शामली/देहरादूनः गंगोत्री धाम के रावल शिवप्रकाश जी महाराज कपाट बंद होने के बाद 6 माह के भारत भ्रमण पर हैं. शामली में पहुंचे रावल ने देवस्थानम बोर्ड के रद्द होने पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से चार धाम पुरोहित और जो भी धर्मावलंबी हैं, वे सभी खुश और संतुष्ट हैं.
शामली पहुंचे गंगोत्री धाम के रावल शिवप्रकाश जी महाराज ने ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत की. उन्होंने बताया कि वह गंगोत्री धाम के प्रधान रक्षक हैं और कपाट बंद होने के बाद छह माह भारत भ्रमण पर रहते हैं. इसी परिपेक्ष्य में वह शामली पहुंचे हैं. रावल ने कहा कि हम सनातन धर्मावलंबी और सनातन प्रेमियों को यह संदेश देना चाहते हैं कि हमारे पूर्वजों और ऋषि-मुनियों की जो परंपराएं हैं, जो संस्कार हैं वह हम अपनी आने वाली भावी पीढ़ी को दें और उनके लिए संजो कर रखें.
देवस्थानम बोर्ड भंग होने पर जताई खुशीः देवस्थानम बोर्ड के भंग होने पर रावल शिवप्रकाश ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सरकार बधाई की पात्र है. हमारा आशीर्वाद उनके साथ है, कहीं ना कहीं उन्होंने धर्म को समझा और धर्म के प्रति वह संलग्न भी हैं. सरकार ने धर्म के विरोध की बात को समझते हुए यह निर्णय लिया, जिससे पूरा चार धाम पुरोहित और जो भी धर्मावलंबी हैं, सभी खुश और संतुष्ट हैं.
देवताओं का मिलेगा आशीर्वादः रावल ने कोराना महामारी के दौरान चार धाम यात्रा प्रभावित होने पर बोलते हुए कहा कि जब ये देवस्थानम एक्ट उत्तराखंड सरकार के द्वारा बनाया गया था, उस दौरान मैं गुजरात में भ्रमण पर था. तब मैंने एक बात कही थी कि जब-जब धर्म पर कुठाराघात किया जाता है, धर्म की हानि होती है, तब-तब ऐसी आपदाएं आती हैं. इसका असर प्रत्येक जनमानुष ने देखा है कि किस प्रकार की आपदा आई है. हमने यह उस समय ही बता दिया था.
रावल ने कहा कि उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है, वहां पर देवता लोग जागृत अवस्था में हैं. अब जब देवस्थानम बोर्ड रद्द हुआ है, कहीं ना कहीं उन देवताओं के चेहरे पर भी खुशी है, क्योंकि शास्त्रों में ऐसा वर्णित है कि ये जो धाम है वह देवताओं के लिए भी दुलर्भ है. आज उन सब देवताओं के अंदर खुशी की लहर है ऐसे में हो सकता है कि अब ऐसी कोई समस्या नहीं आएगी, जो दैवीय आपदा आपदा थी, यह पूर्णंत: समाप्त हो जाएगी.