देहरादूनः प्रदेश में अपराधों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसे देखते हुए उत्तराखंड पुलिस पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सक्रिय अपराधी और गैंगस्टर की पूरी कुंडली प्रतिबिंब नाम के डिजिटल डोजियर ऐप में रखने जा रही है. हालांकि, इस एप में बीते 10 सालों से अपराधियों का डाटा स्टोर किया जा रहा है, लेकिन ऐप अपडेट ना होने से अपराधियों की जानकारी नहीं मिल पा रही थी. वहीं, एसएसपी ने डिजिटल डोजियर को अपडेट करने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि मौजूदा समय में डिजिटल डोजियर ऐप सक्रिय ना होने के कारण दून पुलिस को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर और अपराधियों को पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. हालांकि यह एप बीते कई सालों से चल रहा है. लेकिन अपडेट ना होने से यह एप केवल औपचारिकता मात्र रह गया है. ऐसे में हिस्ट्रीशीटर और अपराधियों के पकड़े जाने पर उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों को तलाशने के लिए पुलिस को अन्य थानों में संदेश भेजने पड़ते हैं.
बीते 6 महीने के दौरान देहरादून में समर हत्याकांड से लेकर पेट्रोल पंप लूट समेत करीब एक दर्जन से ज्यादा वारदातों के मामले सामने आए हैं. जिनमें पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई गिरोह शामिल थे. इतना ही नहीं दून पुलिस को इन अपराधियों की कुंडली खंगालने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ काफी माथापच्ची भी करनी पड़ी थी.
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हालांकि, उत्तराखंड पुलिस कुछ मामलों में बदमाशों तक पहुंचने में कामयाब रही, लेकिन कुछ मामलों में अब भी देहरादून पुलिस उलझी हुई है. अब इस ऐप में पड़ोसी राज्यों के सीमावर्ती जिलों में सक्रिय अपराधियों और गैंगस्टर की पूरी डिटेल दर्ज की जाएगी. ऐसे में पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत अन्य पड़ोसी राज्यों के अपराधियों का डोजियर अपडेट होता तो अपराधियों की पहचान तुरंत हो सकती है.
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिबिंब नाम से उत्तराखंड पुलिस का डिजिटल डोजियर ऐप पहले से बना हुआ है. इसे अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अब तक के सभी अपराधियों का डाटा फीड किया जाएगा. अपराधी के खिलाफ कहां और कितने मुकदमें दर्ज हैं. साथ ही कितनी बार और कहां से किस मामले में जेल गया. इन सब की जानकारी रहेगी.