ETV Bharat / state

चौरासी कुटिया बंद होने से राजाजी टाइगर रिजर्व को लाखों का नुकसान

विश्व प्रसिद्ध चौरासी कुटिया लॉकडाउन लागू होने के बाद से अभी तक बंद चल रही है. ऐसे में अब तक इसे लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ चुका है. इसे खोलने की अनुमति अभी भी नहीं मिली है.

author img

By

Published : Jun 18, 2020, 2:09 PM IST

Updated : Jul 17, 2020, 6:03 PM IST

Rajaji Tiger Reserve
टाइगर रिजर्व को लाखों का नुकसान

ऋषिकेश: इस समय कोरोना महामारी पूरी दुनियां मे अपने पैर पसार कर हर देश की अर्थ व्यवस्था को चौपट कर दिया है. वहीं, देश सहित पूरा प्रदेश आर्थिक नुकसान झेल रहा है. वहीं, ऋषिकेश में चौरासी कुटिया को आय का एक बड़ा श्रोत माना जाता है, जो कि वर्तमान में बंद हो गई है. वहीं, चौरासी कुटिया बंद होने की वजहत से राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क को अब तक करीब 30 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान हो चुका है.

टाइगर रिजर्व को लाखों का नुकसान

दरअसल, रामझूला स्वर्गाश्रम स्थित शंकराचार्य नगर में स्थित विश्व प्रसिद्ध चौरासी कुटिया का दीदार करने के लिए लोग देश-विदेश से खिंचे चले आते थे. लेकिन 24 मार्च से लॉकडाउन घोषित होने के बाद ये कुटिया बंद कर दी गई. तब से लेकर अब तक ये कुटिया बंद चल रही है. ऐसे में चौरासी कुटिया का धंधा चौपट होने से राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. बताया जा रहा है, कि हर महीने चौरासी कुटिया की लगभग 15 लाख रुपए की आमदनी होती थी. ये धनराशि प्रदेश सरकार के राजस्व का अहम हिस्सा थी.

ये भी पढ़ें: कोरोना संकटः यहां स्वादिष्ट भोजन के साथ फ्री में मिल रहा 800 साल पुराने आयुर्वेदिक विधि से बना काढ़ा

राजाजी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दीपक सिंह ने बताया कि इस कुटिया को पार्क के इनकम का मुख्य स्रोत माना जाता है. क्योंकि, यहां पर देश के ही नहीं विदेशों के सैलानी भी भारी तादात मे पहुंचते हैं. यही कारण है, कि अभी तक चौरासी कुटिया के बंद होने की वजह से करीब 30 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है. हालांकि, कोविड-19 संक्रमण के चलते अभी भी इसको खोलने की अनुमति नहीं मिली है.

ऋषिकेश: इस समय कोरोना महामारी पूरी दुनियां मे अपने पैर पसार कर हर देश की अर्थ व्यवस्था को चौपट कर दिया है. वहीं, देश सहित पूरा प्रदेश आर्थिक नुकसान झेल रहा है. वहीं, ऋषिकेश में चौरासी कुटिया को आय का एक बड़ा श्रोत माना जाता है, जो कि वर्तमान में बंद हो गई है. वहीं, चौरासी कुटिया बंद होने की वजहत से राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क को अब तक करीब 30 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान हो चुका है.

टाइगर रिजर्व को लाखों का नुकसान

दरअसल, रामझूला स्वर्गाश्रम स्थित शंकराचार्य नगर में स्थित विश्व प्रसिद्ध चौरासी कुटिया का दीदार करने के लिए लोग देश-विदेश से खिंचे चले आते थे. लेकिन 24 मार्च से लॉकडाउन घोषित होने के बाद ये कुटिया बंद कर दी गई. तब से लेकर अब तक ये कुटिया बंद चल रही है. ऐसे में चौरासी कुटिया का धंधा चौपट होने से राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. बताया जा रहा है, कि हर महीने चौरासी कुटिया की लगभग 15 लाख रुपए की आमदनी होती थी. ये धनराशि प्रदेश सरकार के राजस्व का अहम हिस्सा थी.

ये भी पढ़ें: कोरोना संकटः यहां स्वादिष्ट भोजन के साथ फ्री में मिल रहा 800 साल पुराने आयुर्वेदिक विधि से बना काढ़ा

राजाजी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दीपक सिंह ने बताया कि इस कुटिया को पार्क के इनकम का मुख्य स्रोत माना जाता है. क्योंकि, यहां पर देश के ही नहीं विदेशों के सैलानी भी भारी तादात मे पहुंचते हैं. यही कारण है, कि अभी तक चौरासी कुटिया के बंद होने की वजह से करीब 30 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है. हालांकि, कोविड-19 संक्रमण के चलते अभी भी इसको खोलने की अनुमति नहीं मिली है.

Last Updated : Jul 17, 2020, 6:03 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.