ETV Bharat / state

भूमि अधिग्रहण के बाद भी नहीं मिला मुआवजा, ग्रामीणों के आंदोलन को मिला कांग्रेस का साथ - Koti block area of Pauri Garhwal

ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के तहत 2016 में कई गांवों की भूमि को अधिग्रहण किया था. लेकिन 4 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी अभी तक ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला है.

rishikesh
ग्रामीणों के आंदोलन को मिला कांग्रेस का साथ
author img

By

Published : Jan 23, 2021, 12:55 PM IST

Updated : Jan 23, 2021, 3:43 PM IST

ऋषिकेश: कर्णप्रयाग-ऋषिकेश रेल परियोजना के तहत जनपद पौड़ी गढ़वाल के कोट ब्लॉक क्षेत्र में रहने वाले कई ग्रामीणों की भूमि का रेलवे द्वारा 2016 में अधिग्रहण किया गया था. लेकिन ग्रामीणों को आज तक इसका मुआवजा नहीं मिला है. जिससे नाराज ग्रामीणों ने रेलवे के खिलाफ आंदोलन करने की रणनीति बनाई है.

ग्रामीणों की मांगों का कांग्रेस प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह ने भी समर्थन किया है. ग्रामीणों ने राजेंद्र शाह के नेतृत्व में एक ज्ञापन मुख्य परियोजना प्रबंधक को सौंपा है. जिसमें मुआवजे की रकम देने में भी अलग-अलग मानक अपनाने का आरोप विभाग पर लगाया है. ग्रामीणों ने मुआवजे के साथ-साथ परिवार के एक सदस्य को रेलवे में नौकरी दिए जाने की भी मांग की है.

ग्रामीणों के आंदोलन को मिला कांग्रेस का साथ

ये भी पढ़ें: नेताजी सुभाष चंद्र बोस का उत्तराखंड से रहा है गहरा नाता, जानिए क्या है वजह?

कांग्रेस प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या संज्ञान में तब ली गई जब अधिकारी मुआवजे की रकम के लिए ग्रामीणों को चक्कर कटाने में लगे हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस को ग्रामीणों की हक की लड़ाई का झंडा अपने हाथ में उठाया है. कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के तहत 2016 में कई गांवों की भूमि को अधिग्रहण किया था. लेकिन 4 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी अभी तक ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला है.

ऋषिकेश: कर्णप्रयाग-ऋषिकेश रेल परियोजना के तहत जनपद पौड़ी गढ़वाल के कोट ब्लॉक क्षेत्र में रहने वाले कई ग्रामीणों की भूमि का रेलवे द्वारा 2016 में अधिग्रहण किया गया था. लेकिन ग्रामीणों को आज तक इसका मुआवजा नहीं मिला है. जिससे नाराज ग्रामीणों ने रेलवे के खिलाफ आंदोलन करने की रणनीति बनाई है.

ग्रामीणों की मांगों का कांग्रेस प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह ने भी समर्थन किया है. ग्रामीणों ने राजेंद्र शाह के नेतृत्व में एक ज्ञापन मुख्य परियोजना प्रबंधक को सौंपा है. जिसमें मुआवजे की रकम देने में भी अलग-अलग मानक अपनाने का आरोप विभाग पर लगाया है. ग्रामीणों ने मुआवजे के साथ-साथ परिवार के एक सदस्य को रेलवे में नौकरी दिए जाने की भी मांग की है.

ग्रामीणों के आंदोलन को मिला कांग्रेस का साथ

ये भी पढ़ें: नेताजी सुभाष चंद्र बोस का उत्तराखंड से रहा है गहरा नाता, जानिए क्या है वजह?

कांग्रेस प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या संज्ञान में तब ली गई जब अधिकारी मुआवजे की रकम के लिए ग्रामीणों को चक्कर कटाने में लगे हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस को ग्रामीणों की हक की लड़ाई का झंडा अपने हाथ में उठाया है. कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के तहत 2016 में कई गांवों की भूमि को अधिग्रहण किया था. लेकिन 4 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी अभी तक ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला है.

Last Updated : Jan 23, 2021, 3:43 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.