ETV Bharat / state

रैलियों पर रोक के बाद डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक्टिव हुए राजनीतिक दल - Rallies banned in Uttarakhand

प्रदेश में विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टियां सोशल मीडिया पर एक्टिव हो गई हैं. रैलियों पर रोक लगने के बाद अब राजनीतिक दल डिजिटल माध्यम को सशक्त करने में जुट गई है.

political-parties-became-active-on-the-digital-platform-after-the-ban-on-rallies
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक्टिव हुए राजनीतिक दल
author img

By

Published : Jan 8, 2022, 3:22 PM IST

Updated : Jan 8, 2022, 3:56 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड शासन ने नई गाइडलाइन जारी कर रैलियों पर रोक लगा दी है. जिसके बाद राजनीतिक दलों ने प्रचार के लिए डिजिटल माध्यम के तौर पर चुना है. डिजिटल माध्यम पर ही अब चुनावी प्रचार का दारोमदार होगा. यही कारण है कि राजनीतिक दलों ने भी डिजिटल टीम को सशक्त करने की दिशा में प्रयास तेज कर दिए हैं.

दरअसल, कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण शासन ने 16 जनवरी तक तमाम चुनावी रैलियों पर रोक लगा दी है. साफ है कि इस आदेश के बाद राजनीतिक दलों के लिए डिजिटल ही एक बड़ा माध्यम चुनावी प्रचार प्रसार के लिए रह गया है. ऐसे में राजनीतिक दलों ने भी इन चीजों को समझते हुए अपनी डिजिटल टीम को और भी ज्यादा मजबूत करने के प्रयास तेज कर दिए हैं.

डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक्टिव हुए राजनीतिक दल

पढ़ें- जेपी नड्डा से मिले सीएम तीरथ, बीएल संतोष और अनिल बलूनी से भी हुई मुलाकात

उत्तराखंड में डिजिटल माध्यमों पर काम करने के रूप में राजनीतिक दलों की स्थिति देखे तो प्रदेश में इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे दिखाई देती है. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी का डिजिटल प्लेटफॉर्म भी काफी मजबूत दिखता है. कांग्रेस इस मामले में इन दो पार्टियों की तुलना में पीछे दिखाई देती है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र अग्रवाल कहते हैं कि प्रदेश की जनता ने अब कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना लिया है, ऐसे में भाजपा खुद को कितना भी मजबूत कह लें, लेकिन हकीकत यह है कि जनता कांग्रेस को सत्ता में लाने का मन बना चुकी है. सुरेंद्र अग्रवाल कहते हैं कि पार्टी ने डिजिटल रूप में भी अपनी तैयारियों को आगे बढ़ाया है.

पढ़ें- प्रदेश भर के NHM कर्मचारियों का सचिवालय कूच, हरियाणा की तर्ज पर वेतन दिए जाने की मांग

दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी डिजिटल प्लेटफॉर्म को बेहद ज्यादा तवज्जो दे रही है. इसके लिए पार्टी ने अलग टीम का भी गठन किया है. यही नहीं पेड लोगों की टीम भी पार्टी की तरफ से रखे जाने की खबर है. खास बात यह है कि पार्टी ने अब तक अपने कई टीमों को जिला स्तर पर प्रशिक्षण देने के बाद रवाना भी कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि प्रदेश में 1000000 लोगों तक सीधी डिजिटल के माध्यम से पार्टी पहुंचे, जबकि प्रदेश में फेसबुक से माध्यम से करीब 25 लाख एक्टिव यूजर्स हैं और 3800000 अकाउंट हैं.

पढ़ें- रोडवेज कर्मचारियों को वेतन न देने पर हाईकोर्ट सख्त, सरकार से मांगा जवाब

इस मामले में आम आदमी पार्टी भी काफी मजबूत दिखाई देती है. पहली बार चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी ने फेसबुक के साथ ट्विटर पर भी अच्छे खासे फॉलोवर्स पा लिए हैं. उत्तराखंड बीजेपी के फेसबुक अकाउंट पर 265249 लोगों के लाइक हैं. विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव है.

देहरादून: उत्तराखंड शासन ने नई गाइडलाइन जारी कर रैलियों पर रोक लगा दी है. जिसके बाद राजनीतिक दलों ने प्रचार के लिए डिजिटल माध्यम के तौर पर चुना है. डिजिटल माध्यम पर ही अब चुनावी प्रचार का दारोमदार होगा. यही कारण है कि राजनीतिक दलों ने भी डिजिटल टीम को सशक्त करने की दिशा में प्रयास तेज कर दिए हैं.

दरअसल, कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण शासन ने 16 जनवरी तक तमाम चुनावी रैलियों पर रोक लगा दी है. साफ है कि इस आदेश के बाद राजनीतिक दलों के लिए डिजिटल ही एक बड़ा माध्यम चुनावी प्रचार प्रसार के लिए रह गया है. ऐसे में राजनीतिक दलों ने भी इन चीजों को समझते हुए अपनी डिजिटल टीम को और भी ज्यादा मजबूत करने के प्रयास तेज कर दिए हैं.

डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक्टिव हुए राजनीतिक दल

पढ़ें- जेपी नड्डा से मिले सीएम तीरथ, बीएल संतोष और अनिल बलूनी से भी हुई मुलाकात

उत्तराखंड में डिजिटल माध्यमों पर काम करने के रूप में राजनीतिक दलों की स्थिति देखे तो प्रदेश में इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे दिखाई देती है. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी का डिजिटल प्लेटफॉर्म भी काफी मजबूत दिखता है. कांग्रेस इस मामले में इन दो पार्टियों की तुलना में पीछे दिखाई देती है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र अग्रवाल कहते हैं कि प्रदेश की जनता ने अब कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना लिया है, ऐसे में भाजपा खुद को कितना भी मजबूत कह लें, लेकिन हकीकत यह है कि जनता कांग्रेस को सत्ता में लाने का मन बना चुकी है. सुरेंद्र अग्रवाल कहते हैं कि पार्टी ने डिजिटल रूप में भी अपनी तैयारियों को आगे बढ़ाया है.

पढ़ें- प्रदेश भर के NHM कर्मचारियों का सचिवालय कूच, हरियाणा की तर्ज पर वेतन दिए जाने की मांग

दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी डिजिटल प्लेटफॉर्म को बेहद ज्यादा तवज्जो दे रही है. इसके लिए पार्टी ने अलग टीम का भी गठन किया है. यही नहीं पेड लोगों की टीम भी पार्टी की तरफ से रखे जाने की खबर है. खास बात यह है कि पार्टी ने अब तक अपने कई टीमों को जिला स्तर पर प्रशिक्षण देने के बाद रवाना भी कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि प्रदेश में 1000000 लोगों तक सीधी डिजिटल के माध्यम से पार्टी पहुंचे, जबकि प्रदेश में फेसबुक से माध्यम से करीब 25 लाख एक्टिव यूजर्स हैं और 3800000 अकाउंट हैं.

पढ़ें- रोडवेज कर्मचारियों को वेतन न देने पर हाईकोर्ट सख्त, सरकार से मांगा जवाब

इस मामले में आम आदमी पार्टी भी काफी मजबूत दिखाई देती है. पहली बार चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी ने फेसबुक के साथ ट्विटर पर भी अच्छे खासे फॉलोवर्स पा लिए हैं. उत्तराखंड बीजेपी के फेसबुक अकाउंट पर 265249 लोगों के लाइक हैं. विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव है.

Last Updated : Jan 8, 2022, 3:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.