाइन की जगह 14 दिनों के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन किया जा रहा है. जिसकी वजह से लोग डरे हुए हैं और वापसी का रजिस्ट्रेशन कैंसिल करा रहे हैं. हालांकि चार-पांच दिनों में पूरी स्थिति साफ हो जाएगी.
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक अभी तक 1 लाख 78 हज़ार से अधिक प्रवासियों की वापसी हो चुकी है. जबकि 45 हज़ार से अधिक लोग उत्तराखंड से अलग-अलग जगहों को जा चुके हैं. मुंबई से हवाई जहाज और चार ट्रेनें उत्तराखंड के प्रवासियों को लेकर वापस आ चुकी है.