देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से देवभूमि पहुंचे हैं. इस बार उन्होंने उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र को चुना है. पीएम मोदी जब-जब उत्तराखंड आए हैं, तब-तब कुछ न कुछ सौगातें दे जाते हैं. आज भी उन्होंने पिथौरागढ़ में करीब 4,200 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. ऐसे में पीएम मोदी ने उत्तराखंड को क्या सौगातें दी और उनकी घोषणाओं पर कितना काम हुआ है? आइए जानते हैं. इसके अलावा जनता की प्रतिक्रिया भी जानते हैं.
प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तराखंड में PM मोदी का यह 7वां दौराः उत्तराखंड में नरेंद्र मोदी का यह प्रधानमंत्री बनने के चौथा आध्यात्मिक दौरा है तो वहीं देहरादून और हल्द्वानी में उन्होंने दो बार चुनावी दौरे भी किए हैं. उत्तराखंड के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आस्था पीएम बनने से पहले से रही है. उन्होंने अपने जीवन का लंबा समय उत्तराखंड में बिताया है. ऐसा कई बार उन्होंने अपने संबोधन में कहा है तो वहीं प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे की बात करें तो वे सातवीं बार आए हैं. इस बार वे उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में पड़ने वाले पिथौरागढ़ जिले में आए हैं.
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उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के पवित्र पार्वती कुंड में दर्शन और पूजन से अभिभूत हूं। यहां से आदि कैलाश के दर्शन से भी मन आह्लादित है। प्रकृति की गोद में बसी अध्यात्म और संस्कृति की इस स्थली से अपने देश के सभी परिवारजनों के सुखमय जीवन की कामना की। pic.twitter.com/iIEpO0Cta0
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2017 विधानसभा चुनाव से पहले रखी थी ऑल वेदर रोड की नींवः प्रधानमंत्री के रूप में सत्ता संभालने के बाद नरेंद्र मोदी पहली दफा सार्वजनिक तौर 2017 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 27 दिसंबर 2016 को उत्तराखंड आए थे. उन्होंने देहरादून में एक भव्य चुनावी रैली को संबोधित किया था तो वहीं इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड में ऑल वेदर रोड की कल्पना को साकार करते हुए देहरादून परेड ग्राउंड से उत्तराखंड चार धाम मार्ग विकास परियोजना की नींव रखी थी.
करीब 8089 किलोमीटर लंबा यह ऑल वेदर रोड तकरीबन 12000 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट था. जिसमें 8089 लंबे नेशनल हाईवे को चौड़ा करके उत्तराखंड के चारों धामों को आपस में जोड़ने का लक्ष्य रखा गया था. इस प्रोजेक्ट के पहले फेज के अब तक 3000 करोड़ रुपए के काम किए जा चुके हैं, अब तक इस प्रोजेक्ट के तहत 310 किलोमीटर से ज्यादा का काम पूरा हो चुका है.
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजनाः उत्तराखंड में चल रहा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट भी मोदी के उत्तराखंड में चले रहे मेगा प्रोजेक्ट में से एक है. ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट 12 स्टेशन और 19 रेल पुलों का निर्माण होना है. इस 125 किलोमीटर रेल लाइन में तकरीबन 104 किलोमीटर पूरी तरह से अंडरग्राउंड सुरंगों से गुजरेगा. इस परियोजना का काम तेजी से चल रहा है. और हर दिन 170 मीटर सुरंग बनाने का काम किया जा रहा है.
मुख्य परियोजना प्रबंधक रेलवे विकास निगम लिमिटेड अजीत सिंह यादव की मानें तो साल 2026 तक ऋषिकेश से व्यासी तक रेल सेवा शुरू कर दी जाएगी. अब तक के स्टेट्स की बात करें तो 60 फीसदी सुरंग बनाने का काम पूरा किया जा चुका है. ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य दिसंबर 2024 का था, लेकिन कोविड की वजह से प्रभावित हुआ है.
