ऋषिकेश: आईडीपीएल कॉलोनी (IDPL Colony rishikesh) और खांड गांव के लोगों ने नगर निगम ऋषिकेश (Municipal Corporation Rishikesh) में शामिल करने की मांग को लेकर तहसील में प्रदर्शन कर नारेबाजी की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा. ज्ञापन में उन्होंने कहा कि अगर जल्द उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.
मंगलवार को आईडीपीएल कॉलोनी में रहने वाले पूर्व कर्मचारियों और आश्रितों ने आवासीय कल्याण समिति के बैनर तले तहसील का घेराव किया. कॉलोनीवासियों ने कहा कि 27 नवंबर को आईडीपीएल की लीज खत्म हो गई है. प्रबंधन वर्ग लगातार कॉलोनी को खाली करने का दबाव बना रहा है. बिजली, पानी, साफ-सफाई जैसी व्यवस्था की जिम्मेदारी लेने से भी प्रबंधन पीछे हट गया है. ऐसे में लोगों के सामने मूलभूत सुविधाओं को लेकर डर सताने लगा है. बेघर होने की सबसे बड़ी समस्या भी उनके सामने खड़ी हो गई है. कॉलोनीवासियों ने आईडीपीएल के साथ-साथ कृष्णा नगर कॉलोनी और खांड गांव को नगर निगम में शामिल करने की मांग फिर से दोहराई है.
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की तमाम सुविधाओं से करीब 25 हजार की आबादी वंचित है. एसडीएम अपूर्वा पांडे ने बताया कि आईडीपीएल कॉलोनी को नगर निगम में शामिल करने की मांग को लेकर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है, जो मुख्यमंत्री के नाम है. जिसे जल्द से जल्द मुख्यमंत्री तक पहुंचा दिया जाएगा.
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आईडीपीएल कृष्णा नगर कॉलोनी और खांड गांव को नगर निगम में शामिल कराने की मांग को विपक्ष ने भी मुद्दा बना लिया है. मंगलवार को तहसील का घेराव करने पहुंचे आईडीपीएल कॉलोनी के लोगों के समर्थन में कांग्रेसी भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वादों के अनुसार बेघरों को घर उपलब्ध नहीं करा रही है. उल्टा जिनके सिर पर जो छत है उन्हें भी बेघर करने पर तुली हुई है. जिसका कांग्रेस विरोध करती है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेंद्र रमोला ने बताया कि कांग्रेस आईडीपीएल कृष्णा नगर और खांड गांव के निवासियों के साथ खड़ी है. हर हाल में कॉलोनीवासियों को नगर निगम में शामिल कराने के लिए कांग्रेस प्रयास करेगी.