देहरादूनः उत्तराखंड में चुनावी सरगर्मी बढ़ने के साथ ही पूर्व सैनिकों को साधने और राष्ट्रवाद की भावनाओं को दिखाकर लोगों का विश्वास जीतने की कोशिशें तेज होती हुई दिखाई दे रही हैं. इस कड़ी में हाल ही में दुर्घटना में दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Late CDS General Bipin Rawat) पर प्रदेश की राजनीति गर्म होती हुई दिखाई दे रही है. उत्तराखंड की राजनीति में बिपिन रावत इन दिनों छाए हुए हैं.
सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अकाल निधन से उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरा देश शोकाकुल है. अपने वीर सपूत को खोने का गम लोगों की प्रतिक्रियाओं में भी दिखाई दे रहा है. जनरल बिपिन रावत और कई सैन्य अफसरों के इस तरह हवाई दुर्घटना में निधन होने के बाद राष्ट्रवाद की एक अलग हवा भी चल पड़ी है. उत्तराखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव हैं.
लिहाजा इस दुख की घड़ी में भी राजनीतिक पार्टियां उत्तराखंड के बेटे और वीर सपूत दिवंगत जनरल बिपिन रावत पर भी राजनीति करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं. स्थिति यह है कि राज्य में एक तरफ राजनीतिक दलों ने जनरल बिपिन रावत के नाम पर अलग-अलग कामों को करने की मांग शुरू कर दी है तो दूसरी तरफ से सैन्य धाम पर भी एक अलग विवाद शुरू हो गया है.
सीडीएस रावत के गांव में सैन्य धाम बनाने की मांग: दरअसल, सैन्य धाम की जमीन को लेकर कुछ विवाद दिखाई दे रहा है. सैन्यधाम तक पहुंचने वाली सड़क पर विवाद है. लिहाजा, अब कांग्रेस ने तो सैन्य धाम को ही जनरल बिपिन रावत के गांव में बनाने की मांग शुरू कर दी है. यही नहीं, जनरल बिपिन रावत को भारत रत्न देने तक की मांग की जा रही है.
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गैरसैंण विधानसभा भवन का नाम बदलने की मांगः दिवंगत जनरल बिपिन रावत को लेकर कांग्रेस की तरफ से यह मांग पहली बार नहीं की गई है. इसके अलावा गैरसैंण विधानसभा भवन का नाम बिपिन रावत के नाम पर रखने समेत कांग्रेस ने अपनी सरकार आने पर उनके गांव की सड़क बनाने और शिक्षा संस्थान खोलने तक की बात कह दी है. जाहिर है कि उत्तराखंड में पूर्व सैनिकों की बड़ी संख्या है और यह छोटा प्रदेश राष्ट्रवाद से गदगद है. लिहाजा कांग्रेस इस मामले पर भाजपा से एक हाथ आगे निकलने की कोशिश कर रही है.
जनरल बिपिन रावत को सम्मानः उधर, भाजपा राष्ट्रवाद और पूर्व सैनिकों को लेकर हमेशा ही कांग्रेस से आगे रही है. लिहाजा, इस मामले पर भी भाजपा कांग्रेस को कोई मौका नहीं देना चाहती है. लिहाजा, भाजपा का कहना है कि जनरल बिपिन रावत को जितना सम्मान भाजपा की केंद्र सरकार ने दिया है, उतना किसी ने नहीं दिया. राज्य सरकार भी दिवंगत जनरल बिपिन रावत के सम्मान में वह हर काम करेगी, जो जन भावनाओं और उनके सम्मान के लिए जरूरी होगा.