केदारनाथ पुनर्निर्माण और बदरीनाथ मास्टर प्लानः साल 2017 से पहले चुनावी रैली के बाद PM मोदी 2019 को केदारनाथ धाम आए. इस दौरान उन्होंने 2013 की त्रासदी के बाद केदारनाथ धाम के कायापलट करने का संकल्प किया. उन्होंने केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कामों को और ज्यादा गति प्रदान करने की घोषणा की. केदारनाथ धाम में प्रथम चरण के पुनर्निर्माण कार्य पूरे होने के बाद अब 125 करोड़ की लागत से दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्य चल रहें हैं.
केदारनाथ में पुनर्निर्माण के कई काम इस साल अक्टूबर महीने के आखिर तक पूरे हो जाएंगे तो वहीं कुछ अगले साल से शुरू होंगे. पहले चरण में 150 करोड़ की लागत से मंदिर परिसर, आदिगुरु शंकराचार्य समाधिस्थल, हेलीपैड, भवनों का निर्माण हुआ तो वहीं आने वाले तीसरे चरण में 225 करोड़ के काम प्रस्तावित हैं. इस तरह से तीन अलग अलग चरण में केदारनाथ धाम में 500 करोड़ के काम होने हैं, जो पीएम मोदी का एक मेगा ड्रीम प्रोजेक्ट है.
केदारनाथ धाम के ही तर्ज पर बदरीनाथ धाम को भी विकसित किया जाना है. पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बदरीनाथ धाम को मास्टर प्लान के तहत 424 करोड़ की लागत से विकसित किया जाना है. बदरीनाथ मास्टर प्लान का काम हाल ही में शुरू हुआ है. यहां भी तीन चरणों में बदरीनाथ मंदिर और परिसर में सुविधाओं के लिए बुनियादी ढांचे का विकास किया जाना प्रस्तावित है.
अभी बदरीनाथ धाम में तेजी से मास्टर प्लान का काम चल रहा है. पीएम मोदी के तमाम कामों पर लोगों की मुहर भी लग रही है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में आए हैं तो ऐसे में लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड आते हैं तो उससे प्रदेश को काफी फायदा होता है.
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कई बार केदारनाथ धाम आ चुके हैं PM मोदीः जैसी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्तराखंड और केदारनाथ धाम के प्रति अगाध आस्था है, वो कई मर्तबा देखने को मिला है. उत्तराखंड में 2017 में बीजेपी सरकार आने के बाद उनका उत्तराखंड प्रेम और ज्यादा देखने को मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड में मौजूद केदारनाथ धाम में अब तक लगातार तीन बार आ चुके हैं. सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2019 को केदारनाथ धाम आए थे.
इस दौरान उन्होंने साल 2013 की त्रासदी के बाद केदारनाथ धाम के कायापलट करने का संकल्प किया था तो वहीं इस दौरान उन्होंने केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कामों को और ज्यादा तेज गति प्रदान करने की घोषणा की थी. केदारपुरी की कायापलट करने का संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले दौरे में किया था. इसके बाद उन्होंने लगातार हर साल केदारनाथ धाम में आकर पुनर्निर्माण कार्यों का फीडबैक लिया.
साल 2019 के बाद सिर्फ 2020 में कोरोना महामारी के दौरान पीएम मोदी केदारनाथ धाम में नहीं आए, लेकिन उसके बाद 5 नवंबर 2021 और फिर 21 अक्टूबर 2022 को वे केदारनाथ धाम आए. अपने केदारनाथ धाम की यात्रा के दौरान पीएम मोदी एक बार संन्यासियों की तरह ध्यान गुफा में भी रात बिता चुके हैं. साथ ही उन्होंने केदारनाथ धाम में आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के अलावा और भी कई ऐसे ऐतिहासिक निर्माण कार्य किया है, जिनका पूरा-पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है.
