देहरादून: उत्तराखंड भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पुनर्गठन के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है. जिस बोर्ड को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत आमने-सामने आ गए थे, उसी बोर्ड पर अब अधिसूचना जारी कर इसके पुनर्गठन को अंतिम रूप दे दिया गया है.
दरअसल, तमाम बयानबाजी और कयासों के बीच आखिरकार भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड का पुनर्गठन कर दिया गया है. बोर्ड के पुनर्गठन को लेकर अधिसूचना भी जारी हो गई है. इस बोर्ड के अध्यक्ष पद से कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को हटाए जाने के बाद इसके सचिव पद से दमयंती रावत को हटाए जाने से विवाद बढ़ गया था. आखिरकार पुराने बोर्ड को भंग करने के बाद बोर्ड के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी कर दी गई है. जारी अधिसूचना के अनुसार बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर शमशेर सिंह सत्याल को चुना गया है.
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वहीं, बोर्ड के सदस्यों में वेलफेयर कमिश्नर भारत सरकार और राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले तीन सदस्यों में प्रमुख सचिव वेद या उनके द्वारा निर्देशित अधिकारी, सचिव न्याय और मुख्य निरीक्षक भवन एवं अन्य सन्निर्माण उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करने वाले 3 सदस्य जिसमें उदित अग्रवाल, रजनीश शर्मा और बसंत सनवाल हैं. उधर भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकारों का प्रतिनिधित्व करने वाले 3 सदस्यों में विक्रम सिंह, प्रमोद बोरा और इंदु बाला होंगी.
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इस तरह बोर्ड के पुनर्गठन होने के बाद अब हरक सिंह रावत के करीबियों को इस बोर्ड से हटना होगा. यानी अब वापसी की संभावना पूरी तरह से खत्म हो चुकी है, साथ ही बोर्ड को लेकर, लगाए जाने वाले तमाम कयासों और बयानबाजियों पर विराम लग गया है. वहीं, हरक सिंह रावत के इतने विरोध और नाराजगी के बाद भी बोर्ड का इस तरह से पुनर्गठन किया जाना आने वाले समय में भाजपा के अंदर किसी बड़ी हलचल को पैदा करने की ओर इशारा करता है.