ETV Bharat / state

मसूरी सुनील मौत मामला: 12 लोगों का हुआ पॉलीग्राफ टेस्ट, पूछे गये 150 से ज्यादा सवाल - Polygraph test done 12 people

मसूरी में हुए सुनील मौत मामले (Sunil death case in Mussoorie) में धीरे धीरे एसटीएफ का कार्रवाई आगे बढ़ रही है. इस मामले में आज 12 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph test of 12 people in Sunil death case) किया गया. जिसमें 150 अधिक सवाल पूछे गये.

Etv Bharat
मसूरी में हुए सुनील मौत मामले में 12 लोगों का हुआ पॉलीग्राफ टेस्ट
author img

By

Published : Dec 16, 2022, 7:44 PM IST

देहरादून: 23 फरवरी 2022 में मसूरी के एक रेस्टोरेंट के बाहर आधी रात को संदिग्ध परिस्थितियों में सुनील (Sunil death case in Mussoorie ) नाम के व्यक्ति की मौत मामले में एसटीएफ ने 12 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph test of 12 people in Sunil death case ) करा लिए हैं. 2 दिन तक चले पॉलीग्राफ टेस्ट में विशेष तौर पर दिल्ली CFSL से सीनियर लेवल के साइंटिस्ट फॉरेंसिक टीम के निर्देशन में केस के जांच अधिकारी और चिकित्सकों की विशेष टीम आरोपित लोगों सहित पीड़ित पक्ष के 12 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किये. इस पॉलीग्राफ टेस्ट में 12 लोगों से 150 अधिक सवाल पूछे गए. दोनों पक्षों के प्रति व्यक्ति से 15 से 20 सवाल पूछे गए. जिनका मिलान इन्वेस्टिगेशन की कड़ियों से कराया जा सके.

एसटीएफ सर्किल ऑफिसर नरेंद्र पंत के अनुसार पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट अगले 3 हफ्ते के उपरांत सामने आएगी. ऐसे पॉलीग्राफ रिपोर्ट के आधार पर इन्वेस्टिगेशन की कड़ियों को जोड़ने में पूछे गए सवालों के साथ ही जांच की नई लाइन को तलाशा जाएगा. पिछले 10 महीनों से इस मौत के रहस्य को उजागर करने के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट के सवालों का मिलान एसटीएफ अपनी इन्वेस्टिगेशन के साथ करेगी ताकि इस केस को वर्कआउट तक पहुंचाया जा सके.
पढ़ें- अंकिता हत्याकांड: नार्को टेस्ट के लिए आरोपियों ने मांगे 10 दिन, अलग-अलग हिस्सों में दाखिल होगी चार्जशीट

STF सर्कल ऑफिसर नरेंद्र पंत (STF Circle Officer Narendra Pant) के मुताबिक किसी भी केस को गहराई और सच्चाई उजागर करने के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट की आवश्यकता पड़ती है. इस टेस्ट के दौरान इन्वेस्टिगेशन से जुड़े कुछ ऐसे महत्वपूर्ण सवाल पूछे जाते हैं. जिनका मिलान केस की जांच की कड़ियों को जोड़ने और उसमें नई लाइन तलाशने के लिए किया जाता है. पॉलीग्राफ टेस्ट से इस बात की भी संभावना रहती है कि आरोपित लोग झूठ बोल रहे हैं या सच बोल रहे हैं. मसूरी में हुए इस संदिग्ध मौत मामले में भी पॉलीग्राफ टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर ही STF की फर्दर विवेचना को आगे बढ़ाया जाएगा.
पढ़ें- अंकिता हत्याकांड: 300 पन्नों की चार्जशीट हुई तैयार, 20 दिसंबर से पहले कोर्ट में होगी दाखिल

मसूरी में मिला था सुनील का शवः मामला जौनसार बावर के लखवाड़ खत के जख्मनोग गांव का है. जहां सुनील की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. पीड़ित पिता संतराम के मुताबिक, बीती 23 फरवरी 2022 की रात मसूरी के क्लावोडेंट स्थित एक रेस्टोरेंट के बाहर उनके बेटे सुनील की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई. इस घटना की जानकारी 24 फरवरी की सुबह उन्हें मिली. पुलिस जांच में सुनील के गले पर धारदार हथियार से गहरे निशान मिले. पीड़ित पिता का आरोप है कि इस हत्या का संबंध उनकी बहू से जुड़ा है. शादी के बाद से ही उनके बेटे और बहू के बीच आपस में नहीं बनती थी. तनावपूर्ण माहौल में मामला इस हद तक पहुंचा की उसकी हत्या करवा दी गई. पिता के अनुसार इस मामले में स्थानीय मसूरी पुलिस द्वारा पूरे घटनाक्रम को आत्महत्या माना गया, जबकि मामला हत्या से जुड़ा है. ऐसे में स्थानीय पुलिस से केस एसटीएफ ट्रांसफर किया गया.अब काफी समय बाद पीड़ित पक्ष की मांग पर 12 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के बाद एसटीएफ रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कर रही है.

