मसूरी: सीएम त्रिवेन्द्र रावत की घोषणा के तहत मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा मसूरी माल रोड स्थित विभिन्न स्थानों पर फसाड लाइट लगाने के लिए विधायक गणेश जोशी ने 280 लाख रुपए की योजना का शिलान्यास किया. कार्यक्रम का आयोजन मैथोडिस्ट चर्च में किया गया था, जहां विधायक गणेश जोशी और पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने योजना का संयुक्त रूप से शिलान्यास किया.
फसाड लाइट से जगमगाएगी पहाड़ों की रानी
इस दौरान मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि पहाड़ों की रानी को सुंदर होना चाहिए. इसी को लेकर मसूरी को सुंदर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के आभूषणों से सजाया जा रहा है. एक साल पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने माल रोड के विभिन्न जगहों पर फसाड लाइट लगाने की घोषणा की थी, जिसके तहत इसका शिलान्यास किया गया है.
त्रिवेंद्र सरकार ने 80 फीसदी वादा पूरा किया- गणेश
गणेश जोशी ने कहा कि सीएम त्रिवेंद्र रावत प्रदेश के ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिनके द्वारा की गई अब तक की घोषणाओं में 80 प्रतिशत घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं. क्रिसमस से पहले सरकार ने मसूरी की जनता और क्रिश्चियन समुदाय के लोगों के लिए चर्च का फसाड लाइटों से सौदर्यीकरण का तोहफा दिया है. मसूरी के विकास के लिए लगातार काम किया जा रहा है. जल्द ही हम अपने 4 सालों का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने प्रस्तुत करेंगे.
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किसानों को बरगला रही है कांग्रेस- गणेश
वहीं, किसान आंदोलन पर गणेश जोशी ने कहा कि कांग्रेस लगातार किसान भाइयों को बरगला कर सरकार के खिलाफ खड़ा कर रही है. 2014 में कांग्रेस की सरकार ही किसान बिल लेकर आई थी और आज जब यह बिल भाजपा सरकार ने पूर्ण बहुमत से पास कर दिया है तो कांग्रेस परेशान है. केंद्र सरकार लगातार किसानों से वार्ता कर रही है. मुझे पूरी उम्मीद है कि जल्द किसानों की समस्याओं का निराकरण कर आंदोलन को समाप्त कर दिया जाएगा.
280 लाख रुपए की लागत से लगेगी फसाड लाइट
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के डेवलपमेंट आफिसर श्याम मोहन शर्मा ने बताया कि माल रोड सहित विभिन्न क्षेत्रों में 280 लाख रुपए की लागत से फसाड लाइट को लगाया जाना है. इसका शिलान्यास विधायक गणेश जोशी द्वारा किया गया. जल्द सभी लाइटों को लगा दिया जाएगा. इसकी देखरेख 3 साल के लिए कार्यदायी संस्था द्वारा ही की जाएगी.
क्या है फसाड लाइट
यह उच्चस्तरीय एलईडी लाइट होती है. इससे रंग-बिंरगी किरणें निकलती हैं. इसके जरिए किसी भवन, पिलर को हाईलाइट किया जाता है. जिसे हाईलाइट करना होता है, वहीं लाइट को लगाया जाता है. इसकी रोशनी दूर से ही नजर आती है.