ETV Bharat / state

हिमालयी क्षेत्र में सबसे लंबी टनल बनाने की योजना, रेलवे बोर्ड का एलएंडटी के साथ 3338 करोड़ का करार - देहरादून लेटेस्ट न्यूज

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन प्रोजेक्ट के तहत हिमालयी क्षेत्र में अब तक की सबसे लंबी टनल बनने जा रही है. इसकी लंबाई 20 किलोमीटर होगी. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने एलएंडटी कंपनी के साथ 3338 करोड़ रुपए का करार किया है.

rail line
rail line
author img

By

Published : Jan 6, 2021, 4:11 PM IST

देहरादून: हिमालयी क्षेत्र में अब तक की सबसे लंबी टनल बनने जा रही है. यह टनल ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में पहाड़ के नीचे से 20 किलोमीटर लंबी टनल बनेगी. टनल के लिए रेल विकास निगम ने एलएंडटी कंपनी के साथ 3338 करोड़ का अनुबंध किया है. हिमालय क्षेत्र में अब तक किसी भी परियोजना में से ये सबसे लंबी रेलवे लाइन है. परियोजना में दोनों किनारों पर लगभग 800 मीटर के तटबंध के साथ 14.577 किलोमीटर अपलाइन और 13.123 किलोमीटर डाउनलाइन टनल का निर्माण होना है.

रेलवे लाइन ऊबड़-खाबड़ हिमालयी इलाकों को पार करेगी, जिनका अलाइनमेंट जटिल भूगर्भीय परिस्थितियों के साथ हिमालय के थ्रस्ट जोन के समांतर होगा. 14.577 और 13.123 किलोमीटर में से 10.49 किलोमीटर और 10.317 किमी लंबी सुरंग का उपयोग दो नई हार्ड रॉक टनल बोरिंग मशीनों से किया जाएगा. बाकी टनल की खुदाई न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड से की जाएगी.

पढ़ेंः देहरादून-वाराणसी के बीच जनता एक्सप्रेस को हरी झंडी, 11 जनवरी से शुरू होगा 7 ट्रेनों का संचालन

रेलवे देहरादून निदेशक गणेश चंद ठाकुर ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में पहाड़ के नीचे से 20 किलोमीटर लंबी टनल बनने के लिए एलएंडटी कंपनी के साथ रेल विकास निगम ने 3338 करोड़ का अनुबंध किया है. यह हिमालय क्षेत्र में अब तक की सबसे लंबी टनल होगी.

देहरादून: हिमालयी क्षेत्र में अब तक की सबसे लंबी टनल बनने जा रही है. यह टनल ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में पहाड़ के नीचे से 20 किलोमीटर लंबी टनल बनेगी. टनल के लिए रेल विकास निगम ने एलएंडटी कंपनी के साथ 3338 करोड़ का अनुबंध किया है. हिमालय क्षेत्र में अब तक किसी भी परियोजना में से ये सबसे लंबी रेलवे लाइन है. परियोजना में दोनों किनारों पर लगभग 800 मीटर के तटबंध के साथ 14.577 किलोमीटर अपलाइन और 13.123 किलोमीटर डाउनलाइन टनल का निर्माण होना है.

रेलवे लाइन ऊबड़-खाबड़ हिमालयी इलाकों को पार करेगी, जिनका अलाइनमेंट जटिल भूगर्भीय परिस्थितियों के साथ हिमालय के थ्रस्ट जोन के समांतर होगा. 14.577 और 13.123 किलोमीटर में से 10.49 किलोमीटर और 10.317 किमी लंबी सुरंग का उपयोग दो नई हार्ड रॉक टनल बोरिंग मशीनों से किया जाएगा. बाकी टनल की खुदाई न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड से की जाएगी.

पढ़ेंः देहरादून-वाराणसी के बीच जनता एक्सप्रेस को हरी झंडी, 11 जनवरी से शुरू होगा 7 ट्रेनों का संचालन

रेलवे देहरादून निदेशक गणेश चंद ठाकुर ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में पहाड़ के नीचे से 20 किलोमीटर लंबी टनल बनने के लिए एलएंडटी कंपनी के साथ रेल विकास निगम ने 3338 करोड़ का अनुबंध किया है. यह हिमालय क्षेत्र में अब तक की सबसे लंबी टनल होगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.