ऋषिकेश: नेशनल, स्टेट और जिला आपदा नियंत्रण विभाग द्वारा स्थानीय प्रशासन के नेतृत्व में कैमिकल डिजास्टर को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. वहीं गैस रिसाव को लेकर हो रही मॉक ड्रिल के दौरान अधिकारियों की लापरवाही देखने को मिली. मॉक ड्रिल के दौरान लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सिगरेट का धुंआ उड़ाते नजर आए, जबकि गैस रिसाव के समय सिगरेट जैसी ज्वलनशील चीज से बड़ा हादसा हो सकता है.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिनों पहले ही जिलाधिकारी के आदेश पर ऋषिकेश को धूम्रपान निषेध बनाने के लिए सभी सरकारी व गैर सरकारी विभागों में निर्देश जारी करते हुए पत्र भेजा गया था. जिसमे साफ तौर पर कहा गया था कि कोई भी व्यक्ति अपने दफ्तर या सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान नहीं करेगा. अगर कोई ऐसा करता हुआ पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं इस मामले में उपजिलाधिकारी प्रेमलाल ने बताया कि उन्होंने अधिकारी को धूम्रपान करते हुए नहीं देखा, लेकिन अगर वे ऐसा कर रहे थे तो यह गलत है. उनके द्वारा ऋषिकेश को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए कई मीटिंग भी कई गई और विभागों को आदेश जारी किए गए हैं. अगर किसी की लिखित शिकायत मिलती है तो लोक निर्माण विभाग के अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि मॉक ड्रिल में स्थानीय प्रशासन, लोक निर्माण विभाग, परिवहन विभाग, पूर्ति विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारी और अधिकारी मौजूद रहे. मॉक ड्रिल का स्टैंड एरिया आईडीपीएल हॉकी मैदान को बनाया गया था, जहां से गैस रिसाव की सूचना मिलने पर फायर, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम रवाना हुई. वहीं, पुलिस ने आपदा के समय रास्ते का ट्रैफिक कंट्रोल किया. वहीं, आपदा के समय राहत बचाव टीम जे.जे. ग्लास फैक्ट्री पहुंची, जहां गैस रिसाव से घायल कर्मियों को एंबुलेंस की सहायता से ऋषिकेश एम्स पहुंचाया गया.