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कबाड़ से दिखा रहे काबिलियत, जानिए आखिर क्या है ये जुगाड़ अभियान

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Published : Sep 15, 2020, 11:14 AM IST

ऋषिकेश नगर निगम मलिन बस्तियों में रहने वाले गरीब बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए कबाड़ से जुगाड़ अभियान चला रहा है. इससे गरीब बच्चों के टेलेंट को संवारा जा रहा है. आइये जानें आखिर क्या है यह अभियान...

rishikesh
बच्चों ने कबाड़ से बनाए गमले.

ऋषिकेश: UNDP (यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम) के माध्यम से कबाड़ से जुगाड़ अभियान चलाया जा रहा है. इससे बच्चे अपने टेलेंट को संवार रहे हैं. बच्चे कबाड़ से कुछ अनोखा और अद्भूत निकाल रहे हैं. इस अभियान को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें कबाड़ एवं वेस्ट मेटेरियल से घरेलू सजावट के सामान बनाने वाले बाल कलाकारों को महापौर अनिता ममगाईं ने सम्मानित किया.

मलिन बस्ती के बच्चों ने कबाड़ से बनाए गमले.

पढ़ें- मिसाल : बंजर जमीन में की लेमन ग्रास की खेती, अब ऑयल से बनाएंगे सेनेटाइजर

नगर निगम में महापौर ने नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल के साथ कबाड़ से जुगाड़ कार्यशाला में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया. उन्होंने निर्धन बाल कलाकारों की हौसला अफजाई के लिए आगे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही. इस अवसर पर महापौर ने कहा कि यूएनडीपी के सहयोग से ट्रेंचिंग ग्राउंड के इर्द-गिर्द रहने वाले निर्धन बच्चों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई थी. इसमें 70 बच्चों ने अपनी कला का परिचय दिया. इस दौरान उनके द्वारा खूबसूरत गमले बनाए गए, जिन्हें रंगों से भी सजाया गया.

वहीं अब बच्चों द्वारा तैयार किए गए गमलों को निगम प्रशासन द्वारा पौधे लगाकर उन्हें शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाया जायेगा. महापौर अनीता ममगाईं ने बताया कि ऋषिकेश में गरीब तबके के बच्चों में भी अपार प्रतिभाएं छिपी पड़ी हैं. उन्हें संजो कर आगे लाने के लिए निगम चरणबद्ध तरीके से शहर की विभिन्न मलिन बस्तियों में इस तरह की कार्यशाला का आयोजन करेगा.

ऋषिकेश: UNDP (यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम) के माध्यम से कबाड़ से जुगाड़ अभियान चलाया जा रहा है. इससे बच्चे अपने टेलेंट को संवार रहे हैं. बच्चे कबाड़ से कुछ अनोखा और अद्भूत निकाल रहे हैं. इस अभियान को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें कबाड़ एवं वेस्ट मेटेरियल से घरेलू सजावट के सामान बनाने वाले बाल कलाकारों को महापौर अनिता ममगाईं ने सम्मानित किया.

मलिन बस्ती के बच्चों ने कबाड़ से बनाए गमले.

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नगर निगम में महापौर ने नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल के साथ कबाड़ से जुगाड़ कार्यशाला में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया. उन्होंने निर्धन बाल कलाकारों की हौसला अफजाई के लिए आगे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही. इस अवसर पर महापौर ने कहा कि यूएनडीपी के सहयोग से ट्रेंचिंग ग्राउंड के इर्द-गिर्द रहने वाले निर्धन बच्चों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई थी. इसमें 70 बच्चों ने अपनी कला का परिचय दिया. इस दौरान उनके द्वारा खूबसूरत गमले बनाए गए, जिन्हें रंगों से भी सजाया गया.

वहीं अब बच्चों द्वारा तैयार किए गए गमलों को निगम प्रशासन द्वारा पौधे लगाकर उन्हें शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाया जायेगा. महापौर अनीता ममगाईं ने बताया कि ऋषिकेश में गरीब तबके के बच्चों में भी अपार प्रतिभाएं छिपी पड़ी हैं. उन्हें संजो कर आगे लाने के लिए निगम चरणबद्ध तरीके से शहर की विभिन्न मलिन बस्तियों में इस तरह की कार्यशाला का आयोजन करेगा.

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