देहरादून: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव की तैयारी के बीच एक बार फिर ईवीएम को लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़े किये हैं. उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने निर्वाचन आयोग से बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की है. वहीं, भाजपा ने कांग्रेस को ईवीएम पर सवाल उठाने को लेकर नसीहत दी है.
बता दें उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने फिर से ईवीएम पर सवाल खड़े किये हैं. करन माहरा ने बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की अपील की है. उन्होंने कहा हाल में जिन राज्यों में चुनाव हुए वहां पर पोस्ट बैलेट में दूसरे दल आगे चल रहे थे, लेकिन जैसे ही ईवीएम से वोटों की गिनती शुरू होती है, परिणाम एकदम उलट देखने को मिलते हैं, जिसे समझा जा सकता है कि बैलेट पेपर से मतदान देने वाले किस सोच के साथ वोटिंग कर रहे हैं.
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ईवीएम मशीन पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सवाल उठाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा जिन राज्यों में कांग्रेस को जीत मिलती है, उन राज्यों में कांग्रेसी ईवीएम मशीन पर सवाल नहीं उठाती. जिन राज्यों में कांग्रेस को हार मिलती है वहां पर कांग्रेस सवाल खड़े करती है. साथ ही महेंद्र भट्ट ईवीएम मशीन पर सवाल उठाने वालों को नसीहत भी दी है. उन्होंने कहा अगर कोई ईवीएम पर सवाल उठता है तो निर्वाचन आयोग उन पर कार्रवाई भी कर सकता है.
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ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों को लेकर जब मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी षणमुगम से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. जिसमें उत्तराखंड मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा जो गाइडलाइन ईवीएम को लेकर हैं उसी के तहत मतदान करवाया जाता है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए आम मतदाताओं को इसके लिए जागरुक भी किया जा रहा है. ईवीएम पर बटन दबाने के बाद उन्होंने वोट वीवीपैट के माध्यम से किसको दिया है यह भी आजकल समझाया जा रहा है.
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विपक्षी दल भले ही ईवीएम वोटिंग को लेकर समय-समय पर सवाल उठाते रहते हैं, लेकिन इतना तय है कि वोटिंग ईवीएम के जरिए ही फिलहाल देश में जारी रहेगी. ऐसे में ईवीएम पर सवाल उठाने से बढ़िया अगर विपक्षी दल जनता के बीच जाकर ज्यादा पकड़ मजबूत करें तो यह उनके लिए संजीवनी का काम करेगा.