पहली दफा उत्तराखंड के मानसखंड में PM मोदी का दौराः उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की कायापलट करने के बाद पीएम मोदी पहली दफा जागेश्वर धाम पहुंचे हैं. जहां पर उन्होंने मानसखंड के तहत जागेश्वर धाम को भी केदारनाथ धाम की तर्ज पर आध्यात्मिक पर्यटन के मानचित्र पर उकेरने का काम किया है. पीएम मोदी के अब तक के उत्तराखंड दौरे में लगातार आम जनमानस की शिकायत रही है कि वे केवल गढ़वाल क्षेत्र में मौजूद केदारनाथ में आते हैं, लेकिन इस बार वे कुमाऊं के जागेश्वर धाम पहुंचे.
इसके अलावा पीए मोदी ने पिथौरागढ़ जैसे सीमांत इलाकों में जाकर कहीं न कहीं ये संदेश देने का काम किया है कि उनके लिए पूरा उत्तराखंड एक समान है. साथ ही पीएम मोदी ने सीमांत जिले पिथौरागढ़ में जाकर देश की सामरिक शक्ति को लेकर के भी एक बड़ा संदेश दिया है.
उत्तराखंड में दो चुनावी दौरे और एक एडवेंचर विजिट कर चुके PM मोदीः उत्तराखंड में पीएम मोदी के ज्यादातर दौरे आध्यात्मिक दृष्टिकोण से ही हुए हैं, लेकिन इसके अलावा भी उन्होंने दो बार चुनावी रैली की है. पहली दफा उन्होंने 27 सितंबर 2016 को विधानसभा चुनाव से पहले तो वहीं दूसरी बार उन्होंने उत्तराखंड के हल्द्वानी में 30 दिसंबर 2021 को विधानसभा चुनाव से पहले एक विशाल चुनावी सभा आयोजित की थी. इस दौरान भी उन्होंने उत्तराखंड को कई बड़ी सौगातें दी.
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कई घोषणाएं मंच से की, जिन पर लगातार काम किया जा रहा है. वहीं, इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड में एक एडवेंचर टूर भी कर चुके हैं. पीएम मोदी डिस्कवरी चैनल में आने वाले कार्यक्रम 'मैन वर्सेस वाइल्ड' प्रोग्राम की शूटिंग के लिए 14 फरवरी 2021 को उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क आए थे, यह उनका बिल्कुल निजी दौरा था. वहीं, ईटीवी भारत ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर जनता की प्रतिक्रिया जानी. जिसमें मिली जुली प्रतिक्रिया मिली.
विपक्ष और युवा बेरोजगारों को PM मोदी के दौरे से बड़ी उम्मीदेंः जहां एक तरफ एक बड़ा तबका पीएम मोदी के उत्तराखंड लगाव से गदगद है. कई लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब-जब उत्तराखंड आते हैं तो कुछ ना कुछ देकर जाते हैं. उसका असर धरातल पर भी देखने को मिलता है तो वहीं इसके इतर कुछ लोगों का मानना है कि पीएम मोदी ने उत्तराखंड के लिए काफी कुछ किया है, लेकिन युवाओं का कहना है कि प्रधानमंत्री को उत्तराखंड के शिक्षित बेरोजगारों की समस्या पर भी ध्यान देना चाहिए.
कुछ युवा बेरोजगारों का पीएम मोदी से ये भी कहना है कि भले ही वो ऊपरी स्तर पर अच्छे काम कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार कहीं न कहीं उनके अच्छे कामों को धरातल पर पहुंचने में विफल साबित हो रही है. खास तौर से उत्तराखंड में रोजगार की स्थिति बेहद खराब है तो वहीं इसी तरह से विपक्ष का भी कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड आते हैं तो, उनका स्वागत है, लेकिन जो भी घोषणा वो उत्तराखंड के लिए करते हैं, वो धरातल पर भी उतारनी चाहिए, केवल चुनावी घोषणाएं बनकर नहीं रहनी चाहिए.