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वात्सल्य योजना से संवरा 6000 बच्चों का भविष्य, अब आपदा में बेसहारा होने वालों के लिए भी तैयार होगा प्रस्ताव

महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने वात्सल्य योजना की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने बताया मानसून सीजन के दौरान बेघर हुए बच्चों और महिलाओं के लिए वात्सल्य योजना की तर्ज पर रणनीति तैयार की जा रही है.

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Published : Aug 5, 2023, 3:51 PM IST

महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य

देहरादून: शुक्रवार को महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने वात्सल्य योजना की समीक्षा की है. इसी बीच उन्होंने अधिकारियों से इस योजना के तहत छात्रों को दी जा रही मदद की जानकारी ली. इसके अलावा उन्होंने स्कॉलरशिप योजना की भी अपडेट ली. वात्सल्य योजना शुरू करने का उद्देश्य ऐसे बच्चे जिनके सिर से माता-पिता का साया उठ गया है, उनको सहारा देना है. 6000 बच्चों को अब तक सरकार द्वारा वात्सल्य योजना के तहत लाभ दिया गया है.

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि वाचली योजना के तहत सरकार 5 फ़ीसदी आरक्षण इस योजना के लाभार्थियों को दे रही है. जिससे बच्चों का भविष्य संवारने में मदद मिल रही है. सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह वात्सल्य योजना के तहत जन जागरूकता के लिए छोटे-छोटे वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालें, ताकि उस क्षेत्र के लाभार्थियों को इस योजना से संबंधित जानकारी मिल सके और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को विभाग द्वारा चलाई जा रही स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ा जा सके.

Women Child Development Minister Rekha Arya
महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य

बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना ने साल 2020 से लेकर अब तक तकरीबन 70 करोड़ लोगों को अपनी चपेट में लिया है. इसी क्रम में अगर उत्तराखंड की बात करें तो यहां कोविड से 7768 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. कोरोना काल वो दौर था, जब लोगों ने अपनो को खोया. वहीं कई ऐसे बच्चे भी थे, जिनके माता-पिता दोनों कोविड की चपेट में आकर उन्हें छोड़कर चले गए. ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने वात्सल्य योजना शुरू की.


वात्सल्य योजना के तहत इन छात्रों को मिला लाभ

  1. वर्तमान में वात्सल्य योजना के तहत प्रदेश भर के 6000 से ज्यादा बच्चों को सरकार ने सहारा दिया है.
  2. देहरादून में सबसे ज्यादा 935 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  3. टिहरी गढ़वाल में 856 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  4. उधम सिंह नगर में 824 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  5. 796 छात्रों को हरिद्वार में वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  6. नैनीताल में 638 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  7. पौड़ी गढ़वाल में 596 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  8. अल्मोड़ा में 386 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  9. उत्तरकाशी में 327 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  10. चंपावत में 322 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  11. रुद्रप्रयाग में 255 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है
  12. पिथौरागढ़ में 210 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  13. चमोली में 126 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  14. बागेश्वर में 111 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.

ये भी पढ़ें: वात्सल्य योजना के 6219 लाभार्थियों को ट्रांसफर की गई धनराशि, 21 साल की उम्र तक हर महीने मिलेंगे 3 हजार रुपए

प्रदेश में चल रहे मानसून सीजन के दौरान बेघर हुए बच्चों और महिलाओं को लेकर महिला बाल विकास द्वारा विशेष रूप से मदद देने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. शुक्रवार को महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने इस संबंध में विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए. विभागीय मंत्री का यह कहना है कि जिस तरह से कोविड-19 में कई बच्चों ने अपने माता पिता को खोया था. उसी तरह से उत्तराखंड में आने वाली आपदाओं में यह कई बार देखा जाता है कि बच्चे अक्सर अपने परिजनों को खो देते हैं. ऐसे में इन बच्चों को भी वात्सल्य योजना के तर्ज पर सरकार द्वारा मदद की जानी चाहिए, जिसको लेकर विभाग को तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें: वात्सल्य योजना के 6,256 लाभार्थियों को ट्रांसफर की गई धनराशि

महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य

देहरादून: शुक्रवार को महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने वात्सल्य योजना की समीक्षा की है. इसी बीच उन्होंने अधिकारियों से इस योजना के तहत छात्रों को दी जा रही मदद की जानकारी ली. इसके अलावा उन्होंने स्कॉलरशिप योजना की भी अपडेट ली. वात्सल्य योजना शुरू करने का उद्देश्य ऐसे बच्चे जिनके सिर से माता-पिता का साया उठ गया है, उनको सहारा देना है. 6000 बच्चों को अब तक सरकार द्वारा वात्सल्य योजना के तहत लाभ दिया गया है.

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि वाचली योजना के तहत सरकार 5 फ़ीसदी आरक्षण इस योजना के लाभार्थियों को दे रही है. जिससे बच्चों का भविष्य संवारने में मदद मिल रही है. सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह वात्सल्य योजना के तहत जन जागरूकता के लिए छोटे-छोटे वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालें, ताकि उस क्षेत्र के लाभार्थियों को इस योजना से संबंधित जानकारी मिल सके और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को विभाग द्वारा चलाई जा रही स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ा जा सके.

Women Child Development Minister Rekha Arya
महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य

बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना ने साल 2020 से लेकर अब तक तकरीबन 70 करोड़ लोगों को अपनी चपेट में लिया है. इसी क्रम में अगर उत्तराखंड की बात करें तो यहां कोविड से 7768 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. कोरोना काल वो दौर था, जब लोगों ने अपनो को खोया. वहीं कई ऐसे बच्चे भी थे, जिनके माता-पिता दोनों कोविड की चपेट में आकर उन्हें छोड़कर चले गए. ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने वात्सल्य योजना शुरू की.


वात्सल्य योजना के तहत इन छात्रों को मिला लाभ

  1. वर्तमान में वात्सल्य योजना के तहत प्रदेश भर के 6000 से ज्यादा बच्चों को सरकार ने सहारा दिया है.
  2. देहरादून में सबसे ज्यादा 935 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  3. टिहरी गढ़वाल में 856 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  4. उधम सिंह नगर में 824 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  5. 796 छात्रों को हरिद्वार में वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  6. नैनीताल में 638 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  7. पौड़ी गढ़वाल में 596 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  8. अल्मोड़ा में 386 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  9. उत्तरकाशी में 327 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  10. चंपावत में 322 छात्रों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  11. रुद्रप्रयाग में 255 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है
  12. पिथौरागढ़ में 210 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  13. चमोली में 126 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.
  14. बागेश्वर में 111 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिला है.

ये भी पढ़ें: वात्सल्य योजना के 6219 लाभार्थियों को ट्रांसफर की गई धनराशि, 21 साल की उम्र तक हर महीने मिलेंगे 3 हजार रुपए

प्रदेश में चल रहे मानसून सीजन के दौरान बेघर हुए बच्चों और महिलाओं को लेकर महिला बाल विकास द्वारा विशेष रूप से मदद देने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. शुक्रवार को महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने इस संबंध में विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए. विभागीय मंत्री का यह कहना है कि जिस तरह से कोविड-19 में कई बच्चों ने अपने माता पिता को खोया था. उसी तरह से उत्तराखंड में आने वाली आपदाओं में यह कई बार देखा जाता है कि बच्चे अक्सर अपने परिजनों को खो देते हैं. ऐसे में इन बच्चों को भी वात्सल्य योजना के तर्ज पर सरकार द्वारा मदद की जानी चाहिए, जिसको लेकर विभाग को तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें: वात्सल्य योजना के 6,256 लाभार्थियों को ट्रांसफर की गई धनराशि

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