देहरादून: 23 फरवरी 2022 में मसूरी के एक रेस्टोरेंट के बाहर आधी रात को संदिग्ध परिस्थितियों में सुनील (Sunil death case in Mussoorie ) नाम के व्यक्ति की मौत मामले में एसटीएफ ने 12 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph test of 12 people in Sunil death case ) करा लिए हैं. 2 दिन तक चले पॉलीग्राफ टेस्ट में विशेष तौर पर दिल्ली CFSL से सीनियर लेवल के साइंटिस्ट फॉरेंसिक टीम के निर्देशन में केस के जांच अधिकारी और चिकित्सकों की विशेष टीम आरोपित लोगों सहित पीड़ित पक्ष के 12 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किये. इस पॉलीग्राफ टेस्ट में 12 लोगों से 150 अधिक सवाल पूछे गए. दोनों पक्षों के प्रति व्यक्ति से 15 से 20 सवाल पूछे गए. जिनका मिलान इन्वेस्टिगेशन की कड़ियों से कराया जा सके.

एसटीएफ सर्किल ऑफिसर नरेंद्र पंत के अनुसार पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट अगले 3 हफ्ते के उपरांत सामने आएगी. ऐसे पॉलीग्राफ रिपोर्ट के आधार पर इन्वेस्टिगेशन की कड़ियों को जोड़ने में पूछे गए सवालों के साथ ही जांच की नई लाइन को तलाशा जाएगा. पिछले 10 महीनों से इस मौत के रहस्य को उजागर करने के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट के सवालों का मिलान एसटीएफ अपनी इन्वेस्टिगेशन के साथ करेगी ताकि इस केस को वर्कआउट तक पहुंचाया जा सके.
पढ़ें- अंकिता हत्याकांड: नार्को टेस्ट के लिए आरोपियों ने मांगे 10 दिन, अलग-अलग हिस्सों में दाखिल होगी चार्जशीट

STF सर्कल ऑफिसर नरेंद्र पंत (STF Circle Officer Narendra Pant) के मुताबिक किसी भी केस को गहराई और सच्चाई उजागर करने के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट की आवश्यकता पड़ती है. इस टेस्ट के दौरान इन्वेस्टिगेशन से जुड़े कुछ ऐसे महत्वपूर्ण सवाल पूछे जाते हैं. जिनका मिलान केस की जांच की कड़ियों को जोड़ने और उसमें नई लाइन तलाशने के लिए किया जाता है. पॉलीग्राफ टेस्ट से इस बात की भी संभावना रहती है कि आरोपित लोग झूठ बोल रहे हैं या सच बोल रहे हैं. मसूरी में हुए इस संदिग्ध मौत मामले में भी पॉलीग्राफ टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर ही STF की फर्दर विवेचना को आगे बढ़ाया जाएगा.
पढ़ें- अंकिता हत्याकांड: 300 पन्नों की चार्जशीट हुई तैयार, 20 दिसंबर से पहले कोर्ट में होगी दाखिल

मसूरी में मिला था सुनील का शवः मामला जौनसार बावर के लखवाड़ खत के जख्मनोग गांव का है. जहां सुनील की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. पीड़ित पिता संतराम के मुताबिक, बीती 23 फरवरी 2022 की रात मसूरी के क्लावोडेंट स्थित एक रेस्टोरेंट के बाहर उनके बेटे सुनील की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई. इस घटना की जानकारी 24 फरवरी की सुबह उन्हें मिली. पुलिस जांच में सुनील के गले पर धारदार हथियार से गहरे निशान मिले. पीड़ित पिता का आरोप है कि इस हत्या का संबंध उनकी बहू से जुड़ा है. शादी के बाद से ही उनके बेटे और बहू के बीच आपस में नहीं बनती थी. तनावपूर्ण माहौल में मामला इस हद तक पहुंचा की उसकी हत्या करवा दी गई. पिता के अनुसार इस मामले में स्थानीय मसूरी पुलिस द्वारा पूरे घटनाक्रम को आत्महत्या माना गया, जबकि मामला हत्या से जुड़ा है. ऐसे में स्थानीय पुलिस से केस एसटीएफ ट्रांसफर किया गया.अब काफी समय बाद पीड़ित पक्ष की मांग पर 12 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के बाद एसटीएफ रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कर